काजोल के हीरो रहे कमल का जन्मदिन ही बन गया जिंदगी का सबसे दर्दनाक दिन, खोया माँ-बाप और बहन का साथ

बॉलीवुड फिल्म जगत की बात करें तो हमारे अक्सर ही हम ऐसे सितारों को देखते हैं जिनका करियर शुरू काफी सही तरीके से होता है लेकिन वक्त के साथ उन्हें वो कामयाबी ही मिल पाती जिसके वो हकदार होते हैं| ऐसे कुछ नही बॉलीवुड में बहुत सारे सितारे हैं जिनका करियर अचानक से उपर उठा और फिर ये गुमनाम हो गए| आज हम आपको बॉलीवुड के एक ऐसे ही सितारे से मिलाने जा रहे हैं जिनका नाम कमल सदाना है| बता दें के ये वही एक्टर कमल हैं जिन्होंने बॉलीवुड की मशहूर फिल्म बेखुदी से डेब्यू किया था|

इस फिल्म में कमल नें दमदार अभिनय किया लेकिन इसके बाद से इन्हें फिल्मो में कम देखा जाने लगा और धीरे धीरे ये पर्दे से दूर हो गये| इसके पीछे कहीं न कहीं इनकी असल ज़िदगी रही जिसमे के इन्होने कई दुःख झेले हैं| इन घटनाओं को कमल के लिए भुलाना काफी मुश्किल था और इसका असर इनके स्वभाव पर काफी अधिक देखने को मिला था| कमल का जन्म 21 अक्टूबर, 1970 में हुआ था और तभी से इन्होने एक्टर बनने का सपना देखा था|

कमल नें काजोल के साथ साल 1992 में अपने दमदार अभिनय को फिल्म बेखुदी में साबित करने के बाद रंग नाम की एक फिल्म में अभिनय किया जिसने इन्हें काफी बड़ा स्टार बना दिया| बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाने वाली फिल्म रंग में इनके साथ दिव्या भारती रहीं| लेकिन इसके बाद इनकी फ़िल्में नही चल पायी और नीजी ज़िदगी भी बहुत दुखद मोड़ से गुजरी|

कमल नें एक इंटरव्यू के दौरान इस बात का खुलासा किया के कैसे उनके जीवन की सबसे दर्दनाक घटना उनके सामने घटित हुई थी| बात है उनके जन्मदिन वाली तारिख की जब इनके जीवन में मानो एक भूचाल सा आ गया हो| इन एक ही दिन अभिनेता कमल नें अपने माँ, पापा और अपनी बहन को एक ही दिन खो दिया| और आज भी इनके मन में यह घटना घर करके बैठी हुई है|

इंटरव्यू के दौरान कमल नें बताया के इनके पिताजी बेहद क्रोधित स्वभाव वाले शख्स थे और अक्सर ही उनका माँ से झगड़ा होता था| और ऐसा ही कुछ इनके 20 वे जन्म दिवस पर भी हुआ जब इनके पिता बृज सदाना शराब के नशे में घर पहुंचे थे| उस समय इनके पिताजी के पास एक लाइसेंसी रिवाल्वर भी हुआ करती थी जिससे अपनी बेटी और पत्नी दोनों को मार दिया | हाथ में बंदूक देखकर कमल भी किसी तरह अपनी जान बचाकर भागे थे|

लेकिन इस सब के बाद पिता नें नजाने क्या सोचा और खुद को भी गोली मार ली और दुनिया छोड़ गये| इस सब के बाद कमल अकेले पड़ गये थे| हालाँकि इस सदमे के बाद कमल नें बॉलीवुड में आने की कोशिश की लेकिन इनके जहन में जो मंजर एक बार बसा हुआ था उसे वो चाहकर भी न भुला पाए और धीरे धीरे इसका असर इनके अभिनय पर भी बहुत अधिक देखने को मिला|

इन्ही सब कारणों की वजह से शायद कमल का फ़िल्मी करियर भी समाप्त हो गया और वो गुमनामी के समन्दर में मानो डूबते चले गये|