कभी मजबूरी में जॉनी लीवर सड़क पर बेचा करते थे पेन, बेहद दिलचस्प है नाम के पीछे की कहानी

जॉनी लीवर एक ऐसे कलाकार हैं जो किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। जॉनी लीवर का नाम भारत में ही नहीं बल्कि अनेकों देशों में जाना जाता है। जॉनी लीवर ने अपने अंदर की खूबी को पहचाना और उसी खूबी को पहचान कर काम किया और इन्होंने अपने बेहतरीन अभिनय से दुनिया भर में अच्छी खासी पहचान बनाई। जॉनी लीवर की फिल्में देखने के बाद लोग हंसते हंसते लोटपोट हो जाते हैं। जॉनी लीवर मनोरंजन करके हमारे चेहरे पर मुस्कान ले आते हैं। जॉनी लीवर एक ऐसे कलाकार हैं जो अपनी कॉमेडी के दम पर किसी भी फिल्म को सुपरहिट करवाने में मददगार साबित होते हैं।

90 के दशक में जॉनी लीवर ने अपनी बेहतरीन कॉमेडी से अच्छा खासा नाम कमाया। अपने दौर में जॉनी लीवर हर बड़े सुपरस्टार के साथ काम कर चुके हैं और दुनिया भर में उन्होंने सफलता हासिल की है। आज जॉनी लीवर के पास किसी भी चीज की कमी नहीं है। वह करोड़ों रुपए की संपत्ति के मालिक हैं परंतु जो मुकाम जॉनी लीवर ने हासिल किया है, वहां तक पहुंचने के लिए उन्हें अपने जीवन में काफी संघर्ष करना पड़ा।

जी हां, एक समय ऐसा था जब जॉनी लीवर आम आदमी की तरह अपना जीवन व्यतीत करते थे। जॉनी लीवर की आर्थिक स्थिति बहुत खराब थी, जिसकी वजह से उन्होंने बहुत से छोटे-मोटे काम भी किए। इतना ही नहीं बल्कि जॉनी लीवर सड़कों पर पेन बेचने का भी काम किया करते थे। इसी दौरान ग्राहकों को रिझाने के लिए जॉनी लीवर मिमिक्री भी किया करते थे।

14 अगस्त 1957 को आंध्र प्रदेश के कनिगरी में जन्मे जॉनी लीवर के बारे में ऐसा कहा जाता है कि शुरुआत से ही उन्हें फिल्में देखने और फिल्मों में काम करने का बहुत शौक रहा है। जब जॉनी लीवर ने हिंदी सिनेमा में कदम नहीं रखा था तो उससे पहले वह मंच पर प्रस्तुति दिया करते थे और इस दौरान वह बॉलीवुड अभिनेताओं की मिमिक्री भी हुबहू किया करते थे। एक स्टेज शो के दौरान सुनील दत्त की नजर उनके ऊपर पड़ी। तो उन्होंने जॉनी लीवर को फिल्म “दर्द का रिश्ता” में काम करने का प्रस्ताव दिया।

जॉनी लीवर ने फिल्म “दर्द का रिश्ता” करने के बाद “जलवा” में काम किया। इस फिल्म में वह नसरुद्दीन शाह के साथ नजर आए थे लेकिन उन्हें “बाजीगर” फिल्म से बड़ी सफलता हासिल हुई थी। इसके बाद ज्यादातर जॉनी लीवर सहायक अभिनेता के रूप में हर फिल्म में हास्य अभिनेता के रोल में नजर आने लगे। जॉनी लीवर ने अपने फिल्मी करियर में करीब 350 से अधिक फिल्मों में काम किया है और उन्होंने अपनी बेहतरीन कॉमेडी से दर्शकों का दिल जीत लिया।

शायद ही बहुत कम लोगों को इस बात की जानकारी होगी कि बॉलीवुड में एंट्री करने से पहले जॉनी ने अपना नाम बदल लिया था। जी हां, उनका असली नाम जॉन राव था। इनके नाम बदलने के पीछे भी बड़ी दिलचस्प कहानी है। दरअसल, जॉनी लीवर के पिता उन दिनों देश की सर्वोच्च कंपनियों में से एक “हिंदुस्तान लीवर” में काम करते थे और अपने पिता के साथ अक्सर जॉनी लीवर भी ऑफिस जाते थे।

जब भी ऑफिस में कोई कार्यक्रम होता तो सब जॉन को मिमिक्री करने के लिए कहते थे, जिसके बाद लोगों को जॉन अपनी एक्टिंग से इतना हंसाते थे कि लोगों ने उनका नाम कंपनी के नाम से मिलता जुलता जॉनी लीवर कर दिया। और फिर हिंदी सिनेमा जगत में उन्होंने इसी नाम से कदम रखा। जॉनी लीवर इतना बेहतरीन काम करते हैं कि वह तीन बार फिल्मफेयर के बेस्ट कॉमेडियन अवार्ड के लिए नॉमिनेट हो चुके हैं। इतना ही नहीं बल्कि दो बार फिल्मफेयर के बेस्ट कॉमेडियन अवॉर्ड भी उन्हें मिल चुका है। जबकि दो बार दीवाना मस्ताना और दूल्हे राजा के लिए अवॉर्ड मिल चूका है।