इस अभिनेत्री ने परिवार के खिलाफ जाकर NRI से की थी शादी, लेकिन 7 साल भी नहीं चला रिश्ता, बेटी संग जी रही ऐसी जिंदगी

साउथ के साथ ही बॉलीवुड फिल्मों में काम कर चुकीं अभिनेत्री भानुप्रिया आज भी किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं। 15 जनवरी 1967 को आंध्र प्रदेश के राजमुंदरी (रंगमपेटा गांव) में जन्मी भानुप्रिया की उम्र 55 साल की हो चुकी है।

भानुप्रिया ने अभिनय की दुनिया में अपना कदम महज 17 वर्ष की आयु में ही रख दिया था। उनकी पहली फिल्म 1983 में आई थी, जो एक तमिल फिल्म थी, जिसका नाम “मेल्ला पेसुन्गल” है।

भानुप्रिया साउथ फिल्म इंडस्ट्री की जानी मानी अभिनेत्री हैं। उन्हें साउथ में अच्छी खासी लोकप्रियता हासिल हुई जिसके बाद उन्होंने 90 के दशक में बॉलीवुड में एंट्री की। भानुप्रिया की फिल्मों में आने की कहानी भी बेहद दिलचस्प है।

शायद ही बहुत कम लोगों को इस बात का पता होगा कि भानुप्रिया का असली नाम मंगा भामा है और उनका पहले से कोई भी फिल्मी बैकग्राउंड नहीं रहा है। भानुप्रिया ने अपने दम पर फिल्मी दुनिया में अपनी एक अलग ही पहचान बनाई है और अपने बेहतरीन अभिनय से लोगों का दिल जीता है।

ऐसा बताया जाता है कि भानुप्रिया ने कभी यह नहीं सोचा था कि वह अभिनेत्री बनेंगी परंतु शायद उनकी किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। जब भानुप्रिया स्कूल में पढ़ाई कर रही थीं, तब एक दिन भाग्यराजा गुरु वहां आए। वह अपनी फिल्म के लिए एक टीन गर्ल लेना चाहते थे, जिसे डांस करना आता हो। उन्होंने अपनी फिल्म के लिए भानुप्रिया को चुन लिया।

लेकिन भानुप्रिया के हाथों से यह फिल्म निकल गई। दरअसल, हुआ ऐसा की एक फोटोशूट के दौरान भाग्यराजा गुरु को इस बात का एहसास हुआ कि भानुप्रिया इस रोल के लिए काफी छोटी हैं। पहले तो उन्होंने भानुप्रिया को इस रोल के लिए सेलेक्ट कर लिया था परंतु बाद में उनको इस फिल्म में नहीं लिया गया।

भानुप्रिया इसके बाद दोबारा कभी स्कूल नहीं गईं। उन्होंने स्कूल में पहले ही बोल दिया था कि वह फिल्मों में रोल कर रही हैं और फिल्म हाथ से निकलने के बाद स्कूल जातीं तो उनका मजाक बनता, जिसके बाद वह फिल्मों में काम करने की तलाश में लग गईं और आखिर में उनको सफलता मिल ही गई।

भानुप्रिया इसी बीच फोटोशूट भी करवाती थीं। उनके फोटोशूट पर जब भारतीराजा गुरु की नजर पड़ी, तो उन्होंने तमिल फिल्म “Pasiyadu” में उन्हें काम करने का अवसर प्रदान किया। जब वह यह फिल्म कर रही थीं, तभी उन्हें वामसी गुरु की “सितारा” फिल्म का प्रस्ताव मिला और उसके बाद “चंद्रगम” फिल्म उन्हें ऑफर हुई।

सबसे पहले “सितारा” फिल्म रिलीज हुई, जो सुपरहिट साबित हुई थी और नेशनल लेवल पर बेस्ट रीजनल फिल्म के साथ कई अवार्ड भी अपने नाम किए। बहुत ही जल्द भानुप्रिया दक्षिण भारतीय सिनेमा का एक बड़ा नाम बन चुकी थीं। जब भानुप्रिया ने साउथ फिल्म इंडस्ट्री में एक बड़ा नाम कमा लिया तो उसके बाद उन्होंने हिंदी फिल्मों में कदम रखा। भानुप्रिया ने “दोस्ती दुश्मनी” फिल्म से बॉलीवुड में एंट्री की थी, यह फिल्म 1986 में रिलीज हुई थी।

भानुप्रिया अब तक करीब 150 फिल्मों में काम कर चुकी हैं। भानुप्रिया ने ‘इंसाफ की पुकार’ (1987), ‘खुदगर्ज़’ (1987), ‘मर मिटेंगे'(1988), ‘तमंचा’ (1988), ‘सूर्या’ (एन अवेकनिंग) (1989), ‘दाव पेंच’ (1989), ‘ग़रीबों का दाता’ (1989), ‘कसम वर्दी की’ (1989), ‘जहरीले’ (1990) और ‘भाभी’ (1991) में काम किया। ज्यादातर फिल्मों में उनके को-स्टार जितेंद्र रहे हैं। भानुप्रिया फिल्म इंडस्ट्री में 33 वर्षों तक सक्रिय रहीं।

अगर हम भानुप्रिया की निजी जिंदगी के बारे में बात करें, तो यह बेहद दिलचस्पी रही है। भानुप्रिया ने एक इंटरव्यू के दौरान यह बताया था कि वह NRI आदर्श कौशल को पसंद करती थीं। चूंकि आदर्श अमेरिका में रहते थे, तो दोनों की बात अक्सर फोन पर होती थी। भानुप्रिया के पैरेंट्स दोनों की शादी के खिलाफ थे। परंतु इसके बावजूद भी उन्होंने परिवार वालों के खिलाफ जाकर 14 जून 1998 को कैलिफोर्निया में शादी कर ली।

शादी के 5 साल बाद 2003 में भानुप्रिया ने एक बेटी को जन्म दिया। हालांकि शादी का यह रिश्ता ज्यादा लंबा ना चल सका और शादी के 7 साल बाद 2005 में भानुप्रिया और आदर्श कौशल तलाक लेकर एक-दूसरे से अलग हो गए। तलाक के बाद बेटी की कस्टडी भानुप्रिया को मिल गई और वह चेन्नई चली गईं। अब भानुप्रिया अपनी बेटी अभिनाया की अकेले परवरिश कर रही हैं।