शो ‘महाभारत’ लिखने वाला कोई और नहीं बल्कि था ये मुस्लिम राइटर, इस एक लाइन ने खुश कर दिया था मेकर्स को

छोटे पर्दे का सबसे सुपरहिट धारावाहिक में से एक बेशक महाभारत है. वैसे तो कई धार्मिक धारावाहिक बनाए गए मगर जो महत्व “महाभारत” का है वह शायद ही किसी और का होगा. महाभारत के हर किरदार घर घर लोकप्रिया है. छोटे से लेकर बड़े किरदार को आज तक याद किया जाता है. महाभारत एक ऐसी कहानी है जो समाज में धर्म स्थापना करती है. यह कहानी कौरवो और पांडवो के बीच के युद्ध के बारे है. हिंदुओ की पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेश भी श्री कृष्ण ने महाभारत के युद्ध के दौरान है दी थी.

बता दे कि महाभारत सबसे पहले 1988 में टीवी पर रिलीज किया गया था. इसमें कई दिग्गज कलाकारों ने अभिनय किया था. यह सीरियल सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए आज भी सबसे ज्यादा देखा जाने वाला कार्यक्रम है. टीवी जगत के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में इस सीरियल की सफलता लिखी गई है. शो में काम करने वाले कलाकार अभिनेता नीतीश भारद्वाज ने भगवान कृष्ण का रोल प्ले किया था जिसे कोई भूल नहीं भुला सकता है. कौरवों के सबसे बड़े भाई दुर्योधन का किरदार एक्टर पुनीत इस्सर ने निभाया था. पांडवों में सबसे शक्तिशाली और सुडौल भाई भीम का रोल प्ले किया वह थे अभिनेता मुकेश खन्ना ने जो अपनी अलग आवाज के लिए भी जाने जाते है.

दरअसल इन टैलेंटेड कलाकारों और इतिहास की वजह से शो ने बहुत टीआरपी हासिल की थी. शो अपनी कामयाबी के कारण सभी रिकॉर्ड अपने नाम कर दिए थे. दरअसल इस महान शो को मशहूर डायरेक्टर रवि चोपड़ा ने बनाया था. वहीं धारावाहिक पहली बार दूरदर्शन पर प्रसारित हुआ जो कि फिल्म मेकर बीआर चोपड़ा ने बनाया था. महाभारत सीरियल बनाने के लिए काफी रिसर्च किया गया था जिससे समय के साथ तथ्य बदल ना जाए इसका खास ध्यान रखा गया था. फिल्ममेकर बीआर चोपड़ा को इसके लिए एक नेरेशन की आवश्यकता थी. उन्हें इसके लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी थी.

बहरहाल नरेशन और स्टोरी राइटिंग के लिए राइटर राही मासूम रज़ा को इसके लिए चुना गया था. बीआर चोपड़ा उन्हें पहले से ही जानते थे. एक दिन राही मासूम रजा ने कहा की में कुछ लेकर आया हूं और सोचा कि आपको सुना दू. फिल्ममेकर बीआर चोपड़ा ने जब पहली लाइन सुनी तो उन्होंने मन ही मन सोच लिया था की सभी बंदिशे हटाते हुए एक मुस्लिम को महाभारत सीरियल लिखने का काम दे दिया था. दरअसल पहली है लाइन में रही ने लिखा था “में समय हु”. इससे बीआर चोपड़ा प्रभावित हुए और उन्होंने स्टोरी की ज़िमेदारी रही रजा को सौंप दी.