रामविलास की पत्नी का दिल्ली में था मायका, मगर फिर भी रात में कभी नहीं रुकी वहां, इस एक बात की रहती थी चिंता

चर्चित दिवंगत राजनेता रामविलास पासवान जब लगभग 8 साल के थे तब उनकी ग्रामीण परिवेश से संबंध रखने वालीं राजकुमारी देवी से शादी रचा दी गई थी लेकिन रामविलास पासवान का ज्यादा समय शहर में ही बीता था. इस स्थिति उनके और राजकुमारी देवी के बीच पसंद और नापसंद, रहन-सहन और सोच विचार के स्तर जमीन-आसमान का फर्क रहता था. दरअसल साल 1977 में जब वे पहली बार बिहार के हाजीपुर सीट से रिकॉर्ड वोट प्राप्त कर लोकसभा चुनाव से चुन कर दिल्ली आ गए तो वह वाणिज्य मंत्रालय में डिप्टी डायरेक्टर के पद पर तैनात गुरबचन सिंह से मिले थे. इसी समय वे गुरुबचन की बेटी अविनाश कौर के काॅनटैक्ट में आ गए थे.

आपको बता दें कि रामविलास पासवान और अविनाश कौर करीब आने लगे और बाद में दोनों ने शादी का निर्णय कर लिया था. बता दें कि शादी के बाद अविनाश कौर ने अपना नाम बदलकर रीना पासवान कर लिया था. वहीं पेंग्विन प्रकाशन से हाल ही में प्रकाशित हुई पासवान की जीवनी ‘रामविलास पासवान: संकल्प, साहस और संघर्ष’ में प्रदीप श्रीवास्तव ने लोक जनशक्ति पार्टी के दिवंगत नेता रामविलास पासवान के पर्सनल लाइफ से जुड़े कई किस्सों को दिलचस्प रूप से बताया है.

नहीं रुकीं रीना मायके में रात

दरअसल रामविलास पासवान की अपनी दूसरी पत्नी रीना को प्यार से ‘बीके’ कहकर बुलाया जाता था. उन्होंने बोला था कि मुझे याद नहीं कि एक दिन भी ऐसा गया हो जब बीके से मेरी बात नहीं हुई हो पाई हो अगर कहीं अकेले बाहर जाना होता था तो सुबह और शाम कम से कम 2 बार तो फोन पर बात कर ही लेते थे या तो ये फोन करती हैं या मैं ही करवा लेता हूं. पासवान ने कहा था कि रीना का मायका दिल्ली में ही है. इसके बाद भी दोनों दिल्ली में कभी अलग नहीं रह थे अगर रीना कभी अपने मायके जाती थी तो उसी दिन वापस भी आ जाती थीं. वो कभी रात तक नहीं रुकती थी क्योंकि उन्हें पासवान की बहुत चिंता होती थी.

बीमार हुए तो रखा खूब ख्याल

गौरतलब है कि पासवान, शादी के बाद पूरी तरह से रीना पर निर्भर हो चुके थे. दरअसल कहीं बाहर जाना होता था और कपड़े आदि से लेकर दवाइयां आदि सब कुछ अटैची में वही लेकर रखती थी. कौन सी दवा किस टाइम देनी है, सारी चीजें सहायक को समझा देती थीं. या तो फोन पर याद दिला देती थीं. दिवंगत पासवान जब बीमार पड़ गए थे तो रीना ने खूब जतन किए थे. आपको बता दें कि विशेष पूजा-अर्चना से लेकर गुण दोष और ज्योतिषीय सुझाव आदि के आधार पर पति के लिए अंगूठी आदि भी बनवाने लेती थी. गुरुद्वारे से लेकर मंदिर तक जाती थी. रीना ने पासवान के लिए सब कुछ किया था.