25 या 26 जानिए किस दिन होगी विजयदशमी, इस दिन करें ये उपाय धन से भरी रहेगी तिजोरी

विजयदशमी का त्यौहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना गया है। अगर हम पुराणों के अनुसार देखे तो जब भगवान श्री राम जी ने रावण के ऊपर जीत हासिल की थी, उसी के उपलक्ष में विजयदशमी का त्यौहार मनाया जाता है। शास्त्रों के अनुसार इस दिन लोग शस्त्रों की भी पूजा करते हैं ताकि वह अपने दुश्मनों पर विजय हासिल कर पाएं। अगर आप इस दिन कोई खास काम करते हैं तो इससे आपको विजय अवश्य हासिल होगी, इसके अलावा ऐसा बताया जाता है कि इस दिन माता दुर्गा ने महिषासुर का भी वध किया था। अगर आपको इस बार दशहरा तिथि को लेकर मन में असमंजस बना हुआ है तो आज हम आपको विजयदशमी यानी दशहरा कब है? इसके बारे में जानकारी देने जा रहे हैं।

जानिए कब मनाया जाएगा दशहरा

जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं इस बार शारदीय नवरात्रि की शुरुआत 17 अक्टूबर 2020 से हुई थी, इसके साथ ही इस वर्ष दशमी तिथि 26 अक्टूबर की प्रातः तक पड़ रही है। अगर इस हिसाब से देखा जाए तो दशहरा यानी विजयदशमी 25 अक्टूबर 2020 को मनाई जाएगी।

दशहरे का महत्व

जब रावण ने सीता माता का अपहरण कर लिया था तब भगवान श्री राम जी ने सीता माता को रावण के चंगुल से छुड़ाया था। इसी के उपलक्ष में दशहरा मनाया जाता है। यह त्यौहार भगवान श्री राम जी की कहानी को बताता है, जिन्होंने लंका में 9 दिनों तक लगातार युद्ध करके अहंकारी रावण का अहंकार तोड़कर इसका वध किया था और सीता माता को उसकी कैद से छुटकारा दिलाया। इसके अलावा ऐसा भी बताया जाता है कि इस दिन मां दुर्गा ने महिषासुर का संहार भी किया था इसीलिए इसे विजयदशमी के रूप में भी मनाया जाता है। इस दिन माता दुर्गा जी की पूजा उपासना भी होती है।

दशहरे पर करें यह उपाय

  • अगर आप दशहरे के दिन मीठी दही के साथ शमी वृक्ष के काष्ठ की अपराजिता मंत्रों से पूजन करते हैं तो इससे आपके घर में समृद्धि आती है।
  • अगर आप दशहरे के दिन गुप्त दान करते हैं तो आपको विशेष फल की प्राप्ति होती है। आप दशहरे के दिन कोई नई झाड़ू खरीद कर किसी मंदिर में ऐसे स्थान पर रख दीजिए जहां पर कोई देख ना पाए। इस उपाय को करके आप अपने जीवन को खुशहाल बना सकते हैं, इससे आपके जीवन के सभी कष्ट दूर होंगे।
  • आप दशहरे वाले दिन रावण दहन से पूर्व माता दुर्गा जी की सहायक योगिनी जया और विजया की पूजा कीजिए, इसके पश्चात आपको शमी के वृक्ष की पूजा करनी होगी। फिर आप वृक्ष के पास की मिट्टी लाकर अपने घर के पूजा स्थल या फिर तिजोरी में रख दीजिए। अगर आप इस उपाय को करते हैं तो इससे आपके धन की तिजोरी हमेशा पैसों से भरी रहेगी और घर में वैभव बना रहेगा।

दशहरा से जुड़ी कुछ प्राचीन रीति-रिवाज

इस पर्व से जुड़े हुए कुछ प्राचीन परंपराएं भी है जिसको वर्तमान समय में भी निभाया जाता है। विजयदशमी के दिन क्षत्रिय विशेष रूप से शस्त्र की पूजा करते हैं। ब्राह्मण सरस्वती जी की पूजा करते हैं। वैश्व बही पूजन करते हैं।