फॉरेन ट्रेवल के दौरान यदि फ्लाइट में बच्चा पैदा हो तो कहाँ की मिलेगी नागरिकता? यहां जानिए इसका जवाब

इन दिनों भारतीय लोगों का क्रेज़ फॉरेन कंट्रीज की तरफ ज्यादा बढ़ता देखने को मिल रहा है. ऐसे में अधिकतर लोग पढ़ाई के लिए या फिर काम के लिए विदेश जाना बेहतर विकल्प समझ रहे हैं. बीते दिनों लंदन से कोच्ची आने वाले एक एयर इंडिया विमान में अजब- गज़ब मामला देखने को मिला जहाँ मंगलवार को इस फ्लाइट की लैडिंग से पहले एक बच्चे का जन्म हुआ. परन्तु अब सवाल यह उठ रहा था कि आख़िरकार इस बच्चे को विदेशी माना जाएगा या फिर उसे भारतीय नागरिकता प्रदान की जाएगी. सबसे पहले आपको यह बता दें कि भारतीय नियमों के अनुसार 7 महीने या फिर उससे ज्यादा समय की गर्भवती महिला को विमान में सफ़र करने की मंजूरी नहीं है. लेकिन फिर भी विशेष कारणों के चलते यदि ऐसा होता है तो इसकी अनुमति दे दी जाती है. लेकिन अगर भारत से अमरीका जाने वाले किसी प्लेन में कोई महिला बच्चे को जन्म दे देती है तो बच्चे की नागरिकता को लेकर काफी कन्फ्यूजन देखि जाती है. ऐसे केसों में यह जानना आवश्यक है कि बच्चे को भारतीय नागरिकता ही मिलेगी या फिर अमरीकी. यह अब तक का सबसे बड़ा व कठिन सवाल भी है. तो आईये हम आपको बताते हैं इसका सही उत्तर.

भारती से विदेश जाने वाले विमानों में ऐसे मामले कईं बार देखने को मिले हैं जब कोई गर्भवती महिला सफ़र के दौरान बच्चे को जन्म दे देती है. ऐसे में बच्चे की नागरिकता जानने के लिए यह जानना जरूरी है कि विमान किस देश की सीमा से उड़ान भर रहा है क्यूंकि इसके बाद लैंडिंग के दौरान जन्म प्रमाण पत्र और जरूरी दस्तावेजों को एयरपोर्ट अथॉरिटीज द्वारा हासिल किया जा सकता है इतना ही नहीं बल्कि एक बच्चे को अपने पेरेंट्स की राष्ट्रीयता लेने का भी अधिकार मिला हुआ है.

कुछ देशों में दोहरी नागरिकता पर भी कोई प्रावधान नहीं है जिनमे से एक भारत देश भी है. उदाहरन के तौर पर मान लीजिये कि एक जहाज पाकिस्तान से निकल कर अमेरिका की ओर जा रहा है लेकिन रास्ते में भारतीय सीमा से निकलते हुए बच्चे का जन्म हो जाता है. तो उस बच्चे को भारतीय नागरिकता मिल सकती है साथ ही वह अपने माता-पिता के देश को भी अपना मान सकता है क्यूंकि भारत में दोहरी नागरिकता पर कोई पाबंधी नहीं लगाई गई है.

एक ऐसा ही मामला कुछ साल पहले भी देखने को मिला था जह एक फ्लाइट ने एम्सटर्डम से अमेरिका के लिए उड़ान भरी थी परन्तु महासागर अटलांटिक पहुँचते ही माँ को पीड़ा शुरू हुई और उसने बेटी को जन्म दे दिया था. जब बाद में माँ और बच्ची को अमरीका के एक अस्पताल में लेजाया गया था तो यूएस बॉर्डर में जन्म लेने के कारण बच्ची को अमेरिका और नीदरलैंड दोनों की नागरिकता दे दी गई थी. हर देश के विमानों को लेकर और बच्चों की नागरिकता को लेकर अलग-अलग नियम होते हैं. ऐसे में अब देखना यह होता है कि कौन सा देश अपने बॉर्डर पर जन्मे बच्चे को अपनी नागरिकता प्रदान करता है और कौन सा नहीं.