कभी परवीन बॉबी को बीवी बनाना चाहते थे महेश भट्ट, घर-गृहस्थी छोड़ने के लिए भी थे तैयार, फिर ..

बॉलीवुड के मशहूर डायरेक्टर और प्रोड्यूसर महेश भट्ट की ज़िन्दगी हमेशा कंट्रोवर्सी से घिरी हुई पाई गई है. बचपन से ही उन्होंने कंट्रोवर्सी का सामना किया है और आज भी कर रहे है. उनकी सुपरहिट फिल्म आशिकी पर्दे पर काफ़ी हिट थी. मगर बहुत कम लोग जानते है कि यह फिल्म में उन्होंने अपनी लव लाइफ दर्शाई है. आइए महेश भट्ट की ज़िन्दगी से जुड़े कुछ दिलचस्प बातों को जानते है. हालांकि महेश भट्ट आज बेहद सफल है मगर उनकी ज़िन्दगी में कई संघर्ष थे. दरअसल महेश भट्ट की मां ने उन्हें शादी से पहले जन्म दिया था और उनके पिता ने उनसे कभी शादी नहीं की. ऐसे में उन्हें उनकी मां और मामा ने है पाला पोसा था. महेश भट्ट को अपने पिता का सरनेम कभी नहीं मिला था.

वहीं महेश भट्ट को 20 साल की उम्र में लॉरेन ब्राइट से बेइंतहा मोहब्बत हो गई थी. लॉरेन ने अपना नाम बदल कर किरण भट्ट भी कर लिया था. इन दोनो की लव स्टोरी बेहद रोमांटिक रही मगर 11-12 साल बाद दोनों के रिश्ते में दरार आ गई थी. लॉरेन अनाथ थी, वह बॉम्बे स्कॉटिश अनाथ आश्रम में पढ़ाई कर रही थी. इस लव स्टोरी के दौरान महेश भट्ट दीवार फांदकर उनसे मिलने भी जाया करते थे. जैसा आशिकी मूवी में दर्शाया गया है. लेकिन जब वह पकड़े गए तो लॉरेन ब्राइट को वहां से निकाल दिया गया. इसके बाद उन्होंने उनका दाखिला YWCA में करवाया ताकि वह टाइपिस्ट बनकर खुद की देखभाल कर सके.

इसी दौरान महेश इंडस्ट्री में आगे बढ़ रहे थे. 20 साल की उम्र में दोनों ने शादी कर ली और 21 साल में वह पापा बन गए. लॉरेन ने एक प्यारी सी बेटी को जन्म दिया, जिसका नाम पूजा भट्ट रखा गया और कुछ ही समय में उन्होंने एक कुछ समय के बाद उन्होंने बेटे को भी जन्म दिया. लेकिन धीरे धीरे दोनो के बीच दरार आना शुरू हो गया. दरअसल शादी होने के बावजूद महेश और परवीन बॉबी की नजदीकियों की खबरें जोर पकड़ रही थी. परवीन बॉबी के लिए उन्होंने किरण को छोड़ दिया था. मगर किरण को कभी तलाक नहीं दिया.

बहरहाल इसके बाद महेश की मुलाकात हुई सोनी राजदान से हुई. सोनी से महेश शादी करना चाहते थे, लेकिन किरण को तलाक नहीं देना चाहते थे. इसलिए उन्होंने इस्लाम धर्म को अपनाते हुए सोनी राजदान से शादी कर ली. सोनी से शादी करने के बाद उन्हें 1988 में शाहीन भट्ट और 1993 में आलिया भट्ट हुईं. इसी दौरान उनकी बेटी पूजा भट्ट अपने पिता से बहुत नाराज़ हो गई थी क्योंकि वे यह समझती थी की उनके पिता ने उनकी मां को दूसरों औरतों के लिए उन्हें धोखा दिया है.