हनुमान चालीसा का पाठ कितनी बार करना चाहिए? जान लीजिए सही समय और विधि, तभी हर इच्छा होगी पूरी

हिंदू देवताओं में प्रमुख श्री राम के परम भक्त पवन पुत्र हनुमान का महत्वपूर्ण स्थान है। मंगलवार और शनिवार का दिन हनुमान जी को समर्पित होता है। ऐसा माना जाता है कि इस दिन अगर सच्चे मन से बजरंगबली की आराधना की जाए तो मनुष्य को सभी प्रकार के कष्टों से छुटकारा मिल सकता है। महाबली हनुमान जी एक ऐसे देवता हैं, जो अपने भक्तों की पुकार जरूर सुनते हैं। जो भक्त सच्चे मन से हनुमान जी की पूजा-आराधना करता है उसके जीवन के हर दुख दूर हो जाते हैं।

ऐसे बहुत से लोग हैं जो अंजनी पुत्र हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं। ऐसा माना जाता है कि हनुमान जी की कृपा प्राप्त करने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ बेहद ही सरल और आसान उपाय होता है। हनुमान चालीसा का पाठ करने से जीवन में आईं समस्याएं दूर हो सकती हैं और रोगों तथा मुसीबतों से भी छुटकारा मिल सकता है। हनुमान चालीसा का पाठ करने से बजरंगबली प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूर्ण कर देते हैं।

लेकिन हनुमान चालीसा का पाठ सही विधि और सही नियम के साथ व्यक्ति करेगा तभी इसका पूर्ण लाभ प्राप्त हो पाएगा। आज हम आपको हनुमान चालीसा का पाठ कितनी बार और कैसे करना चाहिए, इस विषय में बताने जा रहे हैं।

हनुमान चालीसा का पाठ कितनी बार करें?

जब आप हनुमान चालीसा का पाठ सही विधि के साथ करेंगे तभी आपको इसका शुभ फल प्राप्त हो सकता है। हनुमान चालीसा की एक पंक्ति में इस बात का जिक्र किया गया है कि “जो शत बार पाठ कर कोई। छूटहि बंदि महा सुख होई।” इस पंक्ति का यह अर्थ है कि हनुमान चालीसा का 100 बार पाठ करने से व्यक्ति को हर बंधन से छुटकारा मिल जाता है।

वहीं शास्त्रों के अनुसार देखा जाए तो हनुमान चालीसा का पाठ 100 बार करना चाहिए। अगर आप 100 बार हनुमान चालीसा का पाठ नहीं कर पा रहे तो ऐसी स्थिति में आपको कम से कम 7, 11 या 21 बार हनुमान चालीसा का पाठ जरूर करना चाहिए।

हनुमान चालीसा का पाठ करने की सही विधि

ज्योतिष के जानकारों का भी ऐसा बताना है कि अगर व्यक्ति बजरंगबली को प्रसन्न करना चाहता है तो इसके लिए हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए। इसके लिए नित्यक्रिया करके स्नान आदि कर लीजिए। आपको हनुमान चालीसा का पाठ में स्वच्छता का खास ध्यान रखना होगा। शास्त्रों में इस बात का जिक्र किया गया है कि हनुमान चालीसा का पाठ जमीन पर बैठकर आसन के ऊपर करना चाहिए, क्योंकि बिना आसन बिछाए पूजा करना शुभ माना जाता है।

जब आप हनुमान चालीसा पाठ की शुरुआत कर रहे हैं, तो उससे पहले आपको गणेश जी की वंदना जरूर करनी होगी और प्रभु श्री राम जी की आराधना कीजिए। इसके पश्चात ही हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए।

हनुमान चालीसा का पाठ का सही समय

हनुमान जी को प्रसन्न करने और उनकी कृपा प्राप्त करने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ सुबह या शाम के समय करना चाहिए। आप हनुमान चालीसा का पाठ शुरू करने से पहले स्नान जरूर कर लीजिए। अगर आप शाम के समय हनुमान चालीसा का पाठ कर रहे हैं तो अपने हाथ-पैर अच्छी तरह धोकर साफ कपड़े पहनें और फिर पाठ करने के लिए बैठें।