कपूर परिवार की इस देवरानी-जेठानी की आपस में हमेशा छिड़ी रहती हैं जंग, जानिए कौन है ये और क्यों आई इनके बीच ये दरार

बॉलीवुड के कपूर परिवार में देवरानी-जेठानी का रिश्ता रखने वाले नीतू और बबीता के बीच हमेशा रही जंग, आइए जाने कैसा है उनका रिश्ता. बुज़ुर्गों की कहावत “रसोई में जितना ज्यादा बर्तन होंगे वहां से खटपट की आवाज़ें उतनी ही ज्यादा आएंगी” को अक्सर रिश्तों के साथ भी जोड़कर देखा गया है. वैसे तो हर रिश्ता खास होता है, लेकिन ‘देवरानी-जेठानी’ का रिश्ता ऐसा है जिसमें अक्सर अनबन देखने को मिलती है. बॉलीवुड भी इसका अपवाद नहीं है.

बता दे कि 60 के दशक में जानी-मानी अभिनेत्री रही बबीता शिवदासानी कपूर खानदान की बड़ी बहू हैं. राज कपूर के बड़े बेटे रणधीर कपूर से उनकी शादी साल 1971 में हुई थी. जबकि नीतू कपूर साल 1980 में कपूर खान की बहु बनीं. दरअसल शुरूआत से ही परिवार की इन दोनों बहुओं के बीच कभी नहीं बनी थीं. हांलाकि इस अनबन की वजह हमेशा पारिवारिक रही. किसी ने भी बबिता और नीतू की अनबन के बारे में कुछ नहीं बोला था. लेकिन जेठानी-देवरानी के दिलों के बीच जो दूरियां थीं, वो किसी से छिपी भी नहीं थीं. कई मौकों पर ये दूरियां खुलकर दिखीं.

कहते हैं कि बबिता और नीतू के बीच कुछ इस कदर कड़वाहट है कि जब साल 2003 में परिवार की बड़ी बेटी करिश्मा कपूर की शादी बिजनेसमैन संजय कपूर के साथ हुई तो नीतू कपूर करिश्मा की शादी में शामिल नहीं हुई थी. इस बात का बदला बाद में बबीता कपूर ने भी लिया. 2007 में जब नीतू-ऋषि की इकलौती बेटी रिद्धिमा की शादी हुई तब ना तो बबीता उस शादी में शामिल हुईं और ना ही करिश्मा करीना. रणधीर कपूर अकेले ही रिद्धिमा-भरत साहनी की शादी के हर फंक्शन में अकेले शामिल हुए थे. यहां तक ही नहीं, साल 2010 में जब नीतू की मां राजी सिंह का देहांत हुआ तब भी पूरा कपूर परिवार नीतू को ढ़ाढस बंधाने के लिए वहां मौजूद था, लेकिन बबीता कपूर वहां भी नहीं पहुंची थी.

इतना ही नहीं देवरानी-जेठानी के रिश्ते में मौजूद इस कड़वाहट का असर इनके बच्चों पर भी पड़ा था. रिद्धिमा कपूर और करिश्मा-करीना के बीछ भी रिश्ते कुछ खास मधुर नहीं थे. रिद्धिमा कपूर करिश्मा के एक्स हसबैंड संजय कपूर की तीसरी बीवी प्रिया सचदेव के साथ मिलकर ज्वैलरी बिज़नेस कर रही हैं. रिद्धिमा का करिश्मा की सौतन प्रिया के साथ हाथ मिलाना भी विवादों में छाया था. हांलाकि रिद्धिमा ने बाद में इस बात पर सफाई भी दी थी.

हांलाकि देवरानी-जेठानी के बीच चली आ रही इस कोल्डवॉर को खत्म करने की पहल भी बबीता ने ही की थी. 2012 में करीना और सैफ की शादी में शामिल होने का निमंत्रण लेकर खुद बबीता कृष्णा राज बंगले में पहुंची थी और नीतू को पर्सनली आमंत्रित किया था. जिसके बाद नीतू कपूर भी करीना की शादी में शामिल हुईं. दोनों देवरानी-जेठानी शादी के फंक्शनस में ऐसे मिलीं जैसे इनके बीच कभी किसी तरह की खटास मौजूद ही नहीं थी. दोनों ने साथ मिलकर जबरदस्त डांस भी किया और हर फंक्शन को इंजॉए किया. इतना ही नहीं इसी साल अरमान जैन की शादी में भी दोनों को साथ में जमकर डांस करते देखा गया. कहते हैं कि वक्त के साथ जेठानी बबीता कपूर और देवरानी नीतू कपूर ने अपने नफरत को भूलाकर रिश्ते मधुर करने की तरफ कदम बढ़ाया है, लेकिन रिश्तों में जो गांठ पड़ी थी उसके निशान अब भी इनके बीच मौजूद हैं मगर जब कोशिश दोनो तरफ से हो तब शायद ये दरार भी मिट जाए.