अपनी आलिशान जिंदगी ठुकरा कर पति का सपना पूरा कराया पत्नी ने ,बेहद खुबसूरत है सुरेश ओबेरॉय और योशोधरा की लवस्टोरी

हमारे फिल्म इंडस्ट्री में कई ऐसे मशहूर कपल्स है जिनकी प्रेम कहानियां काफी ज्यादा मशहूर है और आज हम आपको फिल्म जगत के के जाने माने अभिनेता की लव स्टोरीके बारे में बताने वाले हैजिसे जानने के बाद आप ये समझ जायेंगे की सच्चे प्यार की असली परिभाषा क्या होती है |जी हाँ हम बात कर रहे है बॉलीवुड इंडस्ट्री के नामचीन अभिनेता सुरेश ओबेरॉय की जो की एक समय में बॉलीवुड के एक बहुत इह मशहूर अभिनेता रह चुके है और ये हमारे बॉलीवुड एक्टर विवेक ओबेरॉय के पिता है |

बता दे बॉलीवुड फिल्मो में सुरेश ने हर तरह के किरदार को बेहद ही शानदार तरीके से निभाया है पर इन्हें फिल्म जगत में ज्यादातर नेगेटिव किरदार में ही देखा गया है और इन्होने अपने शानदार अभिनय से इंडस्ट्री में अपनी एक अलग पहचान बनाये है और खूब नाम और शोहरत कमाए है |वही इनके लव लाइफ की बात करें तो इनकी शादी भले ही अरेंज मैरिज थी पर इनकी शादी के बाद की लव स्टोरी बेहद ही दिलचस्प है और इस प्रेम कहानी को जानकर आपका बिह दिल भर आएगा |

बता दे सुरेश ओबेरॉय एक मिडिल क्लास फॅमिली से बिलोंग करते है और जब ये मुंबई आये तो तो मात्र 400 रुपये लेकर आये थे और यहाँ एक्टिंग में करियर बनाने के लिए इन्होने काफी संघर्ष किया है पर इनके इस संघर्षमें इनका सबसे ज्यादा अगर किसी ने साथ दिया है तो वो है इनकी पत्नी यशोधरा जो की हर परिस्थिति में इनकी ढालबनकर हमेशा खड़ी रही और अपने पति के करियर को सँवारने के लिए यशोधरा ने अपनी आलिशान जिन्देग भी कुर्बान कर दी और अपने पति के साथकदम से कदम मिलाकर चलती रही |

बता दे एक इंटरव्यू में यशोधरा ने अपनी शादी के बारे में बात करते हुए कहा था की हमारी अरेंज मैरिज हुई थी और एक परिवार के ही दोस्त के जरिये हमारी शादी तय की गयी थी |बता दे यशोधरा और सुरेश दोनों साल 1974 में शादी के बंधन में बंधे थे और वही यशोधरा की बात करें तो यशोधरा एक बहुत ही अमीर घराने से ताल्लुक रखती थी और इनके पिता एक जाने माने बिजनेसमैन थे तो वही सुरेश उस समय अपने करियर को आगे बढ़ाने के लिए संघर्ष कर रहे थे और उनके पास  ज्यादा कोई आमदनी भी नहीं थी |

बता दे सुरेश जब बॉलीवुड में अपना करियर बनाने के लिए संघर्ष कर रहे थे तब उस दौरान उन्हें उनकी पत्नी का पूरा सपोर्ट मिला और यशोधरा ने अपने पति के सपनों को पूरा करने के लिए अपनी ऐशों आराम वाली जिंदगी तक छोड़ दी थी और पति के साथ मुंबई में एक कमरे के घर में रहने लगी और उस घर में सुख सुविधा की कोई भी चीज नहीं थी और यशोधरा उस समय घर में बर्तन  और कपड़ेतक भी अपने हांथों से  धोती थी जबकि  उनके घर में काफी सारे नौकर थे और वे कभी भी एक काम घर का नहीं की थी पर अपने पति के सपनों को पूरा करवाने के लिए यशोधरा ये सार काम बहुत ख़ुशी से करती थी और कभी भी किसी चीज के लिए पति से शिकायत भी नहीं करती थी|

वही यशोधरा का ऐसा प्यार देखकर सुरेश खुद को बहुत ही खुशकिस्मत मानते है क्योंकि यशोधरा ने उनके लिए अपनी आलिशान जिंदगी छोड़ दी और एक स्ट्रगलर के साथअपना पूरा जीवन बिताने का फैसला कर उनका हर कदम पर पूरा साथ देती रही |वही  इस कपल का सच्चा प्यार और एक  दुसरे  की ख़ुशी में अपनी ख़ुशी देखकर ऐसा लगता है की अगर ऐसा प्यार करने वाला जीवनसाथी मिल जाये तो जीवन  कितना आसान हो जाता है |

सुरेश और यशोधरा के बारे में ये कहना गलत भी नहीं होगा की इन दोनों के बीच प्यार और अंडरस्टैंडिंग ही है जो आज शादी के 40 से भी अधिक साल होने के बाद भी ये कपल इतनी खूबसूरती से अपनी शादी शुदा जिंदगी बिता रहे है और वही सुरेश और योशोधरा के दो बच्चे हैं, जिनमे से एक बेटा है जिसका नाम विवेक ओबेरॉय और एक बेटी है जिसका नाम मेघना ओबेरॉय है और इन दोनों ने भी अपना अपना करियर सेट कर लिया है |