सलाम! दिल्ली पुलिस के SHO ने थाने में खोल दी लाइब्रेरी ताकि गरीब बच्चे कर सकें पढ़ाई

अगर जीवन में सफलता और मान-सम्मान पाना है तो इसके लिए शिक्षा बहुत ही जरूरी है। शिक्षा सभी लोगों के जीवन में एक अहम भूमिका निभाती है। शिक्षा के बिना इंसान का जीवन बिल्कुल अधूरा है। शिक्षा एक महत्वपूर्ण उपकरण है, जो हर किसी के जीवन में बहुत उपयोगी है। शिक्षा मनुष्य को एक चतुर प्राणी बनाती है। शिक्षा से व्यक्ति जीवन की चुनौतियों का कुशलता से सामना करने के लिए तैयार हो सकता है। शिक्षा वह शब्द है जो एक इंसान को जीवन जीना सिखाती है। शिक्षा मनुष्य के जीवन का आधार है। वर्तमान समय में भी ऐसे बहुत से लोग हैं जो शिक्षित नहीं हैं।

आजकल के समय में ऐसे बहुत से लोग हैं जो बेहद गरीब हैं, जिसके चलते वह अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेज पाते हैं परंतु ऐसा नहीं है कि इन गरीब बच्चों की मदद के लिए कोई भी सामने नहीं आया है। ऐसे बहुत से लोग हैं जो गरीबों को मुफ्त में शिक्षा प्रदान कर रहे हैं और इनका जीवन संवार रहे हैं। इसी बीच गरीब बच्चों की पढ़ाई के लिए दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने थाने के अंदर लाइब्रेरी खोली है।

जी हां, दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने अपने थाने में ही गरीब बच्चों के लिए लाइब्रेरी खोल दी। जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं आम आदमी पुलिस स्टेशन के नाम से ही घबराने लगता है। उसमें जाना तो दूर, बात भी नहीं करता है परंतु दिल्ली के आर के पुरम थाना के साथ ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। यहां पर बच्चे और छात्र आना पसंद करते हैं, जिसकी वजह थाने में मौजूद लाइब्रेरी है। आपको बता दें कि SHO राजेश कुमार ने इस लाइब्रेरी की शुरुआत की है ताकि जो गरीब परिवार के बच्चे हैं, वह यहां आकर पढ़ाई कर पाएं।

आरके पुरम थाना की लाइब्रेरी में जो बच्चे और छात्र आते हैं, अगर उनको पढ़ाई में किसी प्रकार की समस्या आती है तो वहां पर मौजूद पुलिस अधिकारी उनकी पूरी सहायता करते हैं। सोशल मीडिया पर SHO राजेश कुमार के इस कदम की लोग खूब तारीफ कर रहे हैं। बच्चे बिना किसी डर के थाने में मौजूद लाइब्रेरी का लाभ उठा रहे हैं और यह अपनी पढ़ाई करते हैं।

एक ट्विटर यूजर ने लाइब्रेरी की तस्वीरें शेयर की है और साथ ही यह लिखा है कि “दिल्ली के आर के पुरम में SHO राजेश कुमार सर ने थाने में गरीब बच्चों के लिए लाइब्रेरी खोली है।” ऐसा बताया जा रहा है कि पुलिस अधिकारी द्वारा बनाई गई लाइब्रेरी में 2300 पुस्तकें, वाई-फाई, 1900 से अधिक पत्रिकाएं आदि का इंतजाम किया गया है। ऐसा बताया जा रहा है कि बच्चों की कॉउन्सिल से युक्त इस लाइब्रेरी में 100 बच्चे एक साथ पढ़ सकते हैं।

वैसे देखा जाए तो SHO राजेश कुमार जी ने जो नई पहल की है, उसकी जितनी सराहना की जाए उतनी ही कम है। सोशल मीडिया पर SHO राजेश कुमार जी के इस कदम की लोग खूब सराहना कर रहे हैं। हम भी SHO राजेश कुमार जी के इस काम को सलाम करते हैं।

यहां देखिए कुछ उदाहरण, लोग क्या कह रहे हैं