8 साल से माँ बनने की दुयाएँ मांग रही थी ये महिला, अब भगवान ने दी छप्पड़ फाड़ के ख़ुशी, 4 बच्चों को दिया जन्म
शादीशुदा जोड़े जब माता-पिता बनते है तब यह पल उनके रिश्ते के लिए बेहद खास पल होता है. बच्चे की उम्मीद हर कोई लगाए रखता है. ऐसे में प्रेमी जोड़ा कई तरह के मन्नतें रखते है और पूजा पाठ करते है ताकि उनका परिवार पूरा हो सके और वे मां बाप बनने का सुख प्राप्त कर सके. कई बार ऐसा भी देखा जाता अही की कई लोगो के बच्चे आसानी से नहीं हो पाते वहीं कई लोग बिना किसी कष्ट माता पिता बन जाते है. तो वहीँ कुछ लोग दुनिया में ऐसे भी हैं जिन्हें तमाम तरह के पापड़ बेलने के बावजूद भी औलाद का सुख प्राप्त नहीं होता है. ऐसे कपल को बिना बच्चे के अधुरा माना जाता है. वहीँ ऐसी ही एक महिला का मामला सामने आया है जिसे भगवान ने शादी के कईं साल बाद अब खुशियों की सौगात दे दी है. आईये जानते हैं आखिर यह पूरा मामला क्या है.
दरअसल हम बात कर रहे है एक महिला कर बारे में जिसे 8 साल से बच्चा नहीं हो रहा था. मगर अपने यह कहावत तो सुनी “जब ऊपरवाला किसी को कुछ देता है तो छप्पड़ फाड़ कर देता है.” कुछ ऐसा ही देखने को मिला है राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद जिले में. दरअसल यहाँ रहने वाली एक महिला को शादी के पूरे 8 साल के बाद 4 बच्चें एक साथ हुए है जिससे सब हैरान है. बता दे की जमाना बदल चुका है और गर्भ धारण करने के लिए कई तकनीक विकसित हो चुके है.
हालांकि पहले के जमाने में गर्भ धारण के लिए कई समस्याएं थी मगर आज टेक्नोलॉजी बहुत आगे हो गया है. ऐसी ही एक तकनीक है आईवीएफ और इसी के माध्यम से गाजियाबाद की रहने वाली एक महिला ने 4 बच्चों को जन्म दिया. बता दे की इस प्रोसेस से उन्हें 1 लड़की और 3 लड़के हुए है. दरअसल इस दंपत्ति को पिछले कई सालों से बच्चा नहीं हो रहा था. उन्होंने सीड्स ऑफ़ इनोसेंस की डायरेक्टर डॉ. गौरी की सलाह ली थी.
वहीं डॉ का कहना था कि माता के अंदर प्रजनन क्षमता का सीमित थी इसीलिए महिला मां नहीं बन पा रही थी. महिला ने संतान पाने के लिए हर संभव कोशिश की. उसने आईयूआई जैसी प्रजनन तकनीकी की भी मदद ली परंतु इसके बावजूद भी वह गर्भधारण करने में सफल नहीं हो पाई थी. डॉक्टर गौरी अग्रवाल का बताना है कि जब महिला आईयूआई जैसी प्रजनन तकनीक से भी गर्भधारण नहीं कर पाई तो उसके बाद 32 साल की इस महिला के मामले में आईवीएफ तकनीक को चुना, जिसके बाद महिला ने गर्भधारण किया परंतु जब स्कैन किया गया तो यह पता लगा कि वह चार बच्चो कि मां बनने वाली है. बता दे कि चार बच्चो को देख कर डॉ. ने उन्हें भूर्ण में कमी करने के लिए विकल्प भी दिया था जिसे दंपति ने स्वीकार नहीं किया. उन्होंने तय किया कि वह चारो को जन्म देगी. बच्चे प्रिमेचॉयर होने की वजह से उन्हें कुछ दिनों के लिए आइसीयू में ही रखा गया था. मगर अब बच्चे और मां सभी स्वस्थ है.