सिर से जुड़ी जुड़वा बहनों ने 12वीं फर्स्ट क्लास पास कर किया परिवार का नाम रौशन, अब CA बनने का लक्ष्य

इंसान अपने जीवन में बहुत कुछ करने के बारे में सोचता है परंतु ज्यादातर लोग अपने जीवन में आने वाली परेशानियों के आगे हार मान जाते हैं। अगर आप अपने जीवन में कुछ करना चाहते हैं, तो इसके लिए कड़ी मेहनत के साथ साथ संघर्ष भी करना पड़ता है। कहते हैं कि जिनके हौसले बुलंद हों और कुछ कर गुजरने का जज्बा हो, तो सारी परेशानियां खुद अपने घुटने टेक देती हैं। इस संसार में वैसे देखा जाए तो बहुत से लोग एक अच्छी कामयाबी पाने के लिए दिन रात मेहनत करते हैं परंतु जीवन के उतार-चढ़ाव के आगे वह हार मान जाते हैं।

वहीं कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो हर परेशानी का सामना करते हुए लगातार कड़ी मेहनत करते रहते हैं, जिसका नतीजा यह होता है कि उन्हें अपनी मंजिल मिल ही जाती है। इंसान अपनी मेहनत के दम पर हर नामुमकिन को भी मुमकिन कर सकता है। कुछ ऐसी ही कहानी दो जुड़वा बहनों की है। हाल ही में तेलंगाना स्टेट बोर्ड ऑफ इंटरमीडिएट एजुकेशन (TSBIE) ने इंटर प्रथम और द्वितीय वर्ष के छात्रों के लिए परिणाम जारी किया, जिसमें हैदराबाद की रहने वालीं दो दिव्यांग बहनें वीणा और वाणी फर्स्ट क्लास कैटेगरी में पास हुईं और समाज के लिए एक मिसाल पेश की।

यह दोनों बहनें जन्म से ही सिर से एक-दूसरे से जुड़ी हुई हैं। इनके जीवन में तमाम मुश्किलें उत्पन्न हुईं परंतु इसके बावजूद भी यह बहनें कभी निराश नहीं हुईं। आम बच्चों की तरह ना होने पर भी इन्होंने अपनी पढ़ाई पर पूरा ध्यान केंद्रित किया और लगातार आगे बढ़ती रहीं। उनकी सफलता की कहानी जैसे ही मीडिया और सोशल मीडिया के जरिए सरकार तक पहुंचीं तो तेलंगाना की आदिवासी एवं महिला बाल कल्याण मंत्री सत्वती राठौड़ इन बहनों से मिलने पहुंचीं और बधाई दी।

आपको बता दें कि मंगलवार को तेलंगाना स्टेट बोर्ड ऑफ इंटरमीडिएट एजुकेशन ने इंटर फर्स्ट एंड सेकंड ईयर के स्टूडेंट्स के लिए रिजल्ट जारी किया था। इससे पहले वीणा को 10वीं की परीक्षा में 9.3 ग्रेड और वाणी को 9.2 ग्रेड मिले थे। वीणा-वाणी की उपलब्धि पर स्कूल डिपार्टमेंट के अधिकारियों ने बधाई दी है। आम बच्चों की तरह न होने के बावजूद भी उन्होंने अपनी पढ़ाई पर फोकस किया और अपने परिवार का नाम रौशन कर दिया है। वाणी और वीना का कहना है कि अब वह चार्टर्ड एकाउंटेंट (CA) बनना चाहती हैं, जिसके लिए हर बाधा को पार करने के लिए तैयार हैं।

हैदराबाद की रहने वाली इन दोनों बहनों की दिव्यांगता इनके हौसले में आड़े नहीं आई। इन बहनों ने तेलंगाना इंटरमीडिएट का एग्जाम फर्स्ट क्लास कैटेगरी में पास करके एक मिसाल पेश की है। वीणा और वाणी की सफलता इस बात का प्रतीक है कि मेहनत करने वालों की हार नहीं होती। इन दोनों बहनों ने यह साबित कर दिखाया है कि अगर इंसान कुछ करने का ठान ले तो वह अपनी कड़ी मेहनत के दम पर हर मुश्किलों को पार कर सकता है और नामुमकिन को मुमकिन बना सकता है।

अपनी इस सफलता से दोनों बेहद खुश हैं। वहीं तेलंगाना की आदिवासी एवं महिला बाल कल्याण मंत्री सत्वती राठौड़ ने इन दोनों प्रतिभावान बहनों से मुलाकात की और उन्हें विशेष बधाई देते हुए भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।