ट्रेन की टिकट पर लिखा 5 डिजिट का नंबर है बहुत खास, इसमें छुपी है कई ख़ास जानकारियां, जानिए इसका मतलब

अगर हमें किसी लंबी दूरी पर एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाना हो तो सबसे पहले मन में रेल का ही ख्याल आता है। इसमें कोई शक नहीं है कि रेल की यात्रा करना आरामदायक होने के साथ-साथ सुविधाजनक भी होता है। रेल दूर स्थानों के लिए सर्वोत्तम साधन है। मौजूदा समय में रेलवे की ट्रेनें हर देश में देखी जाती हैं और रोजाना ही बड़ी संख्या में यात्री एक स्थान से दूसरे स्थान तक, रेल की यात्रा करते हैं।

आप लोगों ने भी ट्रेन की यात्रा जरूर की होगी। अगर किसी लंबी दूरी की यात्रा करनी हो तो इसके लिए पहले हम रिजर्वेशन करवाते हैं। मतलब, किसी न किसी रूप में ट्रेन का टिकट हमारे हाथ में जरूर आ जाता है। कोच और बर्थ नंबर, ट्रेन डिपारचर से लेकर गंतव्य तक पहुंचने की जानकारी तो आमतौर पर लोग ट्रेन की टिकट पर ही पढ़ लेते हैं।

लेकिन बहुत कम लोगों को इस बात की जानकारी होती है कि एक और महत्वपूर्ण जानकारी ट्रेन की के टिकट में छुपी रहती है। आप लोगों ने ट्रेन की टिकट में मौजूद 5 डिजिट का नंबर तो देखा ही होगा। जी हां, यह नंबर बहुत खास है और इससे कई बड़ी जानकारियां मिलती हैं।

मुख्य आरंक्षण पर्यवेक्षक, आगरा कैंट मनोज वर्मा के मुताबिक, ट्रेन की टिकट पर लिखा हुआ 5 डिजिट का नंबर यह बताता है कि आप कहां जा रहे हैं और कहां से आ रहे हैं। इसके अलावा यह नंबर आपके ट्रेन की स्थिति और कैटेगरी की भी जानकारी देता है।

जानिए 5 डिजिट के नंबर का मतलब

आप पहले यह जान लीजिए कि हर ट्रेन का अपना एक विशेष नंबर होता है। यह नंबर उस ट्रेन की पहचान होती है। यह डिजिट 0 से लेकर 9 तक हो सकता है और हर नंबर का अपना खास मतलब होता है।

हर डिजिट का होता है खास मतलब

आपको बता दें कि 5 डिजिट में पहले डिजिट (0-9) के अलग-अलग मतलब होते हैं। अगर हम 0 के मतलब के बारे में बात करें, तो इसका यह मतलब होता है कि यह ट्रेन स्पेशल है। (समर स्पेशल, हॉलीडे स्पेशल या अन्य स्पेशल)

1 से 4 तक डिजिट का मतलब

  • अगर पहला डिजिट 1 है यानी यह ट्रेन लंबी दूरी तक जाती है। साथ ही यह ट्रेन राजधानी, शताब्दी, जन साधारण, संपर्क क्रांति, गरीब रथ, दुरंतो होगी।
  • पहला डिजिट 2 है यानी यह ट्रेन लंबी दूरी की है. 1-2 दोनों ही डिजिट की ट्रेनें एक ही श्रेणी में आती हैं।
  • अगर पहला डिजिट 3 है तो यह ट्रेन कोलकाता सब अरबन ट्रेन है।
  • अगर पहला डिजिट 4 है तो यह नई दिल्ली, चेन्नई, सिकंदराबाद और अन्य मेट्रो सिटी की सब अरबन ट्रेन है।

5 से 9 तक डिजिट का मतलब

  • पहला डिजिट 5 है तो यह सवारी गाड़ी है।
  • पहला डिजिट 6 है तो ये मेमू ट्रेन है।
  • अगर पहला डिजिट 7 है तो यह डेमू ट्रेन है।
  • अगर पहला डिजिट 8 है तो यह आरक्षित ट्रेन है।
  • अगर पहला डिजिट 9 है तो यह मुंबई की सब अरबन ट्रेन है।

दूसरा और उसके बाद का डिजिट

आपको बता दें कि अगर इसमें दूसरा और उसके बाद का डिजिट पहले डिजिट के मुताबिक होता है। जैसे अगर किसी ट्रेन के पहले लेटर 0, 1 और 2 से शुरू होता है तो बाकी के 4 लेटर रेलवे जोन और डिविजन को दर्शाते हैं। यह 2011 4- डिजिट स्कीम के अनुसार होता है।

0- कोंकण रेलवे

1- सेंट्रल रेलवे, वेस्ट-सेंट्रल रेलवे, नॉर्थ सेंट्रल रेलवे

2- सुपरफास्ट, शताब्दी, जन शताब्दी को दिखाता है. इन ट्रेन के अगले डिजिट जोन कोड को दर्शाते हैं.  3- ईस्टर्न रेलवे और ईस्ट सेंट्रल रेलवे  4- नॉर्थ रेलवे, नॉर्थ सेंट्रल रेलवे, नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे

5- नेशनल ईस्टर्न रेलवे, नॉर्थ ईस्ट फ्रंटियर रेलवे  6- साउथर्न रेलवे और साउथर्न वेस्टर्न रेलवे    7- साउथर्न सेंट्रल रेलवे और साउथर्न वेस्टर्न रेलवे

8- साउथर्न ईस्टर्न रेलवे और ईस्ट कोस्टल रेलवे    9- वेस्टर्न रेलवे, नार्थ वेस्टर्न रेलवे और वेस्टर्न सेंट्रल रेलवे

आपको बता दें कि इसके साथ ही जिस ट्रेन का पहला डिजिट 5,6,7 में से एक होता है उनका दूसरा डिजिट जोन को दिखाता है और बाकी डिजिट उनके डिविजन कोड को बताता है। यानी कि अब आपको यह समझ तो आ ही गया होगा कि यह नंबर आपके लिए कितने बड़े काम के हैं।