गोलगप्पे या फिर कह लें पानी पूरी इसका नाम सुनते ही हर किसी के मुंह में पानी आ जाता है लेकिन क्या आपको पता है कि ये गोलगप्पे जिसे आप इतने चाव से खाते हैं वो आपके लिए कितना नुकसानदेह होता हे। जी हां दरअसल आपको बता दें कि गोलगप्पा भारत से ही जन्मा एक डिश है जिसका दिवाना पूरा भारत है ये बेहद ही स्वादिष्ट होता है और सस्ता भी।
यही कारण है कि हर कोई इसे खाना चाहता है। आपको बता दें कि सरकार भी अब इस गोलगप्पे को लेकर बड़ा निर्णय ले चुकी है। दरअसल ये खासकर उन लोगों के लिए जिन लोगों के पानी पूरी का नाम लेते ही उनके मुंह में पानी आ जाता है। लेकिन क्या वो जानते हैं कि जो पानी पूरी वो रोजाना खाते हैं क्या वो वाकई में साफ सुथरी है ?
अक्सर आपने देखा होगा कि जब भी पानी पूरी को बनाया जाता है तो उसके पानी में खट्टा, मीठा मसाला डालकर इसको और भी ज्यादा चटपटा गनाया जाता है लेकिन वहीं इसके साथ ही पानी पूरी को और भी ज्यादा मजेदार बनाना के लिए आलू व उबले चने का उपयोग किया जाता है, यह उबले हुए आलू बिल्कुल भी हमारे स्वास्थ्य के लिए अच्छे नहीं होते हैं क्योंकि इनको ढंग से साफ-सुथरा नहीं किया जाता है। इतना ही नहीं जो छोटे छोटे ठेले लगाकर पानीपूरी बेचते हैं वो कई बार कीड़े लगे हुए गंदे आलू को भी उबालने के लिए डाल देते हैं जो सीधे हमारे पेट में जाता है और फिर वो क्या कर सकता है ये तो आप समझ ही रहे होंगे।
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आज सोशल मीडिया पर एक ऐसी ही तस्वीर आई है जो कि किसी गोलगप्पे प्रेमी व्यक्ति ने शेयर की है। आप इस तस्वीर को देखने के बाद गलती से भी गोलगप्पे नहीं खाने की सोचेंगे। जी हां आप खुद भी इस तस्वीर में देख सकते हैं किस तरह से इस पानी में कीड़े तैर रहे हैं, और पानी पूरी बेचने वाले ऐसे ही गंदे पानी के गोलगप्पेलोगों को खिला देते हैं, गंदे पानी से खिलाएं जाने वाली पानी पूरी हमारे सेहद के लिए बेहद ही खतरा का सबब बन सकती है।
दरअसल आपको बता दें कि पानी पूरी बेचेने वाला हमें जल्दी-जल्दी पानी पूरी खिला देता है लेकिन वो ये नहीं ध्यान देता है कि उसमें कीड़े भी हैं और हम भी उसे देख नहीं पाते हैं और अगर वो गंदे कीड़ों वाला पानी हमारे मुंह में चला जाए तो जरा सोचिए क्या होगा। इस तस्वीर को देखकर आपको भी जरूर समझ आ गया होगा।
यही कारण है कि हाल ही में गुजरात के वडोदरा मे गोलगप्पों की ब्रिकी पर बैन लगा दी गई है। यहां नगर निगम की और से गोलगप्पे की जांच का अभियान चलाया गया जिसमें पता चला कि गोलगप्पे का पानी अनहाइजेनिक तरीके से बनाया जा रहा है। जिससे लोगों के स्वास्थ को नुकसान न हो।