उद्योगपति, निवेशक और परोपकारी रतन टाटा के 83 वें जन्मदिन पर देखे उनके संघर्ष के दिनों की कुछ अनदेखी तस्वीरे

हमारे देश में कई ऐसे बिजनेसमैन जिनका नाम पूरे विश्व में मशहूर है   और आज हम बात करने जा रहे है टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन रहे रतन टाटा की जो की हमारे देश के एक बहुत ही माने जाने और सफल बिजनेसमैन रहे है और आज देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में टाटा ग्रुप एक बहुत ही बड़ी और जानी मानी कम्पनी है और आज क समय में कही भी टाटा ग्रुप के पोस्टर्स लगाये जाते है तो उसमे रतन टाटा की ही तस्वीर लगी होती है |बता दे रतन टाटा हमारे देश के एक ऐसे शख्सियत है  जिन्होंने कारोबार के साथ साथ अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों को भी बहुत  अच्छे से निभाया है |

बता दे  रतन टाटा का जन्म 28 दिसम्बर सन 1937  को गुजरात के सुरत में हुआ था और बीते 28 दिसम्बर को रतन टाटा  का जन्मदिन था और इस साल रतन टाटा पूरे 83 साल के हो चुके है और उनके जन्मदिन के अवसर पर उनके चाहने वालों  ने उन्हें ढेरों शुभकामनायें दी है और उनकी लम्बी उम्र की कामना किये है |

बता दे रतन टाटा आज 83 साल की उम्र में भी एकदम फिट और फाइन नजर आते है और आज के समय में रतन टाटा देश के सबसे लोकप्रिय कारोबारियों में से के माने जानते है |वही आज हम रतन टाटा के जन्मदिन के खास अवसर पर उनके जिंदगी से जुडी कुछ दिलचस्प बाते आपके साथ इस पोस्ट के माध्यम के साझा करने जा रहे है तो आइये जानते है |

बात करें रतन टाटा के जीवन परिचय की तो रतन टाटा का जन्म एक  पारसी परिवार में हुआ था और इनके पिता का नाम नवल टाटा और माताजी का नाम सोनू टाटा था और इनका बचपन बहुत ही कष्ट में बिता था और बहुत इह कम उम्र में रतन टाटा अपने माँ बाप से दूर होना पड़ा था |

वहीँ  बात करें रतन टाटा की शिक्षा की तो इन्होने मुंबई  से अपनी स्कूलिंग पूरी की है और  ग्रेजुएशन के लिए  इन्होने कार्नेल यूनिवर्सिटी  ज्वाइन किया जहाँ से  इन्होने आर्किटेक्चर बीएस और हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से एडवांस मैनेजमेंट प्रोग्राम की डिग्री हांसिल की  और फिर इसके बाद वे साल 1962 में  टाटा इंडस्ट्री से जुड़ गये और अपनी मेहनत  और लगन से टाटा इंडस्ट्री के चेयरमैन बन गये |

बता दे रतन टाटा बहुत   ही मेहनती होने के साथ साथ एक काबिल इन्सान भी थे और अपने इसी लगन और काबिलियत के दम पर रतन टाटा साल 198 में टाटा इंडस्ट्री के अध्यक्ष पद पर कार्यरत हो गये  और रतन टाटा ने अपनी मेहनत और नेतृत्व के दम पर टाटा ग्रुप को एक लग पहचान दिलाई और टाटा ग्रुप का नाम शीर्ष कंपनियों में शुमार हो गयी |

बता दे साल 1998 में रतन टाटा के नेतृत्व में टाटा मोटर न टाटा इंडिका कार लांच किया जिसकी बिक्री पूरे देश भर में सबसे ज्यादा हुई और  रतन टाटा अपने देश वासियों के लिए कुछ ऐसा करना चाहते थे जिससे  हमारे देश का परिवार एक साथ कही भी घुमने फिरने जा सके और इसके लिए उन्होंने अपने दिमाग में ऐसी कार का डिजाईन सोचा औ उसे तैयार करवाया जिसके बाद वो कार सड़कों पर दौड़ने लगी और रतन टाटा ने जोसपना देखा उसे उन्होंने साकार  भी किया |

बता दे टाटा ग्रुप को आज इस मुकाम पर पहुँचाने वाले  रतन टाटा आज वर्तमान समय में भले ही  रिटायर हो चुके है पर आज भी टाटा ग्रुप का नाम रतन टाटा के बिना अधुरा ही माना जाता है और रतन टाटा को साल 2008 में पद्म भूषण अवार्ड से नवाजा गया था और आज 83 साल की उम्र में भी रतन टाटा  बहुत ही ज्यादा एक्टिव रहते है और युवाओं के लिए एक बहुत बड़े प्रेरणा स्त्रोत माने जाते है |