पति-परिवार ने छोड़ा साथ, नहीं मानी हार, 6 महीने के बेटे को लेकर बेचा शिकंजी और आइसक्रीम, अब बनीं SI अफसर

इंसान का जीवन इतना आसान नहीं है जितना लगता है। इंसान के जीवन में बहुत सी दुख-तकलीफें आती हैं। बहुत से लोग ऐसे होते हैं जो अपने जीवन की परेशानियों के आगे हार मान जाते हैं परंतु कई लोग ऐसे भी होते हैं जो अपने जीवन के सारे दु:खों को झेलते हुए लगातार अपने जीवन में आगे बढ़ते रहते हैं। जो लोग हिम्मत के साथ निरंतर प्रयास करते हैं उनको एक ना एक दिन अपनी सारी तकलीफों से छुटकारा जरूर मिलता है और वह अपने जीवन में सफलता हासिल करते हैं।

आजकल के समय में देखा गया है कि लोग अपने जीवन की बुरी परिस्थितियों का हवाला देते हुए मेहनत करना छोड़ देते हैं, जिसकी वजह से उनके जीवन में एक के बाद एक कई परेशानियां बढ़ने लगती हैं परंतु जो लोग लगातार मेहनत करते हैं वह अपने जीवन की परेशानियों से जल्द छुटकारा पा लेते हैं। ऐसा सच कहा जाता है कि मुश्किल से मुश्किल हालातों में भी सफलता का स्वाद व्यक्ति कड़ी मेहनत से ही चख सकता है।

आज हम आपको केरल के कांजीरामकुलम, तीरुवनंतपुरम की एनी शिवा की कहानी के बारे में बताने वाले हैं। एनी के सामने दुनिया की तमाम मुश्किलें उत्पन्न हुईं परंतु उन्होंने कभी हार नहीं मानी और आज अपनी कठिन मेहनत और बुलंद हौसलों के दम पर सब इंस्पेक्टर बन चुकी हैं।

आपको बता दें कि जब एनी 18 साल की थी तो वह केएनएम गवर्मेंट कॉलेज, कांजीरामकुलम में फ़र्स्ट ईयर की छात्रा थीं। एनी ने अपने परिवार की इच्छा के विरुद्ध जाकर अपने प्रेमी के साथ रहने लगी थीं। एनी ने एक बेटे को जन्म दिया। जब बेटे के जन्म के 6 महीने हुए तो उसके बाद एनी को उसके प्रेमी ने छोड़ दिया, जिसकी वजह से एनी सड़कों पर दर-दर की ठोकरें खाने लगीं और वह बेसहारा हो गई थीं। खबरों के अनुसार ऐसा बताया जाता है कि एनी अपने परिवार के पास वापस लौटीं परंतु उनके परिवार ने भी उनको अपनाने से साफ मना कर दिया, जिसके बाद एनी अपनी बेटी के साथ अपनी दादी के घर के पीछे बनी झोपड़ी में रहने लगी थीं।

एनी के पास अपना गुजारा चलाने का कोई भी साधन नहीं था, जिसकी वजह से वह काफी चिंतित थीं, साथ में उनका 6 महीने का बेटा भी था जिसके कारण उनकी चिंता और बढ़ती जा रही थी। तब उन्होंने कई छोटे-मोटे काम करके अपना और अपने बेटे का पेट पालना शुरू किया। एनी घर-घर जाकर डिलीवरी का काम भी करती थीं। करी पाउडर, साबुन बेचना शुरू कर दिया। इतना ही नहीं बल्कि एनी में बतौर इंश्योरेंस एजेंट के रूप में काम भी किया। उन्होंने छात्रों के लिए प्रोजेक्ट, रिकॉर्ड्स भी बनाए। त्योहारों के समय एनी वेंडर्स के साथ मिलकर आइसक्रीम और नींबू पानी भी बेचा था।

एनी अपनी पढ़ाई के साथ-साथ अपने बेटे की जिम्मेदारी भी संभालने लगीं। उन्होंने समाजशास्त्र में ग्रेजुएशन पूरी कर ली। वह इस दौरान अपने बेटे शिवासूर्य के साथ कई स्थानों पर भी रही थीं एनी मर्दों की तरह दिखने के लिए अपने बाल भी कटवा दिए थे। साल 2014 में एनी तिरुवंतपुरम के कोचिंग सेंटर में दाखिला ले लिया और महिला SI की परीक्षा दी थी। एनी ने यह परीक्षा पास करने के लिए खूब मेहनत की और आखिर में उनकी मेहनत रंग लाई. साल 2016 में एनी महिला पुलिस बन गई और साल 2019 में उन्होंने SI की परीक्षा भी पास कर ली थी। 25 जून 2021 को वर्कला पुलिस स्टेशन में बतौर सब-इंस्पेक्टर एनी की पोस्टिंग हो गई।