रियल लाइफ के हीरो हैं केएल राहुल, हर बार खुद को किया साबित, कई मौकों पर इंसानियत की मिसाल की पेश

भारत में क्रिकेट का खेल सबसे लोकप्रिय बन चुका है। इस खेल को हर उम्र के लोग देखना बेहद पसंद करते हैं, जैसा कि आप सभी लोग जानते हैं कि आईपीएल के 13वें सीजन की शुरुआत हो चुकी है और आईपीएल के इस सीजन में सभी टीमें अपना पूरा जोर लगाती हुई नजर आ रही हैं। अभी तक बहुत से मुकाबले हो चुके हैं। कई मुकाबलों में काफी रोमांचक मैच देखने को मिला है, लेकिन दूसरी तरफ कुछ ऐसी टीम भी है जिसने एक तरफा मैच जीता है। किंग्स इलेवन पंजाब और रॉयल चैलेंजर्स इस सीजन में आमने-सामने थीं। किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान केएल राहुल ने 132 रन की शानदार नाबाद पारी खेली, जिसकी सहायता से टीम का स्कोर 206 तक पहुंचा। इस मैच में आरसीबी को 97 रनों से हार का सामना करना पड़ा। केएल राहुल ने इस मैच में अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी से फैंस का दिल जीत लिया। वर्तमान समय में केएल राहुल के फैंस की कोई कमी नहीं है। अक्सर फैंस अपने पसंदीदा क्रिकेटर के बारे में जानने के उत्सुक रहते हैं। ऐसे में आप जरूर जानना चाहेंगे कि केएल राहुल सिर्फ क्रिकेट के मैदान में ही हीरो नहीं है बल्कि यह असल जिंदगी में भी हीरो हैं। इन्होंने कई मौके पर अपनी इंसानियत की मिसाल पेश की है। इन्होंने खुद को साबित कर दिखाया है।

लोकेश राहुल के नाम के पीछे भी है ये कहानी

आपको बता दें कि केएल राहुल का पूरा नाम कन्नूर लोकेश राहुल है। इनका जन्म 18 अप्रैल 1992 को कर्नाटक के मंगलूर नामक शहर में हुआ था। इनके पिता जी का नाम केएन लोकेश है और इनकी माता जी का नाम राजेश्वरी है। लोकेश राहुल के पिताजी केएन लोकेश नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी कर्नाटक में एक प्रोफेसर और कार्यकारी निदेशक के रूप में कार्य करते हैं। इनकी माताजी मैंगलोर यूनिवर्सिटी में हिस्ट्री प्रोफेसर के रूप में कार्यरत हैं। अध्यापन के क्षेत्र से जुड़े होने के बावजूद भी केएल राहुल के पिता जी क्रिकेट में अधिक रूचि रखते थे। इनके पिता जी सुनील गावस्कर के बहुत बड़े फैन थे। इसी वजह से यह अपने बेटे का नाम सुनील गावस्कर के नाम पर ही रखना चाहते थे। सबसे बड़ी दिलचस्प बात यह है कि जब बेटे का नामकरण होने जा रहा था तो यह सुनील गावस्कर का नाम ही भूल गए। अंत में उन्होंने सुनील गावस्कर के बेटे रोहन गावस्कर के नाम पर अपने बेटे का नाम रखने का निर्णय लिया लेकिन रोहन का नाम भूलकर राहुल समझ कर इन्होंने अपने बेटे का नाम केएल राहुल रखा।

आपको बता दें कि केएल राहुल एक बेहतरीन बल्लेबाज होने के साथ-साथ विकेट कीपिंग भी बहुत ही अच्छी कर लेते हैं। बचपन से ही केएल राहुल को क्रिकेट खेलने का बेहद शौक था। इनके पिताजी को भी इसके लिए किसी प्रकार की आपत्ति नहीं थी। जब केएल राहुल ने स्नातक की पढ़ाई पूरी की तो उसके बाद इन्होंने क्रिकेट पर ही पूरा ध्यान केंद्रित किया। वर्ष 2010 के आईसीसी अंडर-19 वर्ल्ड कप में इनको खेलने का अवसर मिला था लेकिन इस टूर्नामेंट में यह कुछ खास कमाल नहीं कर पाए। आपको बता दें कि ये छह मैच में मात्र 143 रन ही बना पाए थे जिसकी वजह से इनको अगले सत्र कर्नाटक की टीम से बाहर निकाल दिया गया था।

आपको बता दें कि फ्लॉप होने के बावजूद भी इन्होंने कठिन मेहनत करी और अपने आप को निखारा, जिसके परिणाम स्वरूप इनको घरेलू क्रिकेट में इनके शानदार प्रदर्शन को देखते हुए आईपीएल 2013 में खेलने का अवसर मिला था। केएल राहुल टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु का हिस्सा बने लेकिन इस बार भी यह कुछ खास कमाल नहीं कर पाए।

आईपीएल 2020 में बने पंजाब के कप्तान

बता दें कि जब इन्होंने वर्ष 2018 में धमाकेदार वापसी की थी तो हर किसी को चौंका दिया था। इस सीजन में 14 मैच में 158 से अधिक स्ट्राइक रेट से 659 रन मारे थे। वर्ष 2019 में किंग्स इलेवन पंजाब ने इन्हें 10 करोड़ देकर खरीदा था उन्होंने अपनी नई फ्रेंचाइजी को निराश नहीं किया। अब आईपीएल 2020 में पंजाब की कप्तानी इन्हीं को सौंपी गई है। उन्होंने पिछले मैच में 69 बॉल पर 14 चौके और 7 छक्के की सहायता से 132 रनों की ताबड़तोड़ पारी खेलकर अपने फैंस का दिल जीत लिया।

जैसा कि आप सभी लोग जानते हैं कोरोना वायरस महामारी के बीच लोगों की सहायता के लिए बहुत से लोग सामने आए हैं। इसी दौरान केएल राहुल ने भी जरूरतमंद लोगों की सहायता की है, इनकी मदद के लिए इन्होंने अपनी कई चीजों की नीलामी करते हुए दान किया था।