इस फिल्म के कारण सुनील दत्त को देखने पड़े थे बुरे हालात, पाई-पाई के हो गए थे मोहताज

हिन्दी सिनेमा जगत में अपने जमाने में खूब नाम कमाने वाले सुपरस्टार सुनील दत्त के नाम से तो आप वाकिफ ही होंगे। उन्होंने अपने अभिनय और दिलकश अंदाज से दर्शकों के दिलों पर अपनी अलग छाप छोड़ी। मदर इंडिया, साधना, मेरा साया, इंसान जाग उठा, सुजाता समेत कई सुपरहिट फिल्मों में काम कर उन्होंने खूब वाह वाही बटोरी। वह बतौर अभिनेता ही नहीं बल्कि प्रोड्यूसर बनकर भी काम कर चुके हैं। उन्होंने बतौर प्रोड्यूसर सबसे पहली फिल्म ‘रेशमा और शेरा’ बनाई थी। लेकिन इस फिल्म को बनाने का फैसला उनको बेहद महंगा पड़ा था। फिल्म इंडस्ट्री में मशहूर सुनील दत्त इस फिल्म को बनाने के बाद पाई-पाई के मोहताज हो गए थे। आखिर सुनील दत्त को ये फिल्म बनाना क्यों महंगा पड़ा। तो आइए जानते हैं इससे जुड़ी कुछ अनसुनी बातें।

कर्ज में डूब गए थे सुनील दत्त

सुनील दत्त बतौर प्रोड्यूसर फिल्म ‘रेशमा और शेरा’ बनाने निकल तो पड़े, लेकिन शायद उन्हें भी इस बात का अंदाजा नहीं था कि इसके कारण उन्हें कैसे बुरे हालातों का सामना करना पड़ सकता है। दरअसल, इस फिल्म की मेकिंग के दौरान वह कर्ज में डूब गए थे। इसका पहला शेड्यूल राजस्थान में शूट हुआ था, जिसके सुनील दत्त ने कुछ फूटेज देखे और उन्हें फिल्म का निर्देशन पसंद नहीं आया। इसके बाद उन्होंने फिल्म के निर्देशन की कमान भी खुद ही संभाली। इसके बाद वो दोबारा से फिल्म का शूट करने निकल पड़े। इस दौरान सुनील दत्त पर 60 लाख रुपए का भार आ गया। इस कारण वो बुरी तरह से कर्ज में डूब गए।

घर और कारें रखनी पड़ी गिरवी

सुनील दत्त को खुद का लिया गया ये फैसला काफी भारी पड़ा। इस दौरान उन्हें कर्ज को चुकाने के लिए अपना घर गिरवी रखना पड़ा और कारें भी बेचनी पड़ीं। उनकी माली हालत इतनी ज्यादा बुरी हो गई कि उन्हें मुंबई में बसों में सफर करना पड़ा। ये देखकर लोगों ने उन्हें ताने मारने शुरू कर दिए थे। उस वक्त डायरेक्शन में व्यस्त होने के चलते सुनील दत्त ने बतौर अभिनेता 5-6 फिल्में ठुकरा दी थीं। यह उनकी दूसरी बड़ी गलती थी, इस कारण उनके पास काम तक नहीं था। वह इन हालातों से तकरीबन दो साल तक झूझते रहे।

फिर बदला बुरा वक्त

इसके बाद उनकी किस्मत उस वक्त बदली जब उन्हें ‘हीरा’, ‘गीता मेरा नाम’, ‘प्राण जाए पर वचन न जाए’ और ‘नहले पर दहला’ जैसी सुपरहिट फिल्मों में काम करने का मौका मिला। इन फिल्मों में काम कर उनका सारे का सारा कर्ज तक उतर गया। इस खास बात यह रही कि उनकी फिल्म रेशमा और शेरा ने 3 नेशनल अवॉर्ड अपने नाम कर लिए थे। जिनमें बेस्ट एक्ट्रेस, बेस्ट म्यूजिक और बेस्ट सिनेमैटोग्राफी का अवॉर्ड इस फिल्म के नाम गया। सुनील दत्त ने भले ही रेशमा और शेरा को बनाने का रिस्क उठाया लेकिन आखिर में उन्हें इसमें बड़ी सक्सेस भी प्राप्त हुई। आज सुनील दत्त भले ही हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनके अभिनय और शानदार फिल्मों को दर्शकों के बीच हमेशा याद किया जाएगा।

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