नसीरुद्दीन शाह की पत्नी रत्ना पाठक ने दिया ‘करवाचौथ’ को लेकर विवादित बयान, अब लोग ऐसे दिखा रहे हैं आइना

नसरुद्दीन साहब और उनकी पत्नी रत्ना पाठक फिल्म जगत की जानी मानी हस्तियां है. नसरुद्दीन शाह अकसर मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए नजर आते हैं. उन्होंने कई अवसरों पर मोदी सरकार की निंदा करते हुए उन्हें मुसलमानों के खिलाफ बताया है. तो वहीं अब उनकी पत्नी ने हिंदुओं के त्योहार के खिलाफ जहर उगला है. दरअसल रत्ना पाठक ने अपने एक बयान के दौरान करवा चौथ पर्व को रूढ़िवाद और अंधविश्वास बताते हुए हिंदू महिलाओं का मजाक उड़ाया है. जिसके चलते सोशल मीडिया पर हिंदू समाज के कई सारे लोग रत्ना पाठक के खिलाफ हो गई है और उन्हें आईना दिखाते हुए मुस्लिम धर्म के खिलाफ बोलने की चुनौती दे रहे हैं.

‘मैं पागल थोड़ी हूं जो करवा चौथ का व्रत रखूंगी…’

वीडियो रिपोर्ट की माने तो पिंकविला से बात करते हुए रत्ना पाठक ने कहा कि उन्हें एक बार एक इंटरव्यू के दौरान किसी ने पूछा था कि वह अपने पति के सलामती के लिए करवा चौथ का व्रत रखती है. इसका जवाब देते हुए अभिनेत्री ने कहा कि, ‘मैंने कहा था मैं पागल थोड़ी हूं जो करवा चौथ का व्रत रखूंगी.’ गौरतलब है कि आगे अभिनेत्री कहती हैं कि क्या यह बड़ी अजीब बात नहीं है कि पढ़ी-लिखी महिला भी अंधविश्वासी हो गई है और करवाचौथ का व्रत रख रही है. वह अपने पति की लंबी उम्र के लिए दुआएं मांग की है ताकि उन्हें विधवा होने का कोप ना झेलना पड़े. आगे एक्ट्रेस कहती है कि, ‘भारतीय समाज में क्या विधवा के लिए यह एक भयानक स्थिति नहीं है. तो क्या मुझे भी वह सब करना चाहिए जो मुझे विधवापन से दूर रखें. लेकिन यहां हैरान कर देने वाली बात तो यह है कि 21वीं सदी में जीने के बाद भी हम इस तरह की बातें कर रहे है और पढ़ी-लिखी महिलाएं भी इसके समर्थन में खड़ी हुई है.’

हम अंधविश्वास में पड़ जा रहे है.

हिंदी सिनेमा जगत की यह मशहूर अदाकारा कहती है कि भारत में महिलाओं की स्थिति के बारे में अभी तक कुछ भी नहीं बदला है अगर थोड़ा बता बदलाव हुआ भी है. तो हमारा समाज और भी ज्यादा रूढ़िवादी होता जा रहा है. हमारा इन अंधविश्वास बढ़ता जा रहा है. हम धर्म को स्वीकार करने के साथ उसको अपनी जिंदगी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाने के लिए मजबूर है. इसके चलते लगता है कि हमारा समाज जल्द ही सऊदी अरब की तरह रूढ़िवादी हो जाएगा. सऊदी अरब में महिलाओं का क्या दायरा है क्या हमारा देश भी सऊदी अरब की तरह बनना चाहता है.

भारत में नहीं हुआ महिलाओं के लिए कोई बदलाव

भारत में करवा चौथ का व्रत रखने वाली सालों पुरानी परंपराओं पर निशाना साधते हुए रत्ना पाठक ने कहा कि, ‘भारत में महिलाओं के लिए कुछ भी तो बदलाव नहीं हुआ है. भारतीय समाज पहले से ही रूढ़िवादी था और आज भी वह ऐसा ही है.’ जानकारी के लिए आप सभी लोगों को बता दें कि रत्ना पाठक ने करीब 40 साल पहले हिंदी सिनेमा जगत के जाने-माने अभिनेता नसरुद्दीन शाह के विवाह रचाया था. शादी से जुड़ी के दो बेटे हैं उनके नाम इमाद और विवान शाह है.