जब ट्रेन के TTE बन गए डॉक्टर, चलती गाड़ी में ही करवा दी महिला की डिलीवरी

वैसे तो रोजाना हम कई तरह के वाकया अपने आस पास होते हुए देखते हैं, कुछ चीजें ऐसी घटित होती हैं जो चौंकाने वाली होती हैं और कई बार जीवन मे बहुत कुछ ऐसा देखने को और सुनने को मिल जाता है जिस पर विश्वास करना बहुत मुश्किल हो जाता है. दरअसल ऐसा ही एक मामला रेलवे से सामने आ रहा है. यु तो हम आये दिन हम सुनते ही रहते है की रेलवे ने ऐसा कर दिया वैसा कर दिया, ट्रेन मे यात्रियों को सुविधा नहीं मिली,पैसे लेकर सीट किसी और को दे दी इत्यादि. परंतु आज हम आपको एक ऐसा किस्सा सुनाने जा रहे है, जिसको सुनकर आप भी हैरान हो जाएंगे, बात कुछ ऐसी थी कि चलती ट्रेन मे जब एक टीटी ने डॉक्टर का फ़र्ज़ निभाया है तो उसने इंसानियत की एक मिसाल पैदा कर दी है.

वैसे तो रेलवे अक्सर अपनी ख़राब सेवा को लेकर चर्चा मे रहता है, कई बार सुना होगा की टीटी ने यात्रियों से ज़्यादा पैसे ले लिए, किसी की सीट किसी और को दे दी, पर इस बार जो टीटी ने किया वो काबिले तारीफ काम था है, जी हा बता दें इस टीटी ने एक बहुत नेक और इंसानियत का काम किया है.

टीटीई ने करवायी डिलीवरी

किस्सा दरअसल कुछ ऐसा हुआ एक ट्रेन में “जहां किसी डॉक्टर की सुविधा नहीं होने पर एक टीटीई ने एक गर्भवती महिला की डिलीवरी करवायी ” टीटीई की मदद से महिला यात्री ने एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया. रेलवे के दिल्ली डिवीजन के टीटीई एचएस राना को रात में पता चलता है कि ट्रेन में यात्रा कर रहीं एक गर्भवती महिला को डॉक्टर की ज़रूरत है, क्यूंकि उसे दर्द हो रहा था, तो सबसे पहले टिकट लिस्ट से पूरे ट्रेन में किसी डॉक्टर यात्री को ढूंढा, जो महिला की मदद कर सके, लेकिन उन्हें ऐसा कोई भी यात्री नहीं मिल पाया.

गर्भवती महिला का दर्द बढ़ता ही जा रहा था, ऐसे मे टीटी ने इंसानियत दिखाते हुए खुद ही महिला की मदद करने का सोचा, और पहुंच गए मदद करने के लिए, थोड़ी देर मे वहा मौजूद यात्रियों और टीटी की मदद से महिला ने एक स्वास्थ बच्चे को जन्म दिया, जिससे ट्रेन मे ख़ुशी का माहोल बन गया और सभी इस काम से खुश थे!

गौरतलब है टीटी के इस काम से सोशल मिडिया पर उनकी बहुत तारीफ हो रही है. टीटीई एचएस राना के इस काम को रेल मंत्रालय तक ने सराहा और उनकी तारीफ करते हुए सोशल मीडिया ट्विटर पर ट्वीट करते हुए लिखा है, ‘उनकी नेकदिली और मुसिबत के समय मानवीय पहल ने हमें गौरान्वित कर दिया है, रेलवे के इन कर्मचारी ने रेलवे का सम्मान बढ़ाया है.