6 साल के मासूम के लिए मसीहा बने सोनू सूद, पहली मंजिल से गिरे बच्चे की अभिनेता ने बचाई जान

कोरोना महामारी के बीच बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद मसीहा बनकर उभरे हैं। जब पूरे देश में कोरोना महामारी की वजह से लॉकडाउन का ऐलान हुआ था तब अभिनेता सोनू सूद लोगों की सहायता के लिए सामने आए थे। बीते कई महीनों से सोनू सूद अलग-अलग तरीकों से लोगों की मदद कर रहे हैं। यह लोगों तक हर संभव सहायता पहुंचा रहे हैं। कभी किसी की पढ़ाई का खर्चा उठा रहे हैं तो कभी किसी का इलाज करवा रहे हैं। इतना ही नहीं बल्कि जिन बच्चों के माता-पिता स्कूल की फीस भरने में समर्थ नहीं है उन बच्चों के स्कूल की फीस भी सोनू सूद भर रहे हैं। इसी बीच एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमें सोनू सूद ने मसीहा बनकर एक बच्चे की जान बचाई है। जी हां, 6 साल के बच्चे की मदद अभिनेता ने की है जो पहली मंजिल से गिर गया था।

आपको बता दें कि एक 6 साल का मासूम बच्चा छत से नीचे गिर गया था, जिसके इलाज के लिए उसके माता-पिता के पास पैसे नहीं थे। इस मासूम बच्चे के माता-पिता की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है, ऐसे में इनका बच्चा छत से नीचे गिर गया, जिसके कारण यह बहुत परेशान हो गए। इनको यही चिंता सता रही थी कि आखिर अपने बच्चे का इलाज कैसे कराएं। तब मदद के लिए वह सोनू सूद के पास पहुंचे। अभिनेता ने इस बच्चे का इलाज करवाया।

सोशल मीडिया पर एक यूजर ने ट्वीट के माध्यम से सोनू सूद द्वारा किए गए इस नेक कार्य के लिए उनको धन्यवाद दिया है। यूज़र ने ट्वीट करके यह लिखा है कि “कौन कहता है कि वह मसीहा नहीं है। वह इकलौता मसीहा हैं।”‘ यूजर के इस ट्वीट पर रिप्लाई देते हुए अभिनेता सोनू सूद ने लिखा है कि “जाको राखे साइयां, मार सके ना कोय।” शुक्रिया दिनेश एंड रेनबो हॉस्पिटल समय रहते मदद के लिए।”

आपको बता दें कि सोनू सूद अपने नेक कामों और दरियादिली के लिए जाने जाते हैं। इन्होंने अपने नेक कामों से देश के सभी लोगों का दिल जीत लिया है। हाल ही में जुहू में 6 मंजिला रिहायशी इमारत को होटल में तब्दील करने के मामले में बीएमसी ने सोनू सूद को नोटिस भेजा था। तब सोनू सूद शुक्रवार के दिन साईं धाम पहुंचे थे। वहां पर अभिनेता ने साईं बाबा के दर्शन और पूजा किया। उसके बाद सोनू सूद ने नोटिस के सवाल पर कहा कि “वह साईं के दरबार में आए हैं। बाकी सब छुटपुट चीजें हैं, जिन पर ध्यान नहीं देना चाहिए।? जब मजदूरों की सहायता पर अभिनेता से सवाल पूछा गया तो इस सवाल का जवाब देते हुए सोनू सूद ने कहा कि “भगवान की कृपा से उन्हें जिम्मेदारी मिली थी। ऐसा नहीं था कि मुझे जबरन मजदूरों की सहायता करनी थी लेकिन मुझे ऐसा लगा कि भगवान ने जिम्मेदारी दी है, उसको पूरा करना है। अब भी जिम्मेदारी के रास्ते पर चल रहे हैं।”

बताते चलें कि अभिनेता सोनू सूद की मदद का सिलसिला लॉकडाउन के दौरान शुरू हुआ था और यह लगातार जारी है। अगर कोई जरूरतमंद व्यक्ति इनसे सहायता मांगता है तो यह उसकी सहायता के लिए तुरंत सामने आ जाते हैं। सोनू सूद द्वारा किए गए नेक कामों की चर्चा देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी हो रही है। इन्होंने अपने कामों से सभी लोगों के दिलों में एक खास जगह बनाई है।