सारा अली खान का बड़ा खुलासा, बोली- पापा के साथ उस घर में नहीं रह सकती क्यूंकि वहां…

एक्टर सैफ अली खान की बेटी सारा अली खान जब से फिल्मों में आई है, तब से सभी उनसे जुड़ी हर बात जानने को उत्सुक है. लेकिन, सारा कुछ भी बताने से नहीं झिझकती, हालाँकि इसके बाद भी कई लोगों के मन में यही एक प्रश्न है कि सारा अपनी मां अमृता के साथ क्यों रह रही है. वहीं इस सवाल का जवाब सारा अली खान ने दिया कि ”मेरी मां ने मुझे बचपन से पाला है, इब्राहिम के होने के बाद हमारी मां ने हमें अपना पूरा टाइम दिया है, यहां तक कि हमारी देखभाल के लिए उन्होंने अपना करियर त खत्म कर दिया. वहीं जिस घर में मेरे माता-पिता एक साथ खुश नहीं, उस घर में मैं नहीं रह सकती, परंतु, इंडस्ट्री में सारा पहली स्टारकिड नहीं जिन्हें अपने माता-पिता में से किसी एक को सेलेक्ट करना हो. गौरतलब है कि माता पिता की अनबन का असर बच्चों पर बुरा पड़ता है.

इस बात में कोई संदेह नहीं है कि जब कोई पति-पत्नी एक-दूसरे से अलग हो कर रहने का फैसला कर लेते हैं या तलाक को फैसला कर लेते हैं. तब इसका सीधा असर उनके बच्चों की जिंदगी पर जरूर पड़ता ही है, अनबन के बाद एक शादी का चलना बहुत मुश्किल भरा काम हो जाता है, हालाँकि इसे भी ज्यादा कठिन होता है कि अलग-अलग रहते हुए एक अच्छा मां-बाप बनना भी मुश्किल होता है.

जाहिर है कि बच्चे माता-पिता के संरक्षण में बड़े होते हैं उन्हें अकेले माता-पिता, कस्टोडियल माता-पिता या फिर तलाकशुदा माता-पिता के साथ रहना बहुत कठिन लगता है, परंतु माता-पिता सोचे तो इस बीच भी उन्हें एक बेहतर फ्यूचर दे सकते हैं. जो माँ बाप तलाक के रास्ते पर होते हैं, वह अच्छे तरीके से एक बेहतर गाॅर्जियन बनने की मेंटल सिचुएशन में नहीं होते. इन केसज में अनुशासन कम और जीने का ढंग अधिक असरदार होता है, जो बच्चों की सेहत पर असर करता है, वहीं माँ बाप चाहें तो अपनी आपसी कलह को दूर कर एक अच्छे दोस्त की तरह उनका ख्याल रख सकते हैं.

वहीं एक डीवोर्सी माँ बाप और बच्चों के बीच बाॅन्ड बना पाना बहुत कठीन काम होता है, बच्चों के लिए भी यह काफी चुनौतीपूर्ण समय होता है जो उनकी मानसिक स्थिति को नुकसान पहुंचा सकता है. घर पर जो चल रहा है? क्यों हो रहा है, इन सब स्थिति में दिमागी रूप से तनाव बढता है. तलाक में सिर्फ दो लोग अलग नहीं होते बल्कि परिवार अलग होते हैं और बच्चों को इसका नुकसान काफी ज्यादा उठाना पड़ जाता है. अगर माँ बाप ध्यान दे तो इससे बचा जा सकता है.