लता मंगेशकर की जाने से पहली थी ये एक ख्वाहिश, अब हर भारतीय को करनी पड़ेगी पूरी

आज यानी 6 फरवरी का दिन पूरे भारत देश के लिए कभी ना भूलने वाला दिन बन गया है क्योंकि आज ही बॉलीवुड जगत की मशहूर गायिका लता मंगेशकर ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया है. लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर 1929 को मराठी और कोंकणी संगीतकार दीनानाथ मंगेशकर के घर हुआ था. इनके जन्म के दौरान कभी किसी ने नहीं सोचा था कि यह बेटी आगे चलकर उनका नाम इतना रोशन कर देगी. लता की सुरीली आवाज में जो नाम कमाया है और लोगों के दिलों को जीता है वह हर किसी को नसीब नहीं हुआ है. इन्होंने दादासाहेब फालके अवॉर्ड, भारत रत्न अवॉर्ड समेत नेशनल फिल्म अवार्ड जैसे कई अवार्ड को अपने नाम क्या था. महज 5 साल में ही कैरियर की बुलंदियों को छूने वाली लता मंगेशकर ने लगभग 6 दशकों तक लोगों के दिलों पर राज किया है.

आप में से बहुत कम लोग ही इस बात से वाकिफ होंगे कि लता मंगेशकर ने भी बाकी अन्य सितारों की तरह अपने जीवन में कठिन संघर्ष किया है लेकिन इस बीच उन्होंने कभी किसी का बुरा नहीं सोचा. इतना ही नहीं बल्कि एक बार तो लता मंगेशकर के खाने में किसी ने जहर तक मिला दिया था जिसके बाद बड़ी मुश्किल से उनकी जान बच पाई थी. इस तरह लता मंगेशकर को एक बात ने काफी निराश किया था कि आखिर उन्होंने कभी किसी के साथ बुरा नहीं किया तो फिर उनका बुरा करने के लिए कौन ऐसा कर रहा है?

लता मंगेशकर का हमेशा यही सपना था कि उन्हें लोग ऐसी शख्सियत के तौर पर याद करें जो कभी किसी का बुरा नहीं सोचती अपने यह ख्वाहिश लता मंगेशकर ने एक इंटरव्यू के दौरान भी साझा की थी. अब जब लता मंगेशकर हमारे बीच नहीं रहे हैं तो उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर लगातार सामने आ रहा है. बता दें कि 6 फरवरी की सुबह 8:12 पर लता मंगेशकर ने इस दुनिया को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया. पिछले काफी दिनों से वह कोरोनावायरस से लगातार जूझ रही थी और उनके शरीर के कई हिस्सों में काम करना भी बंद कर दिया था. वही सोशल मीडिया पर जो उनका वीडियो सामने आया है उसे देखकर हर कोई अपनी आंखें नम कर रहा है.

वीडियो में लता मंगेशकर अपने दिल की ख्वाहिश जाहिर करती हुई दिखाई दे रही है और कह रही है कि, ‘मैं यह चाहती हूं कि लोग मुझे ऐसे याद करें जैसे कभी मैंने किसी का बुरा नहीं सोचा ना बुरा किया. और मुझे यह कह कर भी याद करें कि मैं अपने गानों के जरिए देश की सेवा करने की कोशिश करती थी. हालांकि मैंने कितनी सेवा की, यह तो मुझे नहीं पता… क्योंकि मैं फिल्मों में गाना गाती हूं लेकिन इसके अलावा मैं नहीं बता सकती पर मेरी इच्छा बहुत है.’ आपको बता दें कि लता मंगेशकर का असली नाम हेमा था लेकिन एक नाटक के दौरान उनके पिता को लता मंगेशकर नाम इतना पसंद आया कि उन्होंने अपनी बेटी का नाम यहीं रख दिया.