मजदूरी कर पिता ने पाला परिवार, बेटे ने आर्थिक तंगी में पढ़ाई कर जज बनकर परिवार का नाम किया रोशन

हर इंसान की जिंदगी बहुत कठिन है। हर मनुष्य के जीवन में बहुत सी परिस्थितियां उत्पन्न होती हैं परंतु अगर व्यक्ति को अपने जीवन में कुछ कर दिखाना है तो वह हर कठिन परिस्थिति का सामना करने को तैयार रहता है। ऐसा कहा जाता है कि जिंदगी में कुछ दिखाने का जज्बा हो तो मुश्किल हालात भी आपको अपनी मंजिल तक पहुंचाने से नहीं रोक सकते हैं। इस संसार में ऐसे बहुत से लोग हैं जो अपना लक्ष्य निर्धारित करते हैं परंतु सभी लोग अपना लक्ष्य प्राप्त नहीं कर पाते हैं।

आज हम आपको एक ऐसे मजदूर के बेटे के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं जिसने अपनी मंजिल पाने के लिए खूब मेहनत की है और यह अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल भी हुआ है। आपको बता दें कि पंजाब में मजदूर के बेटे कुलदीप सिंह ने पंजाब सिविल सर्विसेज (ज्यूडिशियल) की परीक्षा पास कर अपने परिवार का नाम रोशन किया है। कुलदीप सिंह ने आर्थिक तंगी से लड़ते हुए अपनी पढ़ाई की और अब यह जज की कुर्सी संभालने के लिए तैयार हैं।

जैसा कि हम सभी लोग जानते हैं ज्यादातर लोग गरीबी के चलते अपनी मंजिल हासिल नहीं कर पाते हैं लेकिन अगर इंसान के अंदर कुछ कर दिखाने का जज्बा हो तो कोई भी कठिनाई उसको आगे बढ़ने से नहीं रोक सकती है। कुलदीप सिंह उन हजारों लाखों बच्चों के लिए रोल मॉडल हैं, जो गरीबी की जिंदगी जीवन बसर करने के दौरान कुछ कर दिखाने का जज्बा रखते हैं।

आपको बता दें कि कुलदीप सिंह एक मजदूर परिवार से ताल्लुक रखते हैं। उनके पिताजी मजदूरी करके अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं। कुलदीप सिंह के पिताजी का नाम हरनेक सिंह है। कुलदीप के पिता हरनेक सिंह ने जैसे-तैसे मजदूरी कर अपने परिवार को पाला, उनके लिए अपने बेटों को पढ़ाना इतना आसान नहीं था। उन्होंने कुलदीप को पढ़ाने के लिए वह सब किया जो वह कर सकते थे।

कुलदीप सिंह ने भी अपने पिता की मेहनत बेकार नहीं जाने दी। कुलदीप ने बचपन से ही जिंदगी के हर मोड़ पर आर्थिक तंगी का सामना किया है। यह लगातार आर्थिक तंगी से लड़ते हुए अपनी पढ़ाई करते रहे और पंजाब यूनिवर्सिटी से डिपार्टमेंट ऑफ लॉ के स्टूडेंट तक का सफर तय किया। उसके बाद पंजाब यूनिवर्सिटी में आने के पश्चात कुलदीप ने बच्चों को ट्यूशन देकर अपनी पढ़ाई जारी रखी थी।

कुलदीप ने साल 2013-16 सत्र में पंजाबी यूनिवर्सिटी से लॉ की डिग्री हासिल की। उसके पश्चात कई वर्षों तक पिता के साथ मजदूरी में हाथ बंटाया। कुलदीप ने मुश्किल हालातों से लड़ते हुए हाल ही में पंजाब सिविल सर्विसेज में सफल होकर साबित कर दिखाया है कि नामुमकिन कुछ भी नहीं होता है। कुलदीप अपने परिवार के पहले ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने सरकारी नौकरी हासिल करते हुए सीधे जज पद पर नियुक्ति हासिल की है।

आपको बता दें कि कुलदीप हमेशा से ही पढ़ाई में अच्छे थे। जब कुलदीप का चयन हुआ तो गांव में उनके सम्मान में काफी भव्य आयोजन किया गया। इन्होंने अपनी मेहनत और लगन से जज बनने में कामयाबी हासिल की है। उनकी कामयाबी को लेकर उनके पिता का ऐसा कहना है कि “उन्हें ऐसा लगता है कि जैसे उनका सपना पूरा हो गया है।”