सास ने निभाया मां से बढ़कर फर्ज, बेटे की मौत के बाद विधवा बहू को पढ़ाया और बेटी की तरह किया कन्यादान

शादी के बाद अगर किसी महिला के पति का निधन किसी वजह से हो जाता है तो ऐसी स्थिति में उस पर क्या बीतती है, यह सिर्फ वही समझ सकती है। अक्सर इस तरह के कई मामले देखने को मिलते हैं कि अगर किसी महिला का पति दुनिया छोड़ कर चला जाता है तो उस महिला के ऊपर अत्याचार किए जाते हैं। उस महिला को हमेशा सफेद साड़ी पहनाई जाती है। महिला किसी भी तरह का श्रृंगार नहीं करती।

हालांकि समय के साथ-साथ लोगों का नजरिया बदलता जा रहा है परंतु आज भी ऐसे बहुत से लोग हैं जो विधवा को अलग ही नजर से देखते हैं। जब महिला विधवा हो जाती है, तो उसका जीवन एक अभिशाप बन जाता है। कई बार तो ससुराल वाले महिला को ही उल्टा सीधा बोलने लगते हैं।

लेकिन हर कोई एक जैसा नहीं होता है। इसी बीच एक राजस्थान के सीकर (Rajasthan, Sikar) जिले से मामला सामने आया है, जहां पर एक महिला शिक्षक ने अपनी विधवा बहू को पहले तो 5 साल तक पढ़ाया और फिर उसकी दूसरी शादी कर बेटी की तरह विदा किया।

दरअसल, आज हम आपको जिस मामले के बारे में बता रहे हैं यह मामला राजस्थान के सीकर जिले के ढांढण गांव से सामने आया है। यहां की रहने वाली महिला शिक्षक जिसका नाम कमला देवी है, उसके बेटे शुभम की शादी 25 मई 2016 को सुनीता के साथ हुई थी।

लेकिन शादी के अभी महज 6 महीने ही हुए थे कि ब्रेन स्ट्रोक की वजह से शुभम की मृत्यु हो गई थी। बेटे के जाने के बाद कमला देवी ने अपनी बहू सुनीता को बेटी की तरह रखा और उसे पढ़ाया लिखाया।

आपको बता दें कि पिछले ही वर्ष सुनीता का शिक्षा विभाग में लेक्चरर (Lecturer) के पद पर चयन हो गया। फिलहाल, वह चुरू जिले के नैणासर सुमेरिया उच्च माध्यमिक स्कूल में इतिहास लेक्चरर है। अब 5 साल के बाद शनिवार को ही कमला देवी ने अपनी बहू सुनीता की शादी (Marriage) की और बेटी की तरह कन्यादान कर उसको विदा किया। सुनीता की शादी कमला देवी ने मुकेश नाम के युवक के साथ करवाई है।

कमला देवी का ऐसा कहना है कि उनकी बहू सुनीता ने उनके घर को अपना मायका समझा और उन्होंने उसे अपनी बहू नहीं बल्कि बेटी की तरह रखा। उन्होंने बताया कि सुनीता ने उनको मां की तरह ही पूरा सम्मान और प्यार दिया है। कमला देवी कहती हैं कि सुनीता ने हमारे घर में रहते हुए अपने माता-पिता का भी पूरा ख्याल रखा।

वहीं सुनीता का ऐसा बताना है कि जब उनके पति की मृत्यु हो गई तो उसके पश्चात सास ने उसे प्यार बेटी की तरह ही दिया। सास ने नए जीवन की शुरुआत करने के लिए चिकित्सक मुकेश से उनका विवाह करवाया है।

सास ने मां बनकर कन्यादान किया। इसके साथ ही सास ने इस अंदाज में सुनीता और मुकेश की शादी करवाकर समाज को एक सकारात्मक संदेश दिया है। कमला देवी ने सुनीता और मुकेश की शादी कराई है, जिसकी चर्चा हर तरफ हो रही है। उनके हौसले की हर कोई तारीफ कर रहा है।