कभी जवान बेटे के गुज़रने से बुरी तरह से टूट चुके थे कबीर बेदी, कुछ ऐसे समेटा था दोबारा से खुद को

कबीर बेदी हिंदी सिनेमा जगत के एक जाने-माने अभिनेता है. इन्होंने कई बॉलीवुड मूवीस में विलेन के दमदार किरदार निभाए हैं जो कि दर्शकों द्वारा खूब पसंद भी किए गए हैं. हाल ही में कबीर बेदी ने अपने ऑटो बायोग्राफी पर लिखी गई एक किताब को रिलीज किया है. इस किताब का नाम स्टोरी आई मस्ट टेल द इमोशनल लाइफ ऑफ एन एक्टर है. अपनी किताब में कबीर बेदी ने अपने निजी जीवन से जुड़े कई बातों का खुलासा किया है. कबीर बेदी ने अपनी इस किताब में अपने बेटे सिद्धार्थ की आत्महत्या से लेकर अपना हॉलीवुड में कंगाल हो जाने तक सारी स्टोरी लिखी है. हाल ही में उन्होंने दिए एक इंटरव्यू में फिल्मों में निभाए गए अपने इंडियन और नो इन इंडियन अभिनय के बारे में भी बताया है.

हॉलीवुड में कंगाल हो जाने के बारे में कबीर बेदी ने कहा है कि मैंने अपने जीवन में अपने बेटे की खुदकुशी करने और कंगाल हो जाने तक के कई हादसों को बर्दाश्त किया है. एक अभिनेता के लिए कंगाल हो जाना काफी शर्मनाक होता है. लेकिन आपको मुसीबतों में हिम्मत रख के आगे बढ़ने का रास्ता ढूंढना पड़ता है और दुबारा कामयाबी हासिल करनी होती है. और मैंने भी ऐसे ही किया मैंने अपने पूरे जीवन को दोबारा बनाया है.

 

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एक इंटरव्यू के दौरान कबीर बेदी ने अपने बेटे के निधन के बारे में बात करते हुए बताया कि मेरा बेटा सिद्धार्थ बहुत समझदार लड़का था. वह काफी ज्यादा मेहनती था और फिर एक दिन ऐसा हुआ कि वह कुछ सोच नहीं पा रहा था. हमने बहुत कोशिश की यह जानने की ऐसा क्यों हो रहा है. 3 सालों तक हम अनजाने भूत हो तक लड़ते रहे और आखिरी में सिद्धार्थ काफी ज्यादा हिंसक हो गया 8 पुलिस वालों ने काफी मशक्कत के बाद उस पर काबू पाया था . फिर डॉक्टरों से पता चला कि वह एक दिमागी बीमारी का शिकार था. जिसका नाम Schizophrenia था. अपने बेटे सिद्धार्थ के बारे में बात करते हुए कबीर बेदी ने आगे बताया कि हम सभी परिवार वालों ने मिलकर इस मुसीबत से निकलने की बहुत कोशिश की लेकिन आखिरी में हम यह लड़ाई हार गई. क्योंकि सिद्धार्थ ने खुदकुशी करने का फैसला ले लिया क्योंकि वह इस बीमारी के द्वारा बनाई गई. दुनिया में रहना और बर्दाश्त नहीं कर पा रहा था. और आखिरी मेरा इस दुनिया को छोड़ कर हमेशा के लिए चला गया. उस गम से निकलना मेरे लिए काफी ज्यादा मुश्किल था. उस समय में पूरी तरह से टूट गया था लेकिन मैंने फिर भी खुद को संभालो और अपने पैरों पर खड़ा हुआ.

जानकारी के लिए बता दें वीर बेदी का कहना था कि उन्हें पहले से ही पता था कि उनका बेटा सुसाइड करने वाला है. लेकिन यह सब जानकर भी वह अपने बेटे को नहीं बचा पाए. कबीर ने कहा कि उन्होंने अपने बेटे को पोस्टिव करने की हर मुमकिन कोशिश की लेकिन दिन प्रतिदिन उसकी बीमारी और बढ़ती गई. कबीर ने कहा कि मेरे बेटे ने अपने बीमारी के बारे में बहुत कुछ पढ़ा और 1 दिनों से कहा कि वह सुसाइड करना चाहता है. यह बात जानकर हैरान रह गया और मैंने उसे काफी ज्यादा समझाया लेकिन वह नहीं माना. और इन सबके चलते कबीर बेदी ने अपने बेटे को हमेशा के लिए खो दिया जिसका गम ना भूलने वाला है.