फनी जोक्स : बहु (ससुर से ) – बाबूजी ,घर में इलाइची खत्म हो गयी है ,आप आते समय बाजार से लेकर आइयेगा

जोक्स कि इस मजेदार दुनिया में आप सभी का एक बार फिर से स्वागत है दोस्तों हम सभी को अपने जीवन खुश रहना चाहिए क्योंकि खुश रहने से ही हमारी आधी परेशानी स्वतः ही दूर हो जाती है और इसी बात को ध्यान में रखते हुए हम आपके लिए आज एक बार फिर से कुछ मजेदार जोक्स लेकर आए हैं तो आइए बिना देर किये है पढ़ लेते हैं इन मजेदार चुटकुलों को

पिताजी – पढ़ेगा नहीं तो क्या करेगा…?
बेटा – बस चलाऊंगा, फिर अपनी बस लूंगा, आम के बाग खरीदूंगा,
बीवी को पढ़ाऊंगा, उसे कलेक्टर बनाऊंगा,
आपके नाम पर अस्पताल खोलूंगा…!
पिताजी ने चप्पल निकाली और बोले –
तूने आज फिर सूर्यवंशम देखी है…!

एक प्रतियोगिता में प्रतिभागियों से पूछा गया –
एक ऐसा वाक्य बताइए, जिसमें दुविधा, जिज्ञासा,
डर, शांति, क्रोध और खुशी का आभास हो…!
पुरस्कृत वाक्य था – मेरी पत्नी मुझसे बात नहीं कर रही है…!

पिता – बेटा तेरी कोई गर्लफ्रेंड है…? बेटा – नहीं…!
पिता – बेटा आजकल तो सबकी कोई न कोई
गर्लफ्रेंड होती है, थोड़ा सोशल बनो…!
बेटा (शरमाते हुए) – हां पापा, एक है…!
फिर पिता ने जमकर कूटा और कहा – हरामखोर,
तभी तो फेल हो रहा है तू…!

मास्टर – सबसे पवित्र वस्तु क्या है…?
पप्पू – सर मोबाइल…!
मास्टर (गुस्से में) – वो कैसे…?
पप्पू – वह बाथरूम, अस्पताल, श्मशान से होकर आने के बाद भी बिना धोये हुए घर, रसोई और मंदिर सब जगह जा सकता है…!

पत्नी ने पति को तमाचा मार दिया…!
पति तिलमिला उठा और पूछा – मैंने क्या गलती की…?
पत्नी बोली – तुम कोई गलती करो,
उसके लिए मैं इंतजार थोड़े ही करती रहूंगी…!

केमिस्ट – अगर इस दवाई से आराम ना मिले, तो डॉक्टर का पर्चा फिर से लाना…!
मरीज – ऐसा क्यों…?
केमिस्ट – मैं फिर से डॉक्टर की लिखी
दवाई पढ़ने की कोशिश करूंगा…!
मरीज बेहोश होते-होते बचा…!

एक एयरलाइंस ने एक अनोखी योजना शुरू की…
‘आप टिकट खरीदें, साथ में आपकी पत्नी का टिकट मुफ्त’!
इस योजना में भारी सफलता मिलने के बाद कंपनी ने
सारी पत्नियों को फोन करके पूछा – यात्रा कैसी रही…?
सभी का एक जैसा ही जवाब था – कौन सी यात्रा…?

एक आदमी ने श्मशान घाट पर वाई-फाई सिग्नल मिलते ही
बाजू में खड़े भाई साहब से पूछा – वाई-फाई का पासवर्ड क्या है…?
भाई साहब ने जवाब दिया – मैयत में आए तो, कुछ तो शर्म करो…!
आदमी – M कैपिटल या स्मॉल…!

 

शादी के पहले का बाबू
शादी के बाद….
कब बाबूलाल बन जाता है,
पता ही नहीं चलता।

पिता : बेटा, एक जमाना था जब मैं 10 रुपए लेकर
बाजार जाता था और किराना, सब्जी, दूध सब ले आता था।
बेटा : पिताजी अब जमाना बदल गया है।
आजकल हर दुकान पर सीसीटीवी कैमरे लगे रहते हैं।

जज: क्या सबूत है कि जब एक्सीडेंट हुआ, तब तुम कार तेज़ नहीं चला रहे थे?
कार चालक: साहब, मैं अपनी पत्नी को लेने ससुराल जा रहा था
जज: ओह्हो, छोड़ दो इस मासूम को,
ऐसे समय कोई भी गाड़ी तेज़ नहीं चला सकता .

एक आदमी: भैया बाल छोटे कर दो.
नाई : कितने छोटे कर दूं साहब?
आदमी : इतने कर दो कि बीबी के हाथो में ना आ सकें.

मास्टर जी – ‘खुशी का ठिकाना न रहा’ इस मुहावरे का मतलब बताओ।
पप्पू – खुशी घर वालों से छिपकर रोजाना अपने ब्वॉयफ्रेंड से मिलने जाती थी।
एक दिन उसके पापा ने ब्वॉयफ्रेंड के साथ देख लिया
और खुशी को घर से निकाल दिया।
अब बेचारी खुशी का ठिकाना न रहा!!!