‘विरुषका’ से कहीं ज्यादा दिलचस्प है राहुल द्रविड़ और विजेता की प्रेम कहानी, अब 2 बेटों के बन चुके हैं पिता

बता दे राहुल द्रविड़ एक ऐसा नाम है जिन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए दमदार बल्लेबाजी करके लाखों क्रिकेट फैंस का दिल जीता है. हाल ही में राहुल द्रविड़ ने अपना 47 वा जन्मदिन सेलिब्रेट किया और अब वह 47 साल के हो चुके हैं. बता दे इस बल्लेबाज ने अपने दमदार बल्लेबाजी के दम पर भारतीय क्रिकेट टीम को कई ऐतिहासिक मैच जिताए है जो कि लोग दोबारा आज भी याद किए जाते हैं. क्रिकेट जगत में राहुल द्रविड़ का नाम सबसे सम्मानित खिलाड़ियों में शुमार है. बता दे राहुल द्रविड़ ने 11 जनवरी 1973 में इंदौर में जन्म लिया था. बता दे बैट्समैन ने 2012 में ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान अपना लास्ट मैच खेला था.

राहुल द्रविड़ ने भारतीय क्रिकेट टीम को बल्लेबाज के रूप में अपने जिंदगी के 16 साल दिए इस 16 साल के करियर में खिलाड़ी ने 164 टेस्ट मैच खेले जिसमें उन्होंने 36 शतक और 63 अर्थ शतको की मदद से 13288 रन और 344 वनडे मैचों के दौरान 12 शतको और 83 अर्ध शातको की मदद से 10899 रन बनाकर इतिहास रचा था. बल्लेबाज की बल्लेबाजी के बारे में तो बहुत कुछ लिखा जा सकता है लेकिन आज हम आपको इस महान प्लेयर की लव स्टोरी के बारे में बताएंगे.

बता दे राहुल द्रविड़ की पत्नी विजेता पेंढारकर बतौर एक मेडिकल सर्जन काम करती है. उन्होंने 1976 में जन्म लिया था. हिना की पत्नी के पिता यानी कि राहुल के ससुर एयर फोर्स में विंग कमांडर थे. पिता की नौकरी के कारण विजेता का बचपन देश के कई शहरों में घूम घूम कर बिता. विजेता ने दसवीं की शिक्षा दिल्ली के बाल भारती स्कूल से ग्रहण की थी. पिता की रिटायरमेंट के बाद इनका पूरा परिवार नागपुर में अपना जीवन व्यतीत करने लगा. और उन्होंने अपनी 12वी की शिक्षा भी यही ग्रहण की. और 2002 में यहीं पर उन्होंने सर्जरी पोस्ट ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की.

पापा की जॉब के कारण विजेता के परिवार को देश के कई शहरों में रहना पड़ा इसी दौरान उन्हें बेंगलोर में भी अपने जीवन के कुछ समय व्यतीत करने पड़े. बेंगलोर विजेता का परिवार राहुल के परिवार के संपर्क में आया. और दोनों के पिता अच्छे दोस्त बन गए. राहुल और विजेता का परिवार है एक दूसरे के काफी ज्यादा करीब आ गया. दोनों परिवार की मुलाकात के दौरान ही विजेता और धर्मवीर की मुलाकात हुई जिसके बाद दोनों में दोस्ती हो गई. और उनकी इसी दोस्ती ने धीरे-धीरे प्यार की जगह ले ली. राहुल और विजेता दोनों ही महाराष्ट्रीय थे और परिवार के अच्छे संबंध होने की वजह से दोनों का रिश्ता होने में कोई भी परेशानी नहीं आई. इस तरह इन दोनों ने अपने लव मैरिज को अरेंज मैरिज में बदल दिया.

बता दे रहा हूं ले विजेता से 2002 में तय होना था लेकिन राहुल को 2003 में वर्ल्ड कप मैच खेलने जाना था और उसकी तैयारियां भी करनी थी. ऐसे में दोनों के परिवार ने वर्ल्ड कप होने का इंतजार किया लेकिन दोनों की सगाई कर दी. अपने मंगेतर राहुल का वर्ल्ड कप मैच देखने के लिए विजेता अफ्रीका भी गई थी. वर्ल्ड खत्म होने के बाद 2003 में ही यह दोनों विवाह के बंधन में बंध गए. जिसके बाद यह दो बेटों के माता-पिता बने जिनमें से इनके बड़े बेटे का नाम समित और छोटे बेटे का नाम अन्वय है. बता दे इनके बड़े बेटे सुमित अपने पिता के नक्शे कदम पर चलते हुए क्रिकेटर बनने की तैयारी में लगे हुए हैं.