महाशिवरात्रि महापर्व पर इन 7 चीजों से भूलकर भी ना करें शिवलिंग की पूजा, जानिए क्या है कारण

11 मार्च 2021 दिन गुरुवार को महाशिवरात्रि का महापर्व है। इस दिन देवों के देव महादेव की विशेष रूप से पूजा अर्चना की जाती है। ऐसा माना जाता है कि अगर इस दिन विधि-विधान पूर्वक भगवान शिवजी की पूजा की जाए तो इससे भगवान की कृपा दृष्टि भक्तों के ऊपर हमेशा बनी रहती है और भगवान शिव जी की कृपा से जीवन की सारी परेशानियां दूर होती हैं।

भगवान शिव जी की साधना के लिए महाशिवरात्रि का पर्व सबसे बड़ा दिन माना गया है। महाशिवरात्रि पर भगवान शिव की विशेष आराधना करके आप अपने जीवन के सभी कष्टों से छुटकारा प्राप्त कर सकते हैं। इस दिन भक्त भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए तरह-तरह की चीजें अर्पित करते हैं परंतु कुछ चीजें ऐसी हैं, जिनको शिवलिंग पर भूलकर भी अर्पित नहीं करना चाहिए अन्यथा इसकी वजह से लाभ की जगह नुकसान का सामना करना पड़ सकता है।

शास्त्रों के अनुसार, शिवलिंग पर कुछ चीजें चढ़ाना वर्जित माना गया है। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से ऐसी कुछ चीज़ों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनको आप महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर शिवजी की पूजा के दौरान शिवलिंग पर भूलकर भी ना चढ़ाएं।

शिवलिंग पर तुलसीदल ना करें अर्पित

हिंदू धर्म में तुलसी का विशेष महत्व माना गया है। ऐसा माना जाता है कि तुलसी जीवन की सभी नकारात्मकता दूर करती है। जिस घर के आंगन में तुलसी का पौधा लगा होता है उस घर में सुख-समृद्धि का आगमन होता है। सभी प्रकार के शुभ कार्यों में तुलसी का इस्तेमाल किया जाता है परंतु भगवान शिव जी की पूजा के दौरान तुलसी अर्पित नहीं करना चाहिए। अगर आप गलती से शिव जी की पूजा में तुलसी का इस्तेमाल करते हैं तो इसकी वजह से आपकी पूजा पूर्ण नहीं होती है।

शिवलिंग पर अर्पित ना करें तिल

शिवलिंग पर तिल अर्पित नहीं करना चाहिए क्योंकि ऐसा माना जाता है कि तिल भगवान विष्णु जी के मैल से उत्पन्न हुआ है। इसी वजह से भगवान शिव जी को तिल नहीं चढ़ाया जाता।

शिव उपासना में शंख का इस्तेमाल न करें

भगवान शिव जी की पूजा के दौरान शंख का इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि भगवान शिव जी ने शंखचूड़ नाम के असुर का वध किया था, जो भगवान विष्णु जी का परम भक्त था। शंख को उसी असुर का प्रतीक माना जाता है। इस वजह से भगवान शिवजी की पूजा-उपासना में कभी भी शंख नहीं बजाना चाहिए और ना ही शंख का प्रयोग करें।

टूटा हुआ चावल

भगवान शिव जी की पूजा के दौरान आप इनको साबुत चावल (अक्षत) ही अर्पित करें। शास्त्रों में इस बात का उल्लेख किया गया है कि टूटे हुए चावल अपूर्ण और अशुद्ध होते हैं। इसलिए शिव जी को यह अर्पित नहीं करना चाहिए।

शिव की पूजा में केतकी के फूल का प्रयोग ना करें

भगवान शिव जी की पूजा में केतकी का फूल नहीं चढ़ाना चाहिए। शिवपुराण के अनुसार, शिवजी की पूजा में केतकी के फूल को अर्पित करना वर्जित है।

कुमकुम या सिंदूर

आपको बता दें कि भगवान शिव जी वैरागी हैं और कुमकुम सौभाग्य का प्रतीक माना गया है। इसी वजह से शिवजी की पूजा के दौरान इनको कुमकुम या सिंदूर अर्पित नहीं किया जाता। इसके अलावा शिवलिंग पर आप हल्दी भी अर्पित मत कीजिए।

शिवलिंग पर नारियल का न करें इस्तेमाल

शिवलिंग का भूलकर भी नारियल के पानी से अभिषेक ना करें। आपको बता दें कि नारियल धन की देवी माता लक्ष्मी जी का प्रतीक माना गया है, जिनका संबंध भगवान विष्णु जी से है। इस वजह से शिव जी को नारियल का पानी नहीं चढ़ाना चाहिए।