Rohit Sardana: बचपन से था टीवी पर आने का शौंक, NSD में नहीं मिला मौका तो शुरू की थी पत्रकारिता

जिसने धरती पर जन्म लिया है उसे एक न एक दिन यहाँ से जाना भी पड़ता है. ऐसे ही एक शख्स के बारे आज हम बात कर रहे हैं. दरअसल हरियाणा के कुरुक्षेत्र शहर में जन्म लेने वाले जाने-माने टीवी एंकर व पत्रकार रोहित सरदाना का शुक्रवार को देहांत हो गया था. इनके निधन का कारण हार्ट अटैक बताया जा रहा है. वहीं पत्रकार रोहित सरदाना कोरोना से भी संक्रमित हो गए थे. आपको बता दें कि रोहित सरदाना 22 सिंतंबर को कुरुक्षेत्र, हरियाणा में जन्मे थे. वहीं एंकर रोहित सरदाना ने वहीं से अपनी स्कूल की पढ़ाई प्राप्त की थी. स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद अपनी आगे की पढ़ाई करने के लिए वह हिसार चले आए थे.

आपको बता दें कि रोहित सरदाना ने गुरु जम्बेश्वर विश्वविद्यालय विज्ञान और प्रौद्योगिकी में दाखिला लेकर वहां से मनोविज्ञान में स्नातक(BA) की डिग्री प्राप्त की थी, और उसी यूनिवर्सिटी से मास कम्युनिकेशन में मास्टर्स (MMC) की डिग्री प्राप्त कर ली थी. दरअसल बचपन से ही रोहित सरदाना का सपना था कि उन्हें टीवी पर आना है, इसीलिए उन्होंने पत्रकारिता में करियर बनाने का ठान लिया था. शुरुआत में रोहित कुछ अखबारों के लिए भी लिखा करते थे, और यही कारण रहा उनके टीचर ने उन्हें पढ़ाई के साथ साथ काम करने के लिए भी कह दिया था. हालाँकि रोहित ने फिर कुछ इंटरव्यू दिए थे और उन्हें रेडिओ स्टेशन में नौकरी मिल गई थी. रोहित पढाई के साथ ही नौकरी भी करने लग गए थे. वहीं से उनके काम को देख कर, सिटी केबल ने भी एक शो रोहित को करने के लिए दे दिया था.

दरअसल लगभग डेढ़ साल रोहित ने इसी तरह काम किया था. लंबे समय से टीवी मीडिया का चेहरा रहने वाले एंकर रोहित सरदाना इन दिनों ‘आज तक’ न्यूज चैनल प्रसारित होने वाले शो ‘दंगल’ की एंकरिंग कर रहे थे. बता दें कि 2018 में ही रोहित सरदाना को गणेश शंकर विद्यार्थी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.

जानकारी के लिए बता दें कि रोहित सरदाना का एक भाई भी है जो कंप्यूटर साइंस के इंजीनियर है. वहीं रोहित सरदाना शादीशुदा थे और उनकी दो बेटियां भी हैं. जिनकी तस्वीरें रोहित शेयर करते थे. दरअसल रोहित सरदाना ने एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्होंने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में भी दाखिला ले लिया था क्योंकि वह हमेशा से एक्टर बनना चाहते थे लेकिन बदकिस्मती से, उन्हें एनएसडी से बाहर होना पड़ गया था क्योंकि वहां पर कुछ प्राप्त नहीं हो पा रहा था. यही समय था जब उन्होंने पत्रकार बनने का फैसला कर लिया था. और बन गए देश के एक जाने माने टीवी पत्रकार.