बेटे वीर के लिए माँ ने बनाए चिप्स, लेकिन मासूम ऐसा सोया कि फिर उठा ही नहीं, जानें पूरी कहानी

दुनिया का सबसे अनमोल प्यार किसी का बताया जाता है तो वह है मां का प्यार होता हैं. क्यूंकि जितना प्यार एक मां अपने बच्चे से कर सकती है उतना प्यार कोई नहीं कर सकता. ऐसी हालत में अगर कोई मां अपने बच्चे को अपनी आंखों के सामने खो दे तो उस मां के लिए उससे बड़ा श्राप और कोई नहीं होता. दरअसल बात कुछ ऐसी है कि राजौरी शहर के खंडाली पुलिस क्षेत्र में वीरवार देर रात आतंकियों ने भाजपा के शहरी मंडल अध्यक्ष जसवीर सिंह के घर पर हमला किया था. जिसमें जसवीर सिंह के भतीजे वीर सिंह का निधन हो गया और परिवार के कई सदस्य बुरी तरह से घायल हो गए.

जानकारी के लिए बता दें वीर नाम का यह बच्चा रात को चिप्स मांगते मांगते सो गया था जिसके बाद उसकी मां अपने बेटे के लिए चिप्स बनाने के लिए रसोई में चली गई. परिवार के सदस्यों का कहना है कि वीर को चिप्स काफी ज्यादा पसंद थे. उसकी मां ने जब घर के बाहर देखा तो दुकान बंद हो चुकी थी लेकिन मां को पता था कि उसका बेटा जब उठेगा फिर से चिप्स खाने के लिए जिद करेगा. यह सब बातें सोचकर वीर की मां स्वर्णा घर की रसोई में आलू के चिप्स बनाने के लिए चली गई मगर किस्मत को तो कुछ और ही मंजूर था.

उस वक्त घर का हर एक सदस्य सहम गया जब घर में चारों तरफ से गोलियों की आवाज आने लगी. जिस वक्त यह गोलियां चलने की आवाज आई उस वक्त पूरा परिवार घर के आंगन में बैठा हुआ था और वहीं पर पास ही चारपाई पर वीर भी सोया हुआ था और घर के सभी सदस्य रात को खाना खाने की तैयारी कर रहे थे. जिसके बाद आतंकियों ने अध्यक्ष घर की छत पर चढ़कर आंगन में घर ग्रेनेड फेंक दिया. जोकि आंगन में सोए वीर की चौपाई के पास जाकर फट गया. वीर के साथ-साथ परिवार के घायल 7 सदस्य को तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचाया गया. लेकिन अस्पताल पहुंचकर बुरी तरह से घायल वीर ने हमेशा के लिए दुनिया से अलविदा कह दिया.

वीर का निधन हो जाने के बाद से ही उनकी मां का रो-रो कर बुरा हाल है और वह बस एक ही बात दोहराहे जा रही है कि, ‘मैंने अपने वीर के लिए चिप्स बनाए हैं उसको चिप्स बहुत पसंद है उसको बोलो ना कि उठ कर खा ले.’ इतना कहने के बाद वीर की मां स्वर्णा बेहोश हो गई जब रिश्तेदारों में उनके मुंह पर पानी फेंका तो वह फिर से होश में आई और वही बात दोहराने लगी कि, ‘मेरे बच्चे मैंने तेरे लिए अपने हाथों से चिप्स बनाई है खा ले.’ इस पूरे मामले पर वीर की बुआ का कहना है कि इसमें छोटे से बच्चे का क्या कसूर था हमारा परिवार तो हमेशा लोगों की मदद करने के लिए आगे आता है तो हमारे साथ इतना बुरा क्यों हुआ?