Shahnaz Husain Tips: सर्दियों में स्किन का ख्याल रखना है बेहद जरूरी, जानिए कौन सी क्रीम है सबसे बेस्ट

जब मौसम में बदलाव होता है तो हमारी स्किन में भी बदलाव आता है. सर्दियों में तो ऑयली स्किन में भी ड्राईनेस आने लगती है और नॉर्मल और ड्राई स्किन तो बहुत ज्यादा सूखती है और फ्लेकी हो जाती है जिसका टेक्सचर बहुत ही खराब होने लगता है. हमें अपनी त्वचा को ठीक रखने के लिए अपनी स्किन टाइप के हिसाब से ही क्रीम चुननी चाहिए. आजकल क्रीम्स अलग-अलग तरह से अलग-अलग फंक्शन के लिए अवलेबल है. क्लींजिं और मॉइश्चराइजिंग से लेकर नाइट नॉरिशिंग क्रीम्स, डे क्रीम्स, सन ब्लॉक क्रीम्स, एंटी-एजिंग क्रीम्स, अंडर आई क्रीम्स, फेयरनेस क्रीम्स आदि ब्यूटी मार्केट्स में मिलती हैं. चलिए आपको बताते हैं इन क्रीम्स का महत्व:-

क्लींजिंग क्रीम्स और फेस क्लींजर्स

दरअसल नॉर्मल से ड्राई स्किन वालों के लिए क्लींजिंग क्रीम्स होती हैं. ये जेल फॉर्म में भी मिलती है क्लींजिंग क्रीम्स चेहरे की गंदगी को हटाती हैं और स्किन को साफ रखती हैं. फेस वॉश और मेडिकेटेड क्लींजर्स जो क्रीम फॉर्म में हैं वो भी सही हैं. एक्ने वाली और ऑयली स्किन के लिए ऐसे क्लींजर्स यूज होते हैं. हमेशा ऐसा क्लींजर चुनना चाहिए जिसमें साबुन न हो और स्किन पर जेंटल रहे.

मॉइश्चराइजिंग क्रीम्स

वहीं स्किन के लिए अति जरूरी होता है मॉइश्चर. इसीलिए मॉइश्चराइजिंग क्रीम बहुत फेमस हैं और जरूरी भी. सर्दियों के सीजन में मॉइश्चराइजिंग क्रीम ही ड्राई और डिहाइड्रेटेड स्किन के लिए जरूरी है. ये स्किन में वापस से मॉइश्चर लाती हैं और इसका टेक्सचर सही बनाती हैं. स्किन का सरफेस स्मूथ करती है और स्किन को मौसम की मार से बचाती है. डे क्रीम्स भी मॉइश्चराइजिंग क्रीम्स होती है. ये मॉइश्चराइजर्स और डे क्रीम्स मेकअप बेस के तरीके से यूज कर सकते हैं. बता दें कि सनस्क्रीन क्रीम्स स्किन और अलग तरह की सन सेंसिटिविटी के लिए यूज की जाती हैं. ये त्वचा को खतरनाक अल्ट्रा वॉयलेट किरणों से बचाती है. इन क्रीम्स में भी मॉइश्चराइजर्स रहते हैं.

आई क्रीम का बहुत जरूरी काम होता है

दरअसल आंखों के आस-पास की त्वचा पतली और डेलिकेट होती है और इसलिए वहां के लिए खास क्रीम्स की जरूरी है जो लाइट टेक्सचर की हो. ये बढ़ती उम्र के लक्षणों को दूर करती है और डार्क सर्कल्स को कम करने में मददगार होते हैं. फेयरनेस क्रीम्स का मार्केट इसलिए इतना विशाल हो गया क्योंकि भारतीय लोगों को फेयर स्किन कॉम्प्लेक्शन अच्छा लगता है लेकिन आपको फेयरनेस क्रीम चुनने चाहिए जिसमें नेचुरल इंग्रीडियंट्स हों.

BB, CC, DD क्रीम्स के काम और उनकी जरूरत

आज के समय में हम अल्फाबेटिकली क्रीम्स को देखते हैं जैसे BB, CC, DD क्रीम्स आदि का यूज अधिक हो गया है. ये मेकअप फाउंडेशन की जगह यूज होती हैं, BB क्रीम का मतलब है एंटी-ब्लेमिश या ब्यूटी बाम क्रीम. ये लाइट टेक्स्चर वाली क्रीम है जिसमें SPF है. ये झाइयों से छुटकारा दिलवाने में सहायक है क्योंकि इससे वो कवर होती हैं. CC क्रीम्स थोड़ी स्पेशलाइज्ड होती हैं जिनमें भी एसपीएफ होता है. ये डल स्किन को शाइनी और रेडिएंट बना देती हैं. DD क्रीम मतलब डेली डिफेंस क्रीम जो SPF के साथ स्किन को मॉइश्चराइज करने के लिए यूज होती है.