तो ये हैं ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ में जेठालाल की दुकान के असली मालिक,दूर-दूर दुकान देखने आते हैं लोग

पॉपुलर कॉमेडी धारावाहिक ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ को देखना लोग बेहद पसंद करते हैं। जानकारी के लिए बता दें कि लंबे समय से दर्शकों का मनोरंजन करते आ रहे इस धारावाहिक को 13 साल बीत चुके हैं। साल 2008 में प्रसारित किया गया ये शो आज लोगों के दिलों में अलग जगह बना चुका है। इस शो की खास बात यह है कि इसका एक-एक किरदार ही नहीं बल्कि सीन भी बेहद मजेदार है। इसमें टप्पू की शैतानी, चंपक चाचाजी का ज्ञान और हर वक्त मुसीबत से घिरे रहने वाले जेठालाल लोगों का खूब मनोरंजन करते हैं।

‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ शो दर्शकों के इतना ज्यादा करीब है कि अभी तक इस शो की टीआरपी को कोई दूसरा शो पछाड़ नहीं पाया है। इस शो की एक-एक चीज तक फेमस हो चुकी है। भले ही वो भिड़े मास्टर का नोटिस बोर्ड पर लिखना हो या जेठालाल की गड़ा इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान। लेकिन बात अगर जेठालाल की गड़ा इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान की करें तो ये अब पर्यटन आकर्षण की तरह बन चुकी है। लेकिन आज हम आपको इस दुकान के असली मालिक के बारे में बताएंगे खास।

मशहूर है जेठालाल की दुकान

इस बात से तो आप भली भांति वाकिफ हैं कि ये शो आम लोगों की दिनचर्या पर आधारित है। इसमें गोकुलधाम सोसायटी के मेंबर भी काम करते हैं। इसमें अगर पोपट लाल पत्रकार हैं, तो मेहता साहब लेखक हैं। आत्माराम तुक्काराम कोचिंग भी चलाते हैं और सोसाइटी के सेक्रेटरी भी हैं। वहीं जेठालाल चंपक लाल गड़ा की इलेक्ट्रॉनिक्स दुकान का काम संभालते हैं। शो में तो इस दुकान पर अक्सर ग्राहकों की लंबी लाइनें देखने को मिलती हैं। लेकिन क्या आप जानतें हैं कि असल में भी इस दुकान पर लोगों की कतारें देखने को मिलती हैं।

गड़ा इलेक्ट्रॉनिक्स का असली मालिक

शो में आपने देखा ही होगा कि कैसे हर दिन जेठालाल तैयार होकर इस दुकान पर पहुंचते हैं। इस दुकान में 3 स्टाफ भी मौजूद हैं। नट्टू काका, बाघा और मदन। यह दुकान शो के हर एपिसोड में जरूर दिखाई जाती है। बताते चलें कि असल में यह दुकान मुंबई के खार में स्थित है। इसके मालिक का नाम शेखर गड़ीयार है। जोकि अपनी दुकान को शो के लिए भाड़े पर देते हैं। शो में भाड़े पर देने से पहले इस दुकान का नाम शेखर इलेक्ट्रॉनिक्स हुआ करता था। लेकिन गड़ा इलेक्ट्रॉनिक्स के नाम से फेमस होने के बाद शेखर ने इसका नाम बदलकर गड़ा इलेक्ट्रॉनिक्स ही रख दिया।

दुकान पहले नहीं दी जाती थी भाड़े पर

दुकान के असली मालिक शेखर ने खुलासा कर बताया कि ‘पहले मैं दुकान को शूटिंग पर देने से डरता था कि कोई सामान टूट न जाए, लेकिन आज तक कभी कोई नुकसान नहीं हुआ। शो के कारण अब दुकान में ग्राहकों से ज्यादा पर्यटक आते हैं। इस दौरान दुकान देखने के लिए जो भी पर्यटक आते हैं वो अपने साथ फोटो लेकर जाना नहीं भूलते।’ अब इस शो की वजह से शेखर की दुकान मुबंई में काफी मशहूर हो चुकी है।

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