बदल गए हैं कोरोना के लक्षण, जानिए जल्दी कैसे संकेतों को पहचानें

देश में एक बार फिर से कोरोना वायरस को लेकर स्थिति गंभीर होती जा रही है। देश में कोरोना की दूसरी लहर चल रही है। साल 2021 की शुरुआत में वैक्सीन आने पर लग रहा था कि ये साल नई उम्मीदें लेकर आया है। लेकिन मार्च से अंत से कोरोना वायरस एक बार फिर से चिंता का विषय बन चुका है। पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के मामले 2 लाख से भी ज्यादा आए हैं। बताया जा रहा है कि ये कोरोना वायरस का बदला हुआ रुप है यानि नई स्ट्रैन है जो और भी ज्यादा खतरनाक है। पहले बताया जा रहा था कोरोना वायरस बुजुर्गों के लिए परेशानी का सबब है लेकिन नई स्ट्रैन नौजवानों के लिए भी काफी खतरनाक बताई जा रही है।

हालांकि कोविड-19 के आम लक्षणों में खांसी, बुखार, ठंड, सांस की तकलीफ, स्वाद या सूंघने की क्षमता का कम होना, मांसपेशी में दर्द या शरीर में दर्द, सिर दर्द, गले की सूजन शामिल हैं, मगर सबूत मिला है ये वायरस अब अलग अलग लक्षण लेकर आया है।

कोरोना वायरस संक्रमण के नए लक्षण-

मुंह सूखना-

कोरोना वायरस की दूसरी लहर हर उम्र के लोगों को संक्रमित कर रही है। लोगों में अलग-अलग तरह के लक्षण देखने को मिल रहे हैं। बताया जा रहा है कि नए स्ट्रैन व्यक्ति के शरीर की लार बनाने की क्षमता को खत्म कर देती है। बता दें कि लार आपके मुंह की खराब बैक्टीरिया से रक्षा करता है। इसके अलावा, इस लक्षण वाले लोगों को अपने भोजन को चबाना या सही तरीके से बात करना मुश्किल हो सकता है। इसका मतलब ये है कि अगर आपको कोरोना है तो आपको बार बार ऐसा महसूस होगा जैसे आपका गला सूख रहा है।

बहरापन-

रिपोर्ट्स कहती हैं की इसका दूसरा लक्षण है बहरापन। जी हां नई स्ट्रैन में लोगों को संक्रमित होने पर बहरेपन की भी दिक्कत आ रही है।

ये भी हैं लक्षण-

इसके अलावा मांसपेशी में दर्द, स्किन का संक्रमण, खराब दृष्टि, पेट की खराबी और कंजक्टिवाइटिस या पिंक आई, जो शायद ही उजागर हुए हैं और ये नए स्ट्रेन के साथ ज्यादा आम हो सकते हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि कोविड की नई स्ट्रेन में बुखार, मांसपेशियों में दर्द, सूखी खांसी और स्वाद के अलावा सूंघनी की क्षमता में कमी जैसे लक्षण पाए जा रहे हैं। कंजक्टिवाइटिस के अलावा, गले में खराश, सिर दर्द, रैशेज, पेट की खराबी, उंगली और अंगूठों के रंग में बदलाव जैसे भी लक्षण दिखाई दे रहे हैं।

तेजी से फैल रहा है कोरोना वायरस-

नई रिसर्च के मुताबिक, केन्ट वेरिएन्ट या ब्रिटिश वेरिएन्ट B.1.1.7 ज्यादा जल्दी और तेजी से फैलता है। डॉक्टर्स का कहना है कि नई स्ट्रेन में एक मरीज़ ज्यादा लोगों को संक्रमित कर सकता है। पहले एक मरीज 30-40 फीसदी संपर्क में आए लोगों को संक्रमित कर सकता था लेकिन इस बार 80-90 फीसदी लोग संपर्क में आने पर इन्फेक्टिड हो सकते हैं।

कोरोना पॉजिटीव होने पर क्या करें-

अगर आपको कोरोना हो जाता है तो खुद को आइसोलेट कर लें। किसी से ना मिलें। डॉक्टर के बताएनुसार दवाई लें। इसके अलावा अच्छी डायट लें।