VIDEO: नहीं देखा होगा मां के लिए ऐसा प्यार! तीन भाइयों ने मिलकर बनवाया मां का मंदिर, सुबह-शाम करते हैं पूजा

माता-पिता वो होते हैं जो अपने बच्चों की खुशी के लिए अपनी सारी खुशियां न्यौछावर कर देते हैं। माता-पिता हमेशा अपने बच्चों की खुशियों के लिए हर संभव प्रयास करते हैं लेकिन आज की पीढ़ी बुढ़ापे में मां-बाप की सेवा करने के बजाय उन्हें वृद्धाश्रम भेज देती है। घर में उनसे ठीक से कोई बात भी नहीं करता। ऐसे मां-बाप को बुढ़ापे में प्यार के बदले दुत्कार मिलती है। जो लोग ऐसा करते हैं शायद उनको यह नहीं पता कि माता-पिता भगवान के ही रूप होते हैं।

ऐसा कहा जाता है कि माता-पिता की सेवा करना ईश्वर की सेवा करने जैसा होता है। लेकिन इस दुनिया में सभी लोग एक जैसे नहीं हैं। दुनिया में ऐसे लोग भी रहते हैं, जो अपने माता-पिता के लिए बहुत कुछ करना चाहते हैं। यह माता-पिता के प्रति समर्पण ही है जो बच्चे उनके लिए हर तरह की खुशी चाहते हैं। इसी बीच आज हम आपको महाराष्ट्र के बीड जिले में तीन भाइयों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने मां की मृत्यु के बाद उनका मंदिर बनवाया है।

तीन बेटों ने मिलकर बनाया मां का मंदिर

आपको बता दें कि महाराष्ट्र के बीड जिले के सावरगांव में तीन बेटे राजेंद्र, विष्णु और छगन खाड़े ने अपनी मां का मंदिर बनवाया है। इन तीनों भाइयों ने मंदिर के अंदर अपनी मां राधाबाई खाड़े की प्रतिमा भी स्थापित की है, ताकि वह हमेशा उनके साथ रहें और वह उनकी सेवा कर सकें। राधाबाई खाड़े ने बड़ी मुश्किल से अपने बच्चों का पालन पोषण किया, उन्हें पढ़ाया लिखाया।

देहांत के बाद खाड़े परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। मृत्यु के पश्चात तीनों बेटों ने मंदिर बनाने का फैसला किया और 4 से 5 महीने के अंदर मंदिर बनकर तैयार हो गया। पुणे के एक मूर्तिकार से मां की मूर्ति बनवाई गई। इन तीनों भाइयों ने मां का यह मंदिर बनवाने के लिए 9 से 10 लाख खर्च किए हैं। इतना ही नहीं बल्कि मंदिर में मां की मूर्ति स्थापित करने के लिए भव्य कार्यक्रम का आयोजन भी किया।