नीम करोली बाबा ने बताए थे धनवान बनने के 3 चमत्कारी तरीके, जानिए इनके बारे में

नीम करोली बाबा देश के बड़े संतो में से एक हैं। उनके भक्त उन्हें बहुत मानते हैं। नीम करोली बाबा को चमत्कारिक बाबा कहा जाता है। उत्तराखंड में स्थित कैंची धाम मंदिर और बाबा नीम करोली महाराज के भक्त दुनिया भर में मौजूद हैं ,उन्हें 20वीं सदी का महान संत और दिव्य शक्तियों वाला माना गया है। भक्तो का ऐसा मानना है कि नीम करोली बाबा हनुमान जी के अवतार हैं। ऐसा कहा जाता है कि नीम करोली बाबा के पास दिव्य शक्तियां थीं इसलिए लोग उन्हें बजरंगबली का अवतार भी मानते थे।

बाबा ने अपने जीवन में हनुमान जी के 108 हनुमान मंदिर बनवाए। ऐसा बताया जाता है कि बाबा को 17 वर्ष की आयु में ही ज्ञान-विद्या की प्राप्ति हो गई थी। बाबा घर परिवार का त्याग कर साधुओं की तरह विचरण करने लगे। बाबा के भक्तों ने उनके कई दिव्य और अलौकिक चमत्कारों का अनुभव किया है। बाबा नीम करोली के भक्त केवल भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी हैं। हालांकि, नीम करोली बाबा आज इस दुनिया में नहीं रहे लेकिन उनके भक्त आज भी उन्हें याद करते और बहुत ज्यादा मानते हैं।

नीम करोली बाबा ने धनवान कौन है और धनवान कैसे बने, इसका सिद्धांत बताया है। नीम करोली बाबा कहते थे कि धनवान होना एक ऐसी उपयोगिता है जो प्रत्येक मनुष्य प्राप्त करना चाहता है परंतु क्या आप जानते हैं कि सही मायनों में एक इंसान कब धनवान कहलाता है। आज हम आपको इस बारे में नीम करोली बाबा के सिद्धांत क्या कहते हैं, इसके बारे में बताने जा रहे हैं।

धन की उपयोगिता

नीम करोली बाबा के सिद्धांत के अनुसार, अगर किसी मनुष्य के पास धन है तो उसे धनवान मान लेना सही नहीं है। धनवान वह है जो धन की सही उपयोगिता जानता हो। उसे पता हो कि कैसे इस धन का प्रयोग करना चाहिए। ऐसे धन और धनवान का कोई लाभ नहीं, जो किसी जरूरतमंद के काम ना आ सके। नीम करोली बाबा के अनुसार, धन का सही उपयोग करने वाले ही असल में धनवान होते हैं। हर इंसान का कर्तव्य है कि वह अपने धन का इस्तेमाल पहले जरूरतमंदों के लिए करें।

धन का वितरण

नीम करोली बाबा कहते हैं कि अगर धन को बस जमा ही करते रहेंगे फिर ऐसा धन एक दिन खत्म हो जाएगा। उनका ऐसा कहना है कि जब तक खर्च नहीं करेंगे, तब तक धन बढ़ता भी नहीं है। भगवान भी उन लोगों की जेब पहले भरते हैं, जो धन का इस्तेमाल जरूरतमंद के लिए करते हैं। नीम करोली बाबा के अनुसार, जमा किया गया धन किसी के पास भी ज्यादा दिनों तक नहीं रहता है। यदि आपके मन में सहायता का भाव नहीं है, जीवन में सिर्फ धन का संचरण करते जा रहे हैं, तो समझ लीजिए आप बहुत समय तक धनवान नहीं रहेंगे।

व्यवहार और ईश्वर की आस्था

नीम करोली बाबा के अनुसार, यदि किसी मनुष्य के चरित्र, व्यवहार और ईश्वर की आस्था के कोष भरे हुए हैं, यदि आप इन तीनों को कोषों से परिपूर्ण हैं, तो आप खुद को कभी भी गरीब ना समझें। जो धन की पूंजी आपके पास है, सही मायने में रत्न यही है। आपका धन एक दिन नष्ट हो जाएगा लेकिन आप जो काम करते हैं, वह हमेशा याद रखें जाएंगे। ऐसे ही लोग असल में धनवान कहलाते हैं।