बॉलीवुड की एक्ट्रेस शिल्पा शेट्टी को कईं बार झेलना पड़ा ‘मिसकैरेज’ का दर्द, माँ बनने का सोचते ही कांप जाती थी अभिनेत्री

बॉलीवुड अभिनेत्रियों की जिंदगी हमे बेहद आसान लगती है. लेकिन देखा जाए तो वह भी हमारी तरह साधारण इंसान ही हैं और उन्हें भी कईं प्रोब्लम्स में से गुजरना पड़ता है. इन्ही में से आज हम आपको ऐसी एक्ट्रेस के बारे में बता रहे हैं, जो एक समय में माँ बनने के नाम से भी कांप उठती थी. जी हाँ, यह अभिनेत्री कोई और नहीं बल्कि शिल्पा शेट्टी हैं. शिल्पा शेट्टी बॉलीवुड की जानी- मानी हस्तियों में से है. वह साल 2020 में 45 वर्ष की उम्र में एक बार फिर से माँ बनी है. उनके पहले बच्चे का जन्म 8 साल पहले हुआ था. वहीँ इस बार उन्होंने बेबी बर्थ के लिए सेरोगेसी का सहारा लिया है. शिल्पा की पहली बेटी का नाम समीषा है. इतने समय के बाद एक बार फिर से माँ बनने का सुख भोगना शिल्पा के लिए खुशियों की सौगात ले कर आया है.

बता दें कि 8 साल के बीच शिल्पा शेट्टी ने कईं बार माँ बनने की सोची. इसके लिए उन्होंने गर्भधारण भी किया लेकिन हर बार किसी न किसी कारण के चलते उनका मिसकैरेज हो गया और वह टूट कर रह गई. एक इंटरव्यू के दौरान शिल्पा शेट्टी ने अपना दर्द बताया और कहा, “मुझे हमेशा से दो बच्चों का शौंक रहा है क्यूंकि मैं जानती हूँ बच्चे के लिए एक भाई या बहन का होना कितना मायने रखता है.” शिल्पा और पति राज कुंद्रा हमेशा से चाहते थे कि उनके बेटे वियान के साथ खेलने-कूदने के लिए एक बच्चा आ जाए. लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था. हर बार ना चाहते हुए भी उन्हें हर बार दुःख देखना पड़ा.

जब शिल्पा से उनके मिसकैरेज की वजह पूछी गई थी तो उन्होंने एक इंटरव्यू के दौरान इस बात की वजह बताई थी. उन्होंने कहा था कि उनके शरीर में लगातार ऑटो इम्यून कंडीशन (APLA) बनता रहता था ऐसे में जब भी वह प्रेगनेंट होती तो उनका बच्चा इस दुनिया में आने से पहले ही उनके सपने तोड़ जाता था. बार बार होने वाले मिसकैरेज से शिल्पा शेट्टी इतना टूट कर बिखर चुकी थीं कि गर्भवती होने के नाम पर ही डर कर सहम जाया करती थीं. कईं कईं रातें शिल्पा शेट्टी ने रोते हुए काटी हैं. बच्चा खोने का दर्द क्या होता है. यह केवल वहीँ माँ बता सकती है, जिसने अपना मासूम बच्चा दुनिया में आने से पहले ही खो दिया हो.

जब कोई रास्ता नहीं मिला तो आख़िरकार आठ सालों बाद राज कुंद्रा और शिल्पा शेट्टी ने मिल कर एक बड़ा डिसिशन लिया. उन्होंने इस बार सेरोगेसी का रास्ता चुना. शिल्पा के अनुसार सेरोगेसी से पहले उनके मन में एक बच्चा अडॉप्ट करने का ख्याल भी आया था और इसके लिए उन्होंने एक संस्था से भी बात कर रखी थी. चार साल तक इंतज़ार के बाद किसी न किसी कारण अडॉप्ट का प्रोसेस टलता चला गया और उनका धैर्य उनका साथ छोड़ गया. इसलिए उन्हें सेरोगेसी का राह चुन लिया और अब आख़िरकार उनके घर नन्हे मेहमान की किलकारियां गूँज रही हैं और दोनों पति-पत्नी सरे गम भुला कर बच्चे की ख़ुशी के रंग में मगन हैं.