यह है दुनिया की सबसे रहस्यमयी गुफ़ा, यहाँ आज भी मौजूद है रावण का शव, जानिए क्यों नहीं हुआ था अंतिम संस्कार?

देश और दुनियाब हर में ऐसी लाखों करोड़ों चीज़ें हैं, जो अपने आप में ना जाने कितने ही राज़ छिपाए हुए हैं. वहीँ मनुष्य अपने अंदर इन रहस्यों को जानने के हमेशा से जिज्ञासा रखता हुआ आया है. बात अगर हिंदू धरम की करें तो दुनिया में ऐसे ना जाने कितने अवशेष हैं जो इस बात को साबित करते हैं कि भगवान ने कभी धरती पर जन्म लिया था और दुश्मनों का सर्वनाश किया था. बहुत से मंदिरों में भी हैरान कर देने वाले चमत्कार देखने को मिलते हैं. इनके पीछे के कारणों को समझने की इंसान हमेशा से कोशिश करता आया है. वहीँ आज के इस ख़ास लेख में हम आपको एक ही स्थान के बारे में बता रहे हैं, जिसके रहस्य के बारे में जान कर आपके पैरों तले से भी ज़मीन खिसक जाएगी.

बता दें कि इतिहास के सुनहरी पन्नों में भगवान श्रीराम और रावण का ज़िक्र मिलता है. पौराणिक कथाओं के अनुसार श्रीराम भगवान की पत्नी सीता को रावण ने कभी उनकी कुटिया से साधू के भेष में उठा लिया था. जिसके बाद राम भक्त हनुमान ने रावण की पूरी लंका को अपनी पूँछ से जला दिया था. वहीँ हर साल रावण के सर्वनाश वाले दिन को दशहरे के रूप में मनाया जाता है. इस ख़ास दिन अच्छाई का चिन्ह माना जाता है. इस दिन लोग रावण को जलाते हैं ताकि बुराई का खात्मा हो सके. यह भी मान्यता है कि दशहरे को मनाने के पीछे का कारण भगवान राम द्वारा सर्वनाश करना है.

वहीँ एक रिसर्च से यह बात साबित हुई है कि धरती पर लगभग ऐसे 50 स्थान हैं, जिनका ताल्लुक रामायण से है. इस रिसर्च में सबसे पहला नाम एक गुफा का भी आता है. कहा जाता है कि रावण के वध के इतने सालों के बाद भी इस गुफ़ा में रावण का शव सुरक्षित मौजूद है. यह गुफ़ा भारत में नहीं बल्कि श्रीलंका के घने जंगलों में मौजूद है. गौरतलब है कि रावण को मरे अभी तक 10 हजार से भी लंबा समय बीत चुका है. ऐसे में गुफा में उसका शव होना बहुत से लोगों के लिए हैरत की बात है.

बताया जाता है कि श्रीलंका में मौजूद इस गुफ़ा में रावण का शव रखा हुआ है जोकि रैगला जंगलों से 8 हजार फीट की ऊँचाई पर मौजूद है. इस शव को रावण का मम्मी बना कर एक ताबूत में रखा हुआ है. शव को सुरक्षा देने के लिए इसपर एक ख़ास तरह का लेप भी लगाया जाता है जोकि सालों बाद भी शव को वैसा ही दिखाता है, जैसे वह पहले दिखता था.

रिसर्च में हुए खुलासे में यह बात साबित हुई है कि 18 फीट लंबे और 5 फीट चौड़ाई वाले इस ताबूत में रावण का शव पड़ा हुआ है. वहीँ यह भी मान्यता है कि ताबूत के ठीक नीचे रावण का बेहद कीमती खज़ाना छिपा हुआ है जिसकी रखवाली अब भी ज़हरीले नाग और खूंखार जानवर कर रहे हैं. पौराणिक कथाओं के अनुसार जब भगवान राम ने रावण का वध किया था उन्होंने अंतिम संस्कार का ज़िम्मा विभीषन को सौंप दिया था. लेकिन राज गद्दी को जल्द अपने नाम करने के चक्कर में विभीषण शव का अंतिम संस्कार नहीं कर पाया और उसने उसे ऐसे ही छोड़ दिया था. इसके बाद कुछ नाग्कुल के लोगों ने शव को अपने साथ ले लिया. उनका कहना था कि रावण इससे फिर से जिंदा हो सकता है इसलिए उन्होंने उस शव को मम्मी बना दिया था. आज भी इस शव को देखने के लिए हजारों की तादाद में लोग पहुँचते हैं.