कृष्ण भगवान की मूर्ती को लेकर रोते हुए अस्पताल पहुँच गया पुजारी, बोला- ‘इन्हें चोट लगी है है पट्टी करो…’

कभी-कभी हमारे आसपास कुछ ऐसी घटनाएं घट जाती है जिन पर विश्वास करना काफी ज्यादा मुश्किल हो जाता है. आज हम आपको एक ऐसी ही घटना के बारे में बताने जा रहे हैं. दरअसल बात कुछ ऐसी है कि एक पुजारी लड्डू गोपाल का इलाज करवाने के लिए उन्हें लेकर हॉस्पिटल पहुंच गया. इतना ही नहीं बल्कि वह डॉक्टरों के सामने जिद पर अड़ गया कि वह उनके लड्डू गोपाल का इलाज करें. पुजारी का मानना था कि गिरने की वजह से लड्डू गोपाल की मूर्ति को चोट लग गई है. और मूर्ति का इलाज होना काफी ज्यादा जरूरी है. आइए आपको इस घटना के बारे में विस्तार से बताते हैं.

जानकारी के लिए बता दें. पुजारी का नाम लेख सिंह बताया जा रहा है. पुजारी ने मीडिया से बात करते हुए उन्हें बताया कि वह पिछले 30 साल से अर्जुन नगर में स्थित खेड़िया मंदिर में भगवान की सेवा कर रहे हैं. बताया जा रहा है कि लेख सिंह जी लड्डू गोपाल की मूर्ति को लेकर लगभग सुबह 9:00 बजे अस्पताल पहुंचे पोस्ट आपसे जिद करने लगे कि उनके लड्डू गोपाल को चोट लग गई है तो उनकी बाजू पर पट्टी कर दें लेकिन उनकी बात को किसी ने भी गंभीरता से नहीं लिया. जिसके बाद पुजारी ने अपना आपा खो दिया और खुद को ही चोट पहुंचाने लगे.

गौरतलब है कि पुजारी का ऐसा करने पर स्टाफ कार लोगों का ध्यान उनकी तरफ केंद्रित हो गया जिसके बाद जिला अस्पताल के मुख्य डॉ अशोक अग्रवाल के कहने पर लड्डू गोपाल जी को अस्पताल में श्रीकृष्ण के नाम से दाखिल कर लिया गया. बता दे डॉ अग्रवाल जिला अस्पताल के अध्यक्ष भी है उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बताया कि उन्हें उनके स्टाफ के द्वारा सूचित किया गया था कि एक पुजारी एक मूर्ति जिसकी बाजू टूटी हुई है.उसको लेकर अस्पताल आया है. और वह मूर्ति का इलाज कराना चाहता है. मूर्ति की बाजू टूटने के कारण है पुजारी काफी बुरी तरह से रो रहा है.आगे डॉक्टर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पुजारी की ऐसी हालत देखते हुए उन्हें लगा कि उनकी भावनाओं को ठेस पहुंचाना सही नहीं होगा जिसके बाद उन्होंने श्रीकृष्ण के नाम से मूर्ति का पंजीकरण कर मूर्ति की बाजू पर पट्टी बांधी गई.

जानकारी के लिए बता दें पुजारी ने इससे पहले बात करते हुए मीडिया को बताया था कि, “जब मैं सुबह अपने प्यारे परमात्मा को स्नान करवा रहा था. तभी उनकी यह मूर्ति पता नहीं कैसे मेरे हाथ से फिसल कर गिर गई और मेरे लड्डू गोपाल की बाजू टूट कर अलग हो गई इससे मैं बुरी तरह से टूट गया और मुझे बहुत दुख हुआ. मैं अपने भगवान से दिल और आत्मा से जुड़ा हुआ हूं और यही कारण था कि मैं मूर्ति लेकर जिला अस्पताल में गया लेकिन वहां पर भी किसी ने मेरी बात को नहीं सुना. मैं अंदर से काफी दुखी था. इसलिए मैं अपने भगवान के लिए रोने लग गया मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा था कि क्या करूं. लेकिन फिर वहां के स्टाफ ने मेरी बात सुन ली और मेरे लड्डू गोपाल की बाजू पर प्लास्टर कर दिया.” फिलहाल यह घटना से सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है.