पति के लिए मांगी थी मन्नत, पूरी होने पर पत्नी में सीने पर रखा कलश, देखने के लिए दूर-दूर से आ रहे लोग

दुर्गा पूजा हिंदू धर्म के मुख्य त्योहारों में से एक है। दुर्गा पूजा के लिए लोग तैयारियां महीनों पहले से ही शुरु कर देते हैं। दुर्गा पूजा वैसे तो पूरे देश में मनाया जाता है लेकिन दुर्गा पूजा मुख्य रूप से बंगाल, असम, उड़ीसा, झारखंड इत्यादि जगहों पर बहुत ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। दुर्गा पूजा में लोग नौ दिन तक मां दुर्गा की पूजा करते हैं और उनसे सुख समृद्धि का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। त्यौहार के अंत में देवी दुर्गा की प्रतिमा को नदी का पानी में विसर्जित कर दिया जाता है। बहुत से लोग ऐसे हैं जो पूरे नौ दिनों का उपवास भी रखते हैं।

पूरे देश में दुर्गा पूजा की तैयारियां जोरों शोरों पर चल रही हैं। दुर्गा पूजा के अवसर पर आमतौर पर पुरुष श्रद्धालुओं को ही सीने पर कलश रखकर अनुष्ठान करते हुए आप लोगों ने देखा और सुना होगा। ऐसा माना जाता है कि मन्नत मांगने और पूरी होने पर इस तरह का अनुष्ठान किया जाता है। इसी बीच हाजीपुर की रहने वाली एक महिला सपना देवी ने कलश स्थापना कर निर्जला व्रत रखा है। अब वह सुर्खियों का विषय बनी हुई हैं। उन्हें देखने के लिए लोग दूर-दूर से बड़ी संख्या में आ रहे हैं।

पति के लिए पत्नी ने मांगी थी मन्नत

दरअसल, आज हम आपको जिस खबर के बारे में बता रहे हैं यह वैशाली जिले के हाजीपुर प्रखंड के दौलतपुर चांदी पंचायत वार्ड नंबर एक से सामने आया है, जहां के निवासी सपना देवी ने अपने पति के लिए मन्नत मांगी थी। सपना देवी ने मन्नत मांगी थी कि अगर उनके पति मुकदमे से बरी हो जाते हैं, तो वह कलश स्थापना के दिन से ही निर्जला व्रत रखेंगी। अपने सीने पर कलश रखकर माता की आराधना करेंगी।

स्थानीय लोगों का ऐसा बताना है कि सपना देवी का पति विपिन सिंह 6 साल पहले किसी पुराने केस में फंस गया था। इसी दौरान सपना देवी की माता जी का निधन हो गया था। सपना देवी के पति का मुकदमे में फंसने और मां के निधन के बाद वह बिल्कुल अकेली पड़ गई थीं।

जब सपना देवी अकेली हो गईं, तो उन्होंने मां दुर्गा से मन्नत मांगी थी कि केस में अगर उसके पति बाइज्जत बरी हो जाते हैं, तो वह कलश स्थापना कर निर्जला व्रत रखेंगी। 9 दिनों तक सीने पर कलश रखकर अनुष्ठान करेंगी।

छोटे-बड़े सभी लोग ले रहे आशीर्वाद

सपना देवी अपने पति के मुकदमे से बरी होने की मन्नत पूर्ण होने पर उन्होंने तलाश स्थापना के दिन से ही निर्जला व्रत करते हुए अपने सीने पर कलश रखकर माता की आराधना में लीन हैं। सपना देवी की साधना की खबर पूरे इलाके में फैल गई है, जिसे देखने के लिए आसपास के लोग रोजाना ही बड़ी संख्या में इकट्ठे हो रहे हैं। छोटे बच्चे से लेकर बड़े तक सभी उन्हें देखने के लिए वहां पर जा रहे हैं और उनका पैर छूकर आशीर्वाद भी ले रहे हैं।

सपना देवी निर्जला रहकर 9 दिनों तक सीने पर कलश रखकर अनुष्ठान करेंगी। सपना देवी के पति विपिन सिंह बाइज्जत बरी हो गए, जिसके बाद सपना देवी ने इस प्रकार का कष्टकारी 9 दिनों का निर्जला अनुष्ठान रखा है। इसे देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ एकत्रित हो रही है। वही पूजा-अर्चना को लेकर भक्तिमय का माहौल बना हुआ है। पूरे इलाके में इसकी खूब चर्चा हो रही है।