कबीर बेदी का बड़ा खुलासा, इस वजह से बेटे ने 26 साल की उम्र में ही गंवा दी थी जान

अभिनेता कबीर बेदी ने पिछले हफ्ते अपनी ऑटोबायोग्राफी ‘स्टोरीज़ आई मस्ट टेल: दी इमोशनल लाइफ़ ऑफ़ एन एक्टर’ का बुक कवर रिवील कर दिया है. ये किताब उन्होंने पिछले साल लॉकडाउन के दौरान लिखी थी. इस बुक में कबीर ने अपनी पर्सनल लाइफ से लेकर प्रोफेशनल लाइफ को बताया है अभी किताब जनता के लिए नहीं आई है. मगर मीडिया हाउसेस को काॅपी मिल चुकी है. जिसके बाद से कबीर बेदी की किताब के कई पन्ने अखबारों और मीडिया पर चर्चा में हैं. एक्टर कबीर बेदी ने इस किताब में कई किस्सो का वर्णन किया है साथ ही इसमें उन्होंने अपने बेटे की आत्म हत्या का भी जिक्र किया हुआ है. अपने आप में ही ये पार्ट हर किसी के लिए भावुक कर देने वाला है. दरअसल इस किताब में एक्टर ने अपनी जिंदगी से जुड़ी कई बातों को बताया है. चलिए उनके बेटे की से जुड़ी इस बात पर एक नजर डालते हैं आखिरी ऐसा क्यों हुआ था…

क्यों दी बेटे ने जान?

आपको बता दें कि कबीर बेदी के बेटे सिद्धार्थ एक मानसिक बीमारी से पीड़ित थे. जिसके चलते उन्होंने 1997 में 26 साल की उम्र में आत्महत्या कर ली थी. जिसका कबीर को बेहद दुख था. कबीर बताते हैं कि, “सिद्धार्थ एक बहुत ही होशियार नौजवान लड़का था. बहुत ही योग्य था. फ़िर अचानक एक दिन वो कुछ भी सोच सकने में असक्षम होने लग गया. पहले तो हम समझ ही नहीं पा रहे थे. आखिर परेशानी क्या हुई है. तीन सालों तक अनदेखे प्रेतों से लड़ रहे थे. एक दिन वो मोंट्रियल की सड़को पर एकदम ही बेकाबू और हिंसक हो गया था. आठ पुलिस वाले उसको काबू में करने के लिए लग गए थे. तब मोंट्रियल में डॉक्टरों ने बताया कि वो सिज़ोफ्रेनिक का शिकार है.”

आपको बता दें कि सिज़ोफ्रेनिया एक गंभीर मानसिक रोग है. जिसमें मरीज़ कल्पना और हकीकत के बीच फर्क नहीं समझ पाता है. इस रोग में मरीज़ के मन में आत्महत्या करने के विचार भी आते रहते हैं. कबीर बताते हैं उन्होंने बहुत कोशिश की सिद्धार्थ को बचाने की मगर वो नहीं बचा सके क्यूंकि सिद्धार्थ ने अपने लिए मौत को चुना था. कबीर ने बताया इस किताब के माध्यम से वो सबको बताना चाह रहे हैं कि उस परिवार पर क्या बीतती है जिन्हें ऐसी परेशानियों से जूझना पड़ता है. ‘क्यूंकि वो इंसान जो हम देख रहे होते हैं, वो उस समय वैसा नहीं होता जैसा उसे हम पहले से जानते थे’. कबीर ने बताया वो जितनी भी कोशिश कर लें उनकी ग्लानी कम नहीं हो रही. ‘आपको हमेशा लगेगा कि आप कुछ ना कुछ ज़रूर कर लेते उसे बचाने के लिए लेकिन अफसोस ही बचता है’.

दरअसल सिद्धार्थ ने अपने सुसाइड नोट में लिखा हुआ था ‘ वो दूसरी ओर जा रहे हैं’. वहीं सिद्धार्थ कबीर बेदी और उनकी पहली पत्नी प्रोतिमा बेदी के बेटे और पूजा बेदी के भाई थे. सिद्धार्थ की आत्महत्या के सदमे की के कारण से ही कुछ समय बाद प्रोतिमा बेदी का भी निधन हो गया ये सदमा परिवार के लिए बेहद मुश्किल था. आज भी कबीर को इस चीज का दुख चैन से नहीं रहने देता.