कोरोना काल में ऑटो ड्राइवर ने पेश की इंसानियत की मिसाल, कोरोना मरीजों को मुफ्त पहुंचा रहा अस्पताल

कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने देशभर में हाहाकार मचा रखा है। रोजाना ही कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। इतना ही नहीं बल्कि वायरस ने बहुत से लोगों की जान भी ले ली है। कोरोना वायरस देशभर के लिए चिंता का विषय बना हुआ है। लगातार सभी की हालत नाजुक होती जा रही है। लोगों के मन में भय बना हुआ है।

इस बार कोरोना वायरस और भी ज्यादा तेजी से फैल रहा है। ऐसी स्थिति में अस्पतालों में मरीजों के लिए बेड उपलब्ध नहीं हो पा रहे हैं और ऑक्सीजन सिलेंडर की भारी कमी देखने को मिल रही है। इतना ही नहीं बल्कि कोरोना मरीजों को अस्पताल पहुंचाने के लिए एंबुलेंस और दूसरे अन्य साधन मिलना भी बहुत मुश्किल हो रहा है।

लोगों के मन में बहुत ज्यादा डर भर गया है, जिसके चलते लोग कोरोना मरीजों से दूर रहना ही पसंद कर रहे हैं। ज्यादातर सभी लोग कोरोना मरीजों की मदद करने में भी डर रहे हैं। सभी को अपनी जिंदगी प्यारी है परंतु ऐसा नहीं है कि संकट की इस घड़ी में कोई भी मदद के लिए सामने नहीं आ रहा है। करोना काल में ऐसे बहुत से लोग हैं जो अपनी जान की परवाह किए बगैर कोरोना मरीजों की मदद में जुटे हुए हैं।

वैसे देखा जाए तो सभी लोगों की अपनी-अपनी सोच है। कोई व्यक्ति कोरोना वायरस के डर से अपने घर के अंदर बंद है तो कुछ लोग ऐसे भी हैं जो पूरी सावधानी बरतते हुए दूसरे लोगों की सहायता करने के लिए सड़कों पर उतर आए हैं। आज हम आपको एक ऐसे ऑटो ड्राइवर के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं, जिसने संकट की इस घड़ी में लोगों की मदद के लिए अपना हाथ बढ़ाया है। जी हां, एक ऑटो रिक्शा ड्राइवर ने कोरोना मरीजों की निस्वार्थ सेवा करने का जिम्मा अपने हाथ में लिया है।

आपको बता दें कि झारखंड के रांची का एक ऑटो रिक्शा चालक कोरोना पॉजिटिव मरीजों को मुफ्त में अस्पताल ले जा रहा है, जिनको अस्पताल जाने के लिए कोई भी साधन नहीं मिल पा रहा है, ऐसे कोरोना पॉजिटिव लोगों को यह ऑटो ड्राइवर मुफ्त में मदद कर रहा है। मुश्किल भरी इस परिस्थिति में यह ऑटो ड्राइवर इमरजेंसी हालत में मुफ्त सेवा प्रदान कर रहा है। इस ऑटो ड्राइवर का नाम रवि है। उसका ऐसा कहना है कि वह 15 अप्रैल से लोगों को ऑटो में मुफ्त में अस्पताल पहुंचा रहा है।

ऑटो ड्राइवर रवि ने बताया है कि “जब किसी भी ऑटो ड्राइवर ने एक जरूरतमंद महिला को रिम्स अस्पताल नहीं पहुंचाया, ऐसे में उन्होंने उसे अस्पताल पहुंचाया था।” उनका ऐसा कहना है कि उनका फोन नंबर सोशल मीडिया पर सर्कुलेट हो रहा है। जिन कोरोना मरीजों को अस्पताल जाने की आवश्यकता है और कोई भी उनकी सहायता नहीं कर रहा है, वह उनसे संपर्क कर सकता है।”

कोरोना काल में इस ऑटो ड्राइवर ने इंसानियत की मिसाल पेश की है। यह सभी लोगों के लिए एक प्रेरणा बना है। उम्मीद करते हैं कि सभी लोग इस ऑटो चालक से प्रेरित होकर कोरोना पीड़ित मरीजों की सहायता के लिए सामने आएंगे। इस मुश्किल घड़ी में हम सभी को एक दूसरे की हर संभव मदद करनी चाहिए।