बुंदेलखंड की इस संध्या को दुनिया कर रही है सलाम, पति के बाद कुली बन कर ऐसे निभा रही हैं माँ होने का कर्तव्य

जीवन में कब मुसीबत आ जाए किसी को नही पता. लेकिन हर मुसीबत का डट कर सामना करना ही सही मायने में जीवन जीने की कला होती है. जीवन में हर चुनौती से लड़ कर आगे बढ़ते रहना ही एक सफल जिंदगी का उदाहरण होता है. हर समस्या को पार करते हुए और चुनौतियों से जीतते हुए हमें जीवन में निरंतर आगे बढ़ने की कोशिश करनी चाहिए. आज कल रोजमर्रा की जिंदगी में ऐसे कई लोगों के मामले सामने आते हैं जिनसे सभी को प्रेरणा लेनी चाहिए. इनके साथ जीवन में कुछ ऐसा घटित होता है कि यह मजबूर हो जाते हैं लेकिन उसके बावजूद हार नहीं मानते और न ही किसी के आगे हाथ फैलते हैं. आज ऐसी ही महिला कि सच्ची कहानी हम आपको बताने जा रहे हैं जिनका पति नहीं रहा लेकिन उनके हौसले इतने मजबूत हैं कि उन्होंने किसी के आगे हाथ न फैला कर खुद सारी जिम्मेदारी संभाल ली.चलिए आपको बताते हैं इस महिला की पूरी कहानी.

दरअसल बुंदेलखंड की बेटी संध्या मारावी ने कुली बन कर महिला सशक्तीकरण का शानदार उदाहरण सभी के सामने पेश किया है. बता दें कि मध्य प्रदेश के कटनी रेलवे स्टेशन पर 65 पुरुष कुलियों के बीच में अकेली महिला कुली के रूप में जिस तरह से वो काम कर रही हैं, वो उनके अदम्य साहस को दर्शाता है. मिली जानकारी के अनुसार 2015 तक संध्या की जिंदगी में लगभग सब ठीक चल रहा था. अपने पति और बच्चों के साथ वो हंसी-खुशी रह रही थीं. लेकिन किस्मत के आगे किसी की नहीं चलती.

आपको बता दें कि पति पेशे से मज़दूर थे, लेकिन उनकी दाल-रोटी चल रही थी. मगर, 2016 में पति के निधन के बाद से सब कुछ बदल गया है. एक दम से संध्या के कंधों पर घर की पूरी जिम्मेदारी आ गई थी. उनके सामने घर का खर्च चलाने की बड़ी चुनौती आ गई थी. इस मुश्किल समय का संध्या ने मजबूती से सामना किया है और तय किया कि वो कुली बन कर घर चलाएंगी. वहीं आगे समाज की चिंता किए बिना ही उन्होंने अपने कदम बढ़ा दिए और 2017 में अपना काम शुरू कर दिया था. और वो उसी के सहारे अपना घर चलाने लग गई.

गौरतलब है कि आज संध्या इलाके भर के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गई हैं. वो काम करने के लिए रोज घर से करीब करीब 45 किलोमीटर का सफर तय कर कटनी रेलवे स्टेशन तक जाती हैं, ताकि अपने बच्चों को पढ़ा कर उनका भविष्य सुधार सकें. और अपना घर खर्च चला सके. आज संध्या की कहानी सभी को प्रेरणा देने का काम करती है और सभी को यह सीख देती है कि चाहे जितनी भी मुश्किलें जिंदगी में आ जाए लेकिन कभी हार नहीं माननी चाहिए और उनका सामना करना चाहिए.