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मंगल दोष से छुटकारा पाने के लिए करें ये 5 अचूक उपाय, जानिए क्या हैं इसके लक्षण

मनुष्य के जीवन में देखा गया है कि किसी ना किसी वजह से परेशानी लगी रहती है। व्यक्ति अपने जीवन की परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए हर संभव प्रयास करता है परंतु उसको सफलता नहीं मिल पाती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार देखा जाए तो अगर व्यक्ति की कुंडली में कोई ग्रह अशुभ प्रभाव दे रहा है तो इसकी वजह से भी जीवन में दिक्कत उत्पन्न होती है। यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल दोष है तो इसके कारण व्यक्ति को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है।

कुंडली में मंगल दोष होने की वजह से कर्ज का बोझ बढ़ने लगता है, जमीन से संबंधित मामलों में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इतना ही नहीं बल्कि व्यक्ति को रक्त से संबंधित बीमारियां भी होने लगती हैं। आज हम आपको इस लेख के माध्यम से मंगल दोष किस प्रकार से बनता है, इसके लक्षण क्या है और इसके अशुभ प्रभाव से कैसे बच सकते हैं, इसके बारे में जानकारी देने जा रहे हैं।

जानिए कुंडली में मंगल दोष कैसे बनता है

आपको बता दें कि अगर मंगल जन्म कुंडली में कुछ निश्चित भाव में बैठा हुआ है तो इसकी वजह से यह दोष बनने लगता है। अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल ग्रह पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें भाव में स्थित होता है तो ऐसी स्थिति में मंगल दोष बनता है। मंगल ग्रह की यह स्थिति दांपत्य जीवन के लिए शुभ नहीं मानी जाती है। अगर मंगल पर किसी भी ग्रह की दृष्टि पड़ने लगती हैं तो इसके कारण मंगल दोष का प्रभाव कुछ कमजोर होने लगता है।

जानिए मंगल दोष के क्या होते हैं लक्षण

  1. यदि किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल लग्न में स्थित होता है तो इसकी वजह से व्यक्ति के स्वभाव में अत्यधिक तेज, गुस्सैल और अहंकार नजर आने लगता है।
  2. अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल चतुर्थ में स्थित होता है तो इसके कारण व्यक्ति के जीवन में सुखों में कमी आने लगती है. पारिवारिक जीवन में कठिनाइयां उत्पन्न होने लगती हैं।
  3. अगर मंगल सप्तम भाव में होता है तो इसकी वजह से वैवाहिक संबंधों में कठिनाइयां उत्पन्न होने लगती है।
  4. अगर मंगल अष्टम भाव में स्थित होता है तो इसकी वजह से विवाह के सुख में कमी, ससुराल के सुख में कमी या ससुराल पक्ष से रिश्ते बिगड़ने लगते हैं।
  5. अगर मंगल द्वादश भाव में होता है तो इसकी वजह से वैवाहिक जीवन में कठिनाइयां उत्पन्न होने लगती हैं। इतना ही नहीं बल्कि शारीरिक क्षमताओं में कमी, रोग, कलह को भी मंगल जन्म देने लगता है।

मंगल दोष से बचने के लिए करें ये उपाय

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