जब सुनील दत्त 50 साल बाद पहुंचे थे पाकिस्तान स्थित अपने गांव, ऐसा किया था लोगों ने व्यवहार

बॉलीवुड इंडस्ट्री के ऐसे बहुत से कलाकार रहे हैं जिन्होंने अपने बेहतरीन अभिनय के बलबूते हिंदी सिने में अपनी एक अलग ही पहचान बनाई है। उन्ही कलाकारों में से एक नाम बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता सुनील दत्त का आता है, जिन्होंने अपने बेहतरीन अभिनय के माध्यम से हिंदी सिनेमा में एक अच्छा खासा और बड़ा मुकाम हासिल किया है।

सुनील दत्त का अपना एक अलग ही अंदाज था, जिसके बलबूते उन्होंने हिंदी सिनेमा में जबरदस्त पहचान बनाई। भले ही हिंदी सिनेमा में सुनील दत्त का जाना माना नाम है परंतु यह मुकाम पाने के लिए उन्होंने अपने जीवन में बहुत से उतार-चढ़ाव का सामना किया है। उन्होंने फिल्म “रेलवे प्लेटफार्म” से हिंदी सिनेमा में कदम रखा था परंतु फिल्म “मदर इंडिया” से अभिनेता को सबसे अधिक लोकप्रियता हासिल हुई थी।

6 जून 1929 को पाकिस्तान के खुर्द गांव में जन्मे सुनील दत्त आजादी के बाद अपने परिवार के साथ भारत आ गए थे, लेकिन करीब 50 साल के बाद सुनील दत्त अपने गांव वापस पहुंचे थे परंतु जब अभिनेता अपने गांव गए तो लोगों का व्यवहार उनके साथ ऐसा था कि जिसे देखने के बाद खुद सुनील दत्त हैरत में पड़ गए थे।

दरअसल, रेडिफ डॉट कॉम को दिए इंटरव्यू के दौरान सुनील दत्त ने खुद इस बात का खुलासा किया था। पाकिस्तान के सफर के बारे में सुनील दत्त ने बताया था कि “मुझे हमेशा से लगता था कि पाकिस्तान के लोग बहुत ही नर्मदिल और देखभाल करने वाले हैं। आप हैरान रह जाएंगे यह जानकर कि जब मैं पाकिस्तान में स्थित अपने गांव पहुंचा था तो पूरे गांववासियों ने मिलकर मेरा स्वागत किया था।”

इंटरव्यू के दौरान सुनील दत्त ने बात करते हुए आगे कहा था कि “पहले तो मुझे लगता लगा कि वो लोग ऐसा इसलिए कर रहे हैं क्योंकि वो मुझे जानते हैं और मैं एक एक्टर हूं। लेकिन उन्हें वाकई में एहसास था कि मैं वहीं का रहने वाला हूं। वहां के युवाओं ने मुझे बड़े-बड़े बैनर दिए थे, जिस पर लिखा था ‘खुर्द में आपका स्वागत है सुनील दत्त।”

बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता सुनील दत्त ने पाकिस्तान में अपने दोस्तों से हुई मुलाकात के बारे में भी बताया था। उन्होंने कहा था कि “जिन्होंने भी मेरे साथ पढ़ाई की थी, वे सभी मुझसे मिलने आए थे। मेरे भाई का नाम सोमा था, लोगों ने उसके बारे में पूछा, मेरी बहन रानी और मां कुलवंति के बारे में भी पूछा। हैरान करने वाली बात तो यह है कि 50 सालों बाद भी उन्हें मेरे परिवार के सदस्यों का नाम अच्छे से मालूम था।”

अभिनेता सुनील दत्त ने पाकिस्तान से जुड़े हुए किसी को भी शेयर किया था उन्होंने आगे यह बताया था कि “अगर वे मेरे लिए ऐसा करते तो समझ में आता, क्योंकि मैं एक एक्टर हूं। लेकिन मेरा परिवार कभी भी मीडिया के सामने नहीं आया था। मेरे लिए वो पल सच में बहुत ही भावनात्मक थे। वो मुझे अपने साथ खेतों में भी ले गए और बोले, ‘ये तेरी जमीने हैं बल्ला।’ मैंने उनसे कहा कि नहीं ये केवल आपकी हैं। तो उनका जवाब था, ‘नहीं तुम यहां आ जाओ, तुम्हें दे देंगे।”