ये शख्स बना सैंकड़ों अनाथ लड़कियों का मसीहा, अब तक 300 बेटियों का बसा चुका है घर

हमारे भारत देश में बेटियों का कन्या पूजन किया जाता है ऐसे में यहां औरतों को देवी सामान समझ जाता है. कोई भी पिता यहां पर तब तक अधूरा माना जाता है जब तक वह अपनी बच्ची का विवाह करवा कर उसका कन्यादान नहीं करता. दरअसल हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार कन्यादान को यहां पर पुण्य का काम माना जाता है और यह मान्यता है कि जो व्यक्ति कन्यादान करता है दुनिया के सभी तरह के पापों से मुक्त हो जाता है. यदि आपकी किस्मत में भी किसी कन्या का घर बसाने का मौका लिखा है तो यह आपके लिए बेहद सौभाग्य वाली बात साबित होगी. आज के इस पोस्ट में हम आपको एक ऐसे ही शख्स से मिलवाने जा रहे हैं जो अभी तक सैकड़ों लड़कियों की शादी कर चुका है और ना जाने कितनी लड़कियों के कन्यादान भी करवा चुका है.

बता दें कि इस शख्स को लोग भगवान का एक मसीहा समझ रहे हैं जो कि कन्याओं के लिए पिता से भी बढ़कर साबित हो रहा है. वही बच्चियां अब इन्हें अपना मसीहा मानती हैं. आपको यह जानकर हैरानी होगी कि यह शख्स अभी तक 300 से अधिक अनाथ लड़कियों की शादी करवा चुका है जिनमें से कुछ लड़कियां हिंदू हैं, कुछ मुस्लिम, कुछ सिख और कुछ ईसाई. यानी इस शख्स ने सब धर्मों को एक समान समझकर सबकी शादी करवाई. यदि किसी का निकाह पढ़ा गया तो किसी के सात फेरे हुए तो वहीं कुछ की सिख और ईसाई धर्म के अनुसार शादी करवाई गई प्रसाद जो भी लड़की जिस भी धर्म से ताल्लुक रखती थी उसकी शादी उसी तरह के साथ पूरी करवाई गयी. सोशल मीडिया पर इस शख्स की तारीफों के पुल बांधे जा रहे हैं और यह व्यक्ति हम जैसे हजारों लोगों के लिए एक मिसाल बन कर खड़ा हुआ है.

जानकारी के लिए बता दें कि जिस शख्स कि आज हम बात कर रहे हैं वह असल में गुजरात के सूरत शहर में रहने वाला महेश सावानी है जो कि पेशे से हीरा व्यापारी है. महेश सावानी कई बड़े व्यापारियों की लिस्ट में शामिल है जिनका कारोबार करोड़ों रुपए में चल रहा है. इतने धनी आदमी होने के बावजूद भी महेश में किसी तरह का कोई भी घमंड नहीं है और वह अपनी संस्कृति से जुड़े हैं. महेश अनाथ बच्चियों का दर्द बखूबी समझते हैं इसलिए वह उन लड़कियों की शादी करवाने में मदद करते हैं जिनके सर पर मां बाप का साया नहीं होता. उन्होंने अभी तक पिता बनकर 300 से अधिक कन्याओं की शादी करवाई है और उन्हें आशीर्वाद भी दिया है.

गौरतलब है कि महेश द्वारा करवाई गई है सभी शादियां की पड़े परिसर में संपन्न की गई जहां दूल्हा दुल्हन के लिए हर चीज की व्यवस्था भी महेश ने पूरी कर रखी थी. इस परिसर में हर तरह की रस्में निभाई गई वही मेहंदी की रसम में भी एक हज़ार से अधिक महिलाओं ने हिस्सा लिया. बता दें कि महेश सावानी गुजरात के व्यापारी हैं और लड़कियों के दत्तक पिता साबित हुए हैं. उनके नाम हर साल सैकड़ों लड़कियों की शादी करवाने का रिकॉर्ड बन चुका है. पिछले 10 सालों में वे अब तक 10000 लड़कियों के पिता बन चुके होंगे. महेश अपनाने कामों के लिए ना केवल गुजरात बल्कि पूरे भारत देश में मशहूर है.

विवाह में किसी तरह की कोई कमी ना रह जाए इसके लिए वे सामूहिक शादी समारोह का इंतजाम हर साल करते हैं और बारीकी से जांच भी करते हैं कि दूल्हा दुल्हन को किसी तरह की कोई परेशानी ना आए. इसके अलावा वह कन्यादान करके शादी में नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद भी देते हैं. सोशल मीडिया पर अब लोग इन्हें मसीहा कहकर बुला रहे हैं. महेश सब धर्मों के बराबर इज्जत करते हैं ऐसे में वह जो भी लड़की की शादी करवाते हैं उसके धर्म को अहमियत देते हैं और उसी के हिसाब से उसकी शादी करवाते हैं.