टोक्यो ओलंपिक से उभरे नीरज चोपड़ा आज बन चुके हैं लाखों लोगों की धड़कन, जानिए कितनी संपत्ति के हैं ये वारिस

एक ऐसा नाम जो सभी की जुबान पर हैं जी हाँ नीरज चोपड़ा जो एक बेहद मशहूर भारतीय ट्रैक और फील्ड एथलीट हैं जो भाला फेंकने में खेल खेलते हैं. आपको बता दें कि नीरज मौजूदा काॅमनवेल्थ और एशियाई खेलों के चैंपियन रहे हैं. दरअसल उन्हें 2018 एशियाई गेम्स में भारत के लिए ऑपनिंग समारोह में हाथ में झंडा लेकर भारत का नेतृत्व करने के लिए भी चुना गया था. आपको बता दें कि भाला फेंक में वर्तमान नेशनल रिकॉर्ड नीरज के नाम पर दर्ज है, उन्होंने 88.07 मीटर भाला फेंक कर ये रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज कर लिया था.

जानकारी के लिए बता दें कि नीरज ने पिछले कुछ सालों में बेहतरीन सुधार कर के दिखा दिया है और टोक्यो ओलंपिक 2020 में में भारत को मेडल की इनसे आशा थी. आपको बता दें कि भारत ने पिछली बार 1900 में एथलेटिक्स में मेडल जीता था. आपको बता दें कि इस बार नीरज ने टोक्यो में 121 साल की कमी को पूरा कर दिया है.

इतनी संपत्ति के हैं मालिक

दरअसल सूबेदार नीरज की कुल प्राॅपर्टी करीब $ 1- $ 3 मिलियन है. यह बात तो स्पष्ट है कि उनकी आय का मुख्य जरिया भाला फेंकने वाले के रूप में उनका सफल जीवन है. आपको बता दें कि इसके अलावा, उन्हें JSW स्पोर्ट्स एंड स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAI) से बहुत सहयोग मिलता रहता है, जिसने उनके सफल भविष्य में काफी सहायता की है. बता दें कि 31 मार्च 2020 को उन्होंने COVID-19 महामारी के लिए PM केयर्स फंड में 2 लाख रूपए की सहायता दी थी.

नीरज चोपड़ा की अचीवमेंट

आपको बताते चलें कि नीरज एक सीनियर स्तर पर राष्ट्रमंडल और एशियाई चैंपियन बन गए हैं, और उन्होंने जूनियर सर्किट में भी काफी नाम बना लिया है. वह 2016 के विश्व U20 चैंपियन रहे थे और उन्होंने 86.48 मीटर का विश्व अंडर-20 रिकॉर्ड बना दिया था, जो अभी भी बना हुआ है. इसके सिवाय, वह अंडर -20 कैटेगरी में ट्रैक और फील्ड में विश्व सम्मान जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट बन चुके हैं.

नीरज की फैमिली

दरअसल नीरज चोपड़ा रोर (क्षत्रिय) समुदाय से संबंध रखते हैं और हरियाणा के पानीपत जिले के खंडरा गांव के रहने वाले हैं. बता दें कि उनकी शिक्षा डीएवी कॉलेज, चंडीगढ़ से हुई थी. 2016 में, उन्हें नायब सूबेदार के पद के साथ भारतीय सेना में एक जूनियर कमीशंड अधिकारी बनाया गया था. कल नीरज ने गोल्ड मेडल जीत कर देश का मान बढ़ाया है.