विधवा बहु को दिया बेटी का दर्जा, अब सास-ससुर ने 60 लाख का बंगला देकर करवाई दूसरी शादी

आपने अक्सर लोगों को कहते सुना होगा कि वह नहीं हमारी बेटी है लेकिन बहुत ही कम लोग होते हैं जो बहू को बेटी समझते हैं. हर मां बाप का सपना होता है कि उनकी बेटी को ससुराल में बहू नहीं बल्कि बेटी की तरह सम्मान मिले. लेकिन अब बहू को बेटी मानने वाली इस मिसाल को सही कर दिया है मध्य प्रदेश के धरा के रहने वाले तिवारी परिवार ने. दरअसल तिवारी परिवार ने करोना काल के चलते अपने बेटे को हमेशा के लिए खो दिया था. बेटे के इस दुनिया से चले जाने के बाद सास ससुर ने अपनी बहू को बेटी का दर्जा दे दिया. इतना ही नहीं इस सास ससुर ने बीते 3 मई को अपनी बहू की बड़ी ही धूमधाम से शादी कराई और 60 लाख का बंगला बहू को गिफ्ट में भी दिया.

कोरोना की दूसरी लहर में खोया था बेटे को

दरअसल मध्य प्रदेश के धार जिले के प्रकाश नगर के रहने वाले युग तिवारी रिटायर्ड एसबीआई एजीएम है. 2021 में जब करोना कि दूसरी लहर आई थी. तब युग तिवारी के बेटे प्रियंक तिवारी करोना की चपेट में आ गए थे और हमेशा के लिए इस दुनिया को अलविदा कह कर चले गए थे. जवान बेटे के निधन के बाद पूरे परिवार पर मुसीबतों और दुखों का पहाड़ टूट गया. लेकिन युग तिवारी ने जैसे कैसे अपने परिवार को संभाल लिया. बेटे के चले जाने के बाद सास ससुर को बहू के भविष्य की चिंता होने लगी और उन्होंने बहू की दूसरी शादी करने के बारे में सोचा लेकिन इस बात के लिए उनकी बहू बिल्कुल भी राजी नहीं थी.

विधवा बहू की करवाई दूसरी शादी

प्रियंक की दूसरी बरसी पर सास ससुर ने फिर से एक बार अपनी बहू रिचा को शादी के लिए समझाया और इस बार रिचा शादी के लिए राजी हो गई और हामी भर दी. इसके बाद सास-ससुर ने अपनी बेटी समान बहू के लिए योग्य वर खोजना की शुरू किया और कुछ ही समय बाद नागपुर के रहने वाले वरुण मिश्रा के साथ रिचा का रिश्ता पक्का कर दिया गया. गौरतलब है कि वरुण एक होटल संचालक और प्रॉपर्टी ब्रोकर है. रिश्ता पक्का हो जाने के बाद सास ससुर ने बहु की शादी करने की तैयारियां शुरू कर दी.

सास ससुर ने किया कन्यादान

जानकारी के लिए आप सभी लोगों को बता दें कि 3 मई 2022 में अक्षय तृतीया के दिन युग तिवारी और उनकी पत्नी ने मिलकर अपनी बहू का कन्यादान कर उसके जीवन की एक नई शुरुआत की और इस शादी का पूरा खर्चा भी युग तिवारी नहीं उठाया उन्होंने अपनी बहू की शादी की सभी रस्में पूरी की और बहू को बेटी की तरह घर से विदा किया. गौरतलब है कि प्रियंक और रिचा की शादी 27 नवंबर 2011 में संपन्न हुई थी. साल 2013 में यह दोनों एक बेटी के माता-पिता बने. बेटी का नाम अनाया है और वह 9 साल की है और अब वह भी अपनी मां के साथ नागपुर चली गई है. प्रियंक भोपाल की एक कंपनी में सीनियर सॉफ्टवेयर इंजीनियर था हालांकि उनके निधन के बाद उनकी यह जो उनकी पत्नी को मिल गई. इतना ही नहीं सास ससुर ने नागपुर में प्रियंक द्वारा खरीदा गया 60 लाख का बंगला भी शादी में अपनी बहू को गिफ्ट कर दिया.